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    दुर्घटना में तीन की मौत, भीड़ ने पुलिस कर्मियों को पीटा

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Mon, 15 May 2017 06:00 AM (IST)

    जसपुर में एक सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर दुर्घटना का आरोप लगा शवों को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और नारेबाजी करने लगे।

    दुर्घटना में तीन की मौत, भीड़ ने पुलिस कर्मियों को पीटा

    जसपुर (ऊधमसिंह नगर), [जेएनएन]: यहां शनिवार को एक सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर दुर्घटना का आरोप लगा शवों को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और नारेबाजी करने लगे। 

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    बवाल की आशंका देख उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच गए और थानों से फोर्स मंगाकर तैनात कर दी। बावजूद इसके गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस कर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। एसएसपी ने दरोगा समेत तीनों पुलिसकर्मियों प्रथमदृष्ट्या दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है। मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी को सौंपी गई है।

    जसपुर क्षेत्र के ग्राम बाबरखेड़ा निवासी मो.शफीक (33) पुत्र सरबत हुसैन व इकरार हुसैन (22) पुत्र इसरार हुसैन मोटरसाइकिल यूपी 04 बी 0411 से जसपुर से घर जा रहे थे। बड़ी नहर पर पुलिस वाहन चेकिंग कर रही थी। पुलिस ने मोटरसाइकिल सवार युवकों को रुकने का इशारा किया। बताया जाता है कि उनके न रुकने पर एक पुलिसकर्मी ने मोटरसाइकिल पर डंडा मार दिया जिससे चालक का संतुलन बिगड़ गया। 

    तभी पीछे से आ रहे 16 टायरा ट्रक यूके 04 के 6258 के चालक ने मोटरसाइकिल को बचाने के प्रयास में इमरजेंसी ब्रेक मार दिए। इससे वह अनियंत्रित हो कर खाई में जा गिरा, इधर अनियंत्रित मोटरसाइकिल भी ट्रक के नीचे आ गई, जिससे उस पर सवार दोनों युवक भी दब गए। ट्रक के नीचे उसका चालक भी दब गया। तीनों की ही मौके पर मौत हो गई। सूचना मिलते ही विधायक आदेश चौहान, बसपा नेता मो.अशरफ एवं हसीन खान ग्रामीण के साथ मौके पर पहुंच गए। 

    वाहन चेकिंग के तरीके को लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर अपर पुलिस अधीक्षक डॉ.जगदीश चंद्र, सीओ राजीव भट्ट मौके पर पहुंच गए। ये अधिकारी जब तक पहुंच पाते कि उससे पहले ही ग्रामीणों ने चेकिंग कर रहे दरोगा एवं सिपाही को दौड़ा-दौड़ा कर पीट डाला। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस अधिकारियों ने आस-पास के थानों से पुलिस बल बुला लिया। इधर ग्रामीणों ने शवों को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। 

    ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस की चेकिंग की वजह से दुर्घटना हुई है। वे पुलिसकर्मियों की निलंबन की मांग कर रहे थे। विधायक ने आक्रोशित भीड़ को समझाने का प्रयास किया व आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया। 

    देर रात जसपुर पहुंचे एसएसपी सदाननंद दाते ने लोगों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया और प्रथमदृष्टया पुलिसकर्मियों की लापरवाही मानते हुए अंडर ट्रेनिंग दरोगा जगमोहन और कांस्टेबल प्रवेश कुमार व नरेश दीनवाल  को निलंबित कर दिया। एसएसपी ने बताया कि पुलिस क्षेत्राधिकारी से पूरे मामले की जांच कराई जाएगी।

    मृतकों के आश्रितों को एक-एक लाख देगी सरकार 

    दुर्घटना में तीन की मौत लोगों की मौत के बाद गुस्साई भीड़ ने जिस तरह से तांडव किया, उससे शासन भी हिल गया। एसएसपी ने चेकिंग दल के तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है तो विधायक आदेश चौहान की रिपोर्ट पर कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत ने मृतकों के आश्रितों को एक-एक लाख रुपये बतौर सरकार से मुआवजा दिलाने की घोषणा की है। 

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