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    आगामी शिक्षा सत्र में विद्यालयों को मिल सकते हैं नए शिक्षक

    By Gaurav KalaEdited By:
    Updated: Fri, 27 Jan 2017 05:15 AM (IST)

    आगामी शिक्षा सत्र में विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती हो सकेगी। अब इन विद्यालयों में छात्रों को हाईस्कूल व इंटर की पढ़ाई के लिए दूसरे विद्यालयों की शरण नहीं लेनी पड़ेगी।

    आगामी शिक्षा सत्र में विद्यालयों को मिल सकते हैं नए शिक्षक

    रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: आखिरकार पूर्ववर्ती भाजपा शासनाकाल में उच्चीकृत हुए विद्यालयों में शिक्षक समेत अन्य पदों का सृजन हो गया है। दिसम्बर माह में इस संबंधित शासनादेश भी जारी हो गया है। अब इन विद्यालय से संबंधित क्षेत्रों में छात्रों को हाईस्कूल व इंटर की पढ़ाई के लिए दूसरे विद्यालयों की शरण नहीं लेनी पड़ेगी, आगामी शिक्षा सत्र में विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती हो सकेगी।

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    वर्ष 2011 में भाजपा शासनाकाल में छात्रों एवं ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए सरकार ने जिले में आठ विद्यालयों को उच्चीकरण की स्वीकृति मिली थी, लेकिन इन विद्यालयों में शिक्षकों के साथ ही अन्य पदों का सृजन नहीं हो सका था।

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    जिसमें तीन हाईस्कूल एवं पांच इंटर कालेज शामिल हैं। उच्चीकृत हुए इन विद्यालयों में अभिभावक एवं विद्यालय प्रशासन के सहयोग से व्यवस्था पर अध्यापक तो रखे गए थे। कई विद्यालयों में तो एलटी स्तर के शिक्षक ही इंटर की कक्षाओं को संचालन किया गया। उच्चीकृत विद्यालयों में तो महत्वपूर्ण विषय में व्यवस्था पर भी शिक्षक नहीं है।

    जिससे अभिभावक भी अपने पाल्यों के प्रति चिंतित दिखाई दे रहे थे। विद्यालयों में काम चलाऊ व्यवस्था से छात्र-छात्राओं पर इसका बुरा असर पड़ा। कई जगह हालात ऐसे हैं कि जूनियर के शिक्षक ही हाईस्कूल के छात्रों को पढ़ा रहे थे। विद्यालयों में पर्याप्त शिक्षकों के अभाव के चलते छात्रों की पढ़ाई ठीक ढंग से नहीं हो पा रही थी। जिससे बोर्ड परीक्षाओं के समय छात्र-छात्राओं के सम्मुख और भी बड़ी समस्या खड़ी हो रही थी।

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    गत दिसम्बर माह में हाईस्कूल में उच्चीकृत हुए सतेराखाल व जुलाई में पांच-पांच शिक्षकों, बरसिर में सात शिक्षकों केपदों के साथ ही प्रधानाध्यापक, वरिष्ठ सहायक एवं चतुर्थ श्रेणी का एक-एक पद सृजित हुआ है। जबकि इंटर में उच्चीकृत हुए विद्यालय ग्वैफड, खांकरा, बावई, बरसिर में एक प्रधानाचार्य, पांच-पांच प्रवक्ता, प्रधान सहायक, कनिष्ठ सहायक व चतुर्थ श्रेणी का एक-एक पद का सृजन हुआ है। जिसका शासनादेश भी जारी हो गया है। अब छात्रों को शिक्षकों की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा।

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    ये विद्यालय हुए थे उच्चीकृत-

    बरसिर, सतेराखाल, जलई हाईस्कूल में परिवर्तित

    ग्वैफड, खांकरा, बावई, पीड़ा धनपुर, नागजगई इंटर में परिवर्तित

    रुद्रप्रयाग के मुख्य शिक्षाधिकारी एससी भटट ने बताया कि वर्ष 2011 में उच्चीकृत विद्यालयों में शिक्षक समेत अन्य पदों का सृजन हो गया है। जिसका गत दिसम्बर माह में शासनादेश भी जारी हो गया है। आगामी शिक्षा सत्र में विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती हो जाएगी।

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