Landslide on Highway: टिहरी में ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर पहाड़ी से हुआ भूस्खलन, ऐसे बचे स्कूटी सवार; देखें वीडियो
Landslide on Highway टिहरी में ऋषिकेश गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंबा के पास नागणी में सड़क पर अचानक पहाड़ी से भूस्खलन हो गया। इस दौरान वहां से गुजर रहे स्कूटी स्वार दो युवक बाल बाल बचे। वहीं भारी मलबा आने से मार्ग बाधित हो गया है।
जागरण संवाददाता, नई टिहरी। Landslide on Highway ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंबा से 15 किमी पहले नागणी पेट्रोल पंप के पास आज सोमवार को पहाड़ अचानक दरक गया और बड़े बोल्डर सड़क पर आ गिरे। गनीमत रही कि वहां से गुजर रहे स्कूटी सवार दो युवक मलबे की चपेट में आने से बच गए। बोल्डर और मलबा आने के कारण राजमार्ग करीब तीन घंटे तक बंद रहा, जिस कारण लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। साढ़े तीन बजे मलबा हटाने के बाद मार्ग सुचारू हुआ।
नई टिहरी : ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंबा से 15KM पहले नागणी पेट्रोल पंप के पास पहाड़ अचानक दरक गया और बड़े बोल्डर सड़क पर आ गिरे। गनीमत रही कि वहां से गुजर रहे स्कूटी सवार दो युवक मलबे की चपेट में आने से बच गए।@JagranNews @MygovU #UttarakhandLandSlide pic.twitter.com/oSsQ3YrLe8
— amit singh (@Join_AmitSingh) September 6, 2021
ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के नागणी पेट्रोल पंप के पास पहाड़ी से भारी बोल्डर व पत्थर आने के कारण हाईवे दोपहर करीब 12.30 बजे बाधित हो गया था। राजमार्ग बाधित होने के कारण मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस दौरान भारी बोल्डर आने से वहां पर बिजली और पेयजल लाइनों के साथ ही जड़धार गांव जाने वाला मार्ग और मुख्य गेट भी ध्वस्त हो गया।
यह भी पढ़ें :-Video: मसूरी के पास कैम्पटी फाल में उफान, 200 पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर भेजा; आवाजाही पर रोक
25 दिन बाद नीति घाटी के 15 गांवों में विद्युत आपूर्ति बहाल
भारत-चीन सीमा पर ऊर्जा निगम की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद नीति घाटी के कैलाशपुर तक 15 गांवों में विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी। बता दें कि जोशीमठ-मलारी हाईवे पर तमक के पास मरखुडा की पहाड़ी दरकने से 500 मीटर विद्युत लाइन सहित छह पोल टूट गए थे। पहाड़ी से लगातार मलबा आने से यहां दोबारा विद्युत लाइन डालना संभव नहीं था। इसके बाद विद्युत लाइन को शिफ्टकर धौलीगंगा के दूसरी ओर लाइन बनाई गई। यहां पुल न होने के चलते रस्सियों के सहारे ही ऊर्जा निगम कर्मचारियों ने कार्य किया। बताया गया कि तमक, जुम्मा, गरपक, कागा, रवींग, द्रोणागिरी, जेलम, सेंगला, कुठार , भापकुंड, कोषा, मलारी, बुरास, मेहरगांव, कैलासपुर में विद्युत व्यवस्था बहाल हो गई है, जबकि नीति, गमशाली, बाम्पा, फरकिया सहित अन्य गांवों में विद्युत व्यवस्था बहाल होनी बाकी है। यूपीसीएल के जेई रमेश पंवार का कहना है कि कैलाशपुर तक विद्युत व्यवस्था बहाल हो गई है ।
यह भी पढ़ें- देहरादून : डाटकाली सुरंग के पास भूस्खलन होने से सहारनपुर के बाइक सवार दो युवक दबे