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    Uttarakhand: मरीजों का चल रहा था इलाज, तभी अस्पताल में आ धमका गुलदार; स्टाफ व पेसेंट में मची अफरा-तफरी

    Updated: Fri, 12 Dec 2025 10:07 PM (IST)

    देवप्रयाग के ग्रामीण क्षेत्र में गुलदार का आतंक बढ़ रहा है। गुरुवार को एक गुलदार बागी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में घुस गया, जिससे स्टाफ और मरीजों ...और पढ़ें

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    सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागी के आंगन में घूमता गुलदार सीसीटीवी कैमेरे में हुआ कैद।

    संवाद सूत्र, जागरण, देवप्रयाग : देवप्रयाग के ग्रामीण क्षेत्र में गुलदार की दहशत कम होने के बजाय लगातार बढ़ती ही जा रही है। गुरुवार को गाय का पीछा करते हुए गुलदार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागी में घुस गया।

    इससे स्टाफ व मरीजों में अफरा-तफरी मच गई। स्टाफ के शोर मचाने पर गुलदार वहां से भाग निकला। इसके अलावा गुलदार मुनेठ गांव स्थित एक विद्यालय के निकट आकर बैठा दिखा, जिससे स्कूल के बच्चों व शिक्षकों में दशहत उत्पन्न हो गई।

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    एक अन्य घटना में पालीसैण गांव में शाम को घर लौट रहे तहसील कर्मी की बाइक के सामने गुलदार के आ जाने से उसने सड़क से लगे घर में दौड़कर किसी तरह अपनी जान बचाई।

    गुरुवार रात करीब साढ़े आठ बजे गाय का पीछा करते हुए गुलदार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागी के परिसर में बने आंगन तक पहुंच गया। सीएचसी प्रभारी डा. अंजना गुप्ता के अनुसार उस समय यहां भर्ती मरीजों का इलाज चल रहा था। स्टाफ के लगातार शोर मचाने पर गुलदार किसी तरह वहां से भागा।

    डा. गुप्ता ने बताया कि वर्षाकाल में सीएचसी के पीछे ध्वस्त हुए पुश्ते के नहीं बनने से गुलदार की यहां पहुंच आसान हुई है। सीएचसी के भीतर गुलदार के आ घुसने की आशंका से अस्पताल के दरवाजों को शाम से ही बंद करने की नौबत बन गई है।

    छत पर बैठा था गुलदार

    मुनेठ गांव में गुलदार दिनदहाड़े दिवाकर सिंह के घर की छत पर चौक में बंधी बकरियों की ताक में नीचे बैठा दिखा। गुलदार को देख घर के लोगों ने शोर मचाया तो वह पास के ओमकारानंद जूनियर हाईस्कूल के पीछे एक पेड़ के नीचे बैठ गया।

    पक्षियों के भारी शोर करने पर जब शिक्षिका सरोज बिष्ट बाहर आईं तो गुलदार को देख वह सहम गईं। शोर सुनकर गुलदार पास के जंगल में भाग निकला।

    स्कूल में उस समय करीब 18 बच्चे मौजूद थे। गुलदार के दिन में ही आ धमकने की घटना ने यहां अभिभावकों की चिंता बढ़ा दी है।

    गुलदार से हुआ सामना

    गुरुवार शाम को बाइक से घर लौट रहे पालीसैंण निवासी तहसील कर्मी ललित सिंह का सामना घर के पास ही गुलदार से हो गया।

    कुछ ही फासले पर खड़े गुलदार से बचने के लिए ललित ने बाइक की लाइट जलाए रख उसे पीछे किया और फिर बाइक से उतरकर सड़क से लगे अनिल सिंह के घर में घुसकर किसी तरह अपनी जान बचाई।

    बागी के प्रधान नरेश मिश्रा के अनुसार, गुलदार की बढ़ती गतिविधियों की देखते हुए वन विभाग की टीम यहां सुबह-शाम गश्त कर रही है। साथ ही ग्रामीणों को लगातार सतर्क रहने को कहा जा रहा है।

    पूर्व प्रधान मुनेठ रजनी रावत के अनुसार गुलदार के भय से यहां लोग शाम पांच बजते ही घरों में कैद होने को मजबूर हैं। वहीं गुलदार के अब दिनदहाड़े घूमने से ग्रामीणों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।

    विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए क्षेत्र में पिंजरे लगा रखे हैं और लोगों को निरंतर जागरूक किया जा रहा है। वनकर्मी क्षेत्र में लगातार गश्त कर रहे हैं और लोगों को रात में दोपहिया वाहन से यात्रा करने से बचने की अपील की जा रही है।

    - मदन सिंह रावत, वन क्षेत्राधिकारी।

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