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    Uttarakhand Weather: उत्तराखंड के इन चार ज‍िलों में हो सकती है भारी बार‍िश, मौसम व‍िभाग ने द‍िया ताजा अपडेट

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 05:54 PM (IST)

    चंपावत में मानसून सुस्त पड़ने के बावजूद मौसम विभाग ने पिथौरागढ़ बागेश्वर चंपावत और ऊधमसिंह नगर में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। बागेश्वर में सामान्य से साढ़े तीन गुना अधिक वर्षा दर्ज की गई है जबकि पौड़ी में कम वर्षा चिंता का विषय है। डीएम ने स्वाला में हाईवे का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

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    मानसून की सुस्ती के बावजूद वर्षा की संभावना बरकरार।

    जागरण संवाददाता, चंपावत। सितंबर के पहले सप्ताह में सक्रिय रहे मानसून की वजह से प्रदेश के अनेक जिलों में अतिवृष्टि देखने को मिली थी। मैदानी क्षेत्रों में बाढ़ से जलभराव जैसी स्थिति उपजी, जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन की वजह से आपदा देखने को मिली। मानसून अब सुस्त अवस्था में पहुंच गया है। हालांकि, अगले दो-तीन दिन वर्षा की स्थिति बनी रह सकती है। विशेषकर पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत व ऊधमसिंह नगर जिलों में वर्षा होने की संभावना है।

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    मानसून की 80 प्रतिशत अवधि बीत चुकी है। अभी तक प्रदेश में सामान्य यानी दीर्घ अवधि के औसत से एक चौथाई अधिक वर्षा देखने को मिली है। एक जून से 16 सितंबर तक प्रदेश में 1108.8 मिमी वर्षा होती है। इस बार 1376.3 मिमी पानी बरस चुका है। सर्वाधिक वर्षा वाले मामले में बागेश्वर शीर्ष पर है। बागेश्वर में साढ़े तीन गुना ज्यादा वर्षा हुई है। अल्मोड़ा, चमोली, देहरादून, टिहरी, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर व उत्तरकाशी भी सामान्य से ज्यादा वर्षा वाले जिलों में शामिल हैं।

    पिथौरागढ़, नैनीताल, चंपावत, रुद्रप्रयाग जिलों में सामान्य वर्षा हुई है या फिर यह सामान्य से मामूली पीछे हैं। सामान्य से 28 प्रतिशत कम वर्षा के साथ पौड़ी की स्थिति थोड़ी चिंताजनक रही है। मौसम विभाग में 19 सितंबर तक पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत व ऊधमसिंह नगर जिलों में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई है। कहीं कहीं आकाशीय बिजली चमकने के साथ आकाशीय बिजली की तीव्र से अति तीव्र दौर की वर्षा हो सकती है।

    पिथौरागढ़ जिले के उच्च हिमालयी व्यास घाटी में स्थित प्रसिद्ध आदि कैलास धाम के लिए यात्रा का दूसरा चरण प्रारंभ होने वाला है। वर्षा की वजह से उच्च हिमालयी क्षेत्र में भूस्खलन से रास्ते व सड़कें बंद होना आम बात है। 20 सितंबर से वर्षा में कमी आने लगेगी।

    डीएम ने रात्रि में स्वाला पहुंच हाईवे का किया निरीक्षण

    स्वाला में अक्सर बाधित हो रहे हाईवे की स्थिति देखने के लिए डीएम मनीष कुमार सोमवार रात मौके पर पहुंचे। स्वाला को सुचारु बनाए रखने व मार्ग चौड़ीकरण कार्य की प्रगति जानने के साथ अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। निरीक्षण में सीएम कैंप कार्यालय के नोडल केदार बृजवाल भी शामिल रहे।

    डीएम ने कार्यरत कार्मिकों व अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा यातायात को निरंतर सुचारू बनाए रखने के लिए कार्य की गति एवं संसाधन बढ़ाए जाएं। मार्ग चौड़ीकरण के कार्य में तेजी लाई जाए। गुणवत्ता व मजबूती पर विशेष ध्यान दिया जाए। रात्रिकालीन समय में भी कार्य बिना बाधा के जारी रहे। व्यापारियों व यात्रियों को न्यूनतम असुविधा हो और किसी भी परिस्थितियों में आमजन को निर्बाध और सुरक्षित आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

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