Uttarakhadn News: किच्छा में देर शाम इंटरार्क श्रमिकों का आंदोलन खत्म, राकेश टिकैत ने इतने दिनों की दी मोहलत
टिकैत ने आंदोलनरत कर्मचारियों को 15 दिन का समय प्रशासन को देने के लिए कहा। कहा कि आंदोलन को ठंडा कर के लड़ें। जरूरी नहीं है कि सफलता मिल जाए। लेकिन बात ...और पढ़ें

किच्छा, जागरण संवाददाता : भारतीय किसान यूनियन की इंटरार्क के निष्कासित श्रमिकों के समर्थन में बुलाई गई महापंचायत दिनभर चली गहमागहमी के बाद शाम को शांत हो गई। इस दौरान किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के साथ हुई प्रशासन की वार्ता के बाद आंदोलनरत कर्मचारियों ने फैक्ट्री गेट खाली कर दिया। अब एडीएम की अध्यक्षता में बनी कमेटी कर्मचारियों व प्रबंधन के बीच सेतु का काम करेगी। कमेटी 15 दिन में समझौते का प्रयास करेगी।
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बातचीत का रास्ता खुला रखें
देर शाम तक चली वार्ता के बाद प्रशासन किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत को मनाने में सफल हो गया। एसडीएम कौस्तुब मिश्रा, सीओ ओमप्रकाश शर्मा, एएलसी प्रशांत कुमार के साथ वार्ता के बाद टिकैत ने आंदोलनरत कर्मचारियों को 15 दिन का समय प्रशासन को देने के लिए कहा। कहा कि आंदोलन को ठंडा कर के लड़ें। जरूरी नहीं है कि सफलता मिल जाए। लेकिन बातचीत का रास्ता खुला रहना चाहिए। टिकैत के समझाने के बाद कर्मचारी सहमत हो हुए।
महिलाओ ने जताया विरोध
राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के समझाने के दौरान कर्मचारियो के परिवार की महिलाएं अड़ गईं। उन्होंने विरोध जताते हुये कहा एक वर्ष से अधिक का समय उनको धरना देते हो गया है। 4 अकटुबर को जब 45 दिन का समय दिया था तब प्रबंधन के साथ समझैता नही हो सका। आधा घंटा तक बहस के बाद महिलाये उठने को राजी हुई।
कार्यरत कर्मचारियों में रोष
आंदोलन के दौरान फैक्ट्री का गेट बंद कर दिए जाने के बाद अंदर कार्य कर रहे कर्मचारी ड्यूटी पुरी होने के बाद अपने घर नही जा पाए। जिस पर कर्मचारियो ने भी रोष व्यक्त किया। इस बात की आशंका टिकैत ने भी अपने संबोधन में व्यक्त की। कहा अंदर कर्मचारी काम कर रहे है , इस तरह अड़ने पर उनसे टकराव की स्थिति पैदा होगी। जिस से उनका आंदोलन कमजोर होगा।

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