शीतकाल के लिए तृतीय केदार के दर्शन अब मक्कूमठ में
चार धामों के साथ ही उत्तराखंड में अन्य तीर्थों के कपाट बंद होने का सिलसिला जारी है। पंचकेदार में से एक तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए।
रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: चार धामों के साथ ही उत्तराखंड में अन्य तीर्थों के कपाट बंद होने का सिलसिला जारी है। पंचकेदार में से एक तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। अगले छह माह श्रद्धालु तुंगनाथ के दर्शन मक्कूमठ में कर सकेंगे। गौरतलब है कि केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट बंद हो चुके हैं, जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 16 नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे।
उच्च हिमालय में स्थित तुंगनाथ मंदिर में कपाट बंद करने की प्रक्रिया सुबह छह बजे आरंभ की गई। इस दौरान विशेष पूजा अर्चना के बाद गर्भगृह में भोग लगाया गया। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच दोपहर बाद ठीक साढ़े बारह बजे भोग मूर्ति को डोली में बाहर लाया गया। इसके बाद प्रशासन, बदी-केदार मंदिर समिति एवं हक हकूकधारियों के उपस्थिति में कपाट बंद कर दिए गए।
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मंदिर की तीन परिक्रमा के बाद डोली मक्कूमठ के लिए रवाना हो गई। इस दौरान करीब पांच सौ श्रद्धालु मौजूद थे। चोपता में रात्रि विश्राम के बाद डोली आठ नवंबर को भनकुंड और नौ नवंबर को मक्कूमठ पहुंचेगी। कपाट बंद करने के अवार पर केदारनाथ की पूर्व विधायक आशा नौटियाल, मठापति रामप्रसाद मैठाणी और प्रबंधक प्रकाश पुरोहित भी उपस्थित थे।
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