Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्‍तराखंड के धारचूला में दिन में धूप-रात में बर्फबारी, 28 फरवरी से बंद तवाघाट-सोबला-तिदांग सड़क खोलना बना चुनौती

    Updated: Fri, 21 Mar 2025 06:25 PM (IST)

    Snowfall in Uttarakhand उत्तराखंड के धारचूला में हो रही बर्फबारी के कारण तवाघाट-सोबला-तिदांग मार्ग 28 फरवरी से बंद है। दिन में बर्फ हटाने के बाद भी रा ...और पढ़ें

    Hero Image
    Snowfall in Uttarakhand: शनिवार को नागलिंग तक खुल सकता है दारमा मार्ग। जागरण

    संसू, जागरण धारचूला । Snowfall in Uttarakhand: हिमपात के कारण 28 फरवरी से बंद तवाघाट-सोबला-तिदांग मार्ग खोलना चुनौती बन गया है। दिन में सड़क से बर्फ हटाई जाती है, सायं के बाद फिर हिमपात होने के क्रम से मार्ग खुलने में विलंब हो रहा है। जबकि बीआरओ की मशीन और मजदूर लगातार मार्ग खोलने में जुटे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मौसम ने साथ दिया तो शनिवार सायं तक नागलिंग तक मार्ग खुलने के आसार हैं। दारमा मार्ग पर सात-आठ फीट से भी अधिक बर्फ जमी है। सलाथा, औरुंग नाला और नागलिंग से आगे गलछिन में 10-12 फीट से अधिक बर्फ है। इस समय सेला और नागलिंग के बीच सलाथा और औरुंग नाले के पास बर्फ हटाई जा रही है। इन दोनों स्थानों पर बर्फ हटने पर शनिवार सायं तक नागलिंग तक सड़क खुलने के आसार हैं।

    यह भी पढ़ें- Chardham Yatra पर आने वाले पर्यटक वाहनों के लिए ये कार्ड जरूरी, वरना नहीं मिलेगी एंट्री

    बालिंग से फिर तिदांग तक खुली सड़क

    स्थल से मिली जानकारी के अनुसार जहां तक बर्फ हटाई जा चुकी है, वहां भी छोटे वाहनों का चल पाना कठिन है। नागलिंग और बालिंग के मध्य गलछिन के पास भी कई फीट बर्फ है। धूप खिलने और मौसम का साथ देने पर गलछिन में बर्फ हटाने में एक-दो दिन लग सकते हैं। बालिंग से फिर तिदांग तक सड़क खुल चुकी है।

    जागरण आर्काइव।

    शुक्रवार सुबह से ही सेला और नागलिंग के मध्य सड़क खोलने का कार्य गतिमान रहा। अपराह्न के बाद मौसम के खराब होने के बाद भी कार्य जारी रहा। उच्च हिमालय में हो रहे हिमपात से रात को यहां तक हिमपात की संभावना जताई जा रही है।

    बेस कैंप के लिए पर्यटकों की आवाजाही की भी संभावना

    दूसरी तरफ तवाघाट-लिपुलेख मार्ग पर गुंजी तक वाहन संचालन दूसरे दिन भी जारी रहा। गुंजी से लिपुलेख और गुंजी-आदि कैलास मार्ग खुलने में अभी लंबा समय लगेगा। इन क्षेत्रों में प्रतिदिन हिमपात हो रहा है। दारमा मार्ग खुलने पर पंचाचूली बेस कैंप के लिए पर्यटकों की आवाजाही की भी संभावना है।

    मौसम अनुकूल रहा तो अप्रैल मध्य तक पंचाचूली बेस कैंप तक पर्यटकों की आवाजाही होने लगेगी और दारमा में पर्यटन गति पकड़ेगा। मुनस्यारी-धापा-मिलम मार्ग अभी भी बंद है।

    यह भी पढ़ें- Dehradun Metro के इंतजार में बीते 8 साल, 80 करोड़ खर्च होने के बाद खाली हाथ; अब फीडर लाइन पर कसरत