किच्छा: समीर हत्याकांड में पांच लोग दोषी साबित, 22 दिसंबर को सुनाई जाएगी सजा; मुख्य आरोपित अब तक फरार
किच्छा के समीर हत्याकांड में पांच लोगों को दोषी करार दिया गया है। अदालत 22 दिसंबर को सजा सुनाएगी। यह मामला ऊधमसिंह नगर जिले के किच्छा क्षेत्र से संबंध ...और पढ़ें

एडीजे तृतीय ने तीनों आरोपितों को दिए कस्टडी में लेने के आदेश, बाकी दो लोगों के वारंट जारी। प्रतीकात्मक
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर। किच्छा के बहुचर्चित समीर हत्याकांड मामले में न्यायालय में सुनवाई के दौरान जिला शासकीय अधिवक्ता की पुरजोर पैरवी के बाद पांच पर दोष सिद्ध हो गया। न्यायालय ने सुनवाई के दौरान उपस्थित तीन आरोपितों को पुलिस कस्टडी में लेने के आदेश दिए, बाकी दो के विरुद्ध वारंट जारी कर किच्छा पुलिस को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने को कहा है।
तीन मई 2018 को प्रापर्टी डीलर समीर अहमद की आदित्य चौक पर शर्मा ढाबे के बाहर बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने गोली मार कर दिन दहाडे हत्या कर दी थी। उस वक्त एसएसपी डा. सदानंद दाते के निर्देश पर मामले की गहन जांच हुई तो समीर की हत्या में नामजद किए आरोपितों की संलिप्तता सामने नहीं आई।
पुलिस की तत्परता से हत्या के सही आरोपितों की पहचान सीसीटीवी में कैद बदमाश के हाथ में पहने कड़े से हुई तो पूरा खेल सामने आ गया था। पुलिस ने समीर हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए जसविंदर सिंह, अंग्रेज सिंह उर्फ रिंकू, गुरचरण सिंह उर्फ बंटी, सुखदेव सिंह उर्फ सुक्खा, प्रसन्नजीत सिंह उर्फ सन्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। समीर हत्याकांड की सुनवाई एडीजे तृतीय मुकेश कुमार आर्या के न्यायालय में चल रही है। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी अनिल कुमार सिंह ने पैरवी करते हुए गवाह पेश कर दोष सिद्ध करवाने में अहम भूमिका निभाई।
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी अनिल कुमार सिंह ने बताया गुरुवार को सुनवाई के दौरान अंग्रेज सिंह उर्फ रिंकू, गुरचरण सिंह उर्फ बंटी, प्रसन्नजीत सिंह उर्फ सन्नी के न्यायालय में उपस्थित होने पर न्यायाधीश द्वारा उनको पुलिस कस्टडी में लेने के आदेश दे दिए। सुनवाई के दौरान उपस्थित न होने वाले जसविंदर सिंह और सुखदेव सिंह उर्फ सुक्खा के विरुद्ध वारंट जारी कर पुलिस को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के निर्देश दे दिए हैं। उन्होने बताया पांचों पर दोष सिद्ध होने के बाद सजा 22 दिसंबर को सुनाई जाएगी।
मुख्य आरोपित आज तक नहीं गया पकड़ा
किच्छा : समीर हत्याकांड एक ब्लाइंड मर्डर होने के साथ नामजद किए गए लोगों की संलिप्तता सामने न आने के बाद भी पुलिस ने उलझे हुए इस हत्याकांड का सफल पर्दाफाश कर बेगुनाहों काे बचा न्याय को कलंकित होने से तो बचा लिया। परंतु समीर हत्याकांड का मुख्य आरोपित रणदीप सिंह उर्फ राजा का पुलिस को चकमा दे फरार हो जाना आज भी एक बदनुमा दाग के रूप में पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।
रणदीप सिंह उर्फ राजा लुक आउट सर्कुलर जारी होने के बाद मुंबई एयरपोर्ट पर पकड़ा गया था। मुंबई से लेकर जब राजा को पुलिस वापस लौट रही थी तो वह उत्तर प्रदेश पिलखुआ के पास पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था। सात वर्ष बाद भी उसका कुछ पता नहीं चल पाया है। उसे पुलिस द्वारा मफरूर घोषित कर दिया गया है। वह आज भी पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।

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