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    Uttarakhand : पौड़ी गढ़वाल में आदमखोर गुलदार ढेर, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

    Updated: Thu, 11 Dec 2025 11:08 AM (IST)

    पौड़ी गढ़वाल के गजल्ड गांव में आतंक का पर्याय बना गुलदार ढेर हो गया। वन विभाग की टीम और शूटरों ने सामूहिक प्रयास से उसे मार गिराया। डीएफओ अभिमन्यु ने ...और पढ़ें

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    सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, पौड़ी: गजल्ड गांव में आतंक का पर्याय बना गुलदार ढेर हो गया है। गढ़वाल वन प्रभाग के डीएफओ अभिमन्यु ने गुलदार मारने जाने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि घटना स्थल के समीप 300 मीटर दायरे में आदमखोर गुलदार दिखाई दिया।

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    जिसे विभागीय टीम व शूटरों ने सामूहिक प्रयास ने अंतिम विकल्प के रूप में मार गिराया है। उन्होंने बताया कि गुलदार का डीएनए सैंपल लिया जा रहा है। जिसे मृतक में मिले गुलदार के डीएनए से मिलान किया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि यह शत प्रतिशत आदमखोर गुलदार था।

    विकासखंड पौड़ी के ग्राम पंचायत चवथ स्थित गजल्ड गांव में बीते चार दिसंबर की सुबह करीब 6:30 बजे भगवती बाला सुंदरी मंदिर से दीया-बाती कर लौट रहे ग्रामीण राजेंद्र नौटियाल को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया था। जिसके बाद से पूरे क्षेत्र में गुलदार की दशहत बनी है।

    उत्तराखंड के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक रंजन कुमार मिश्र ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर अंतिम विकल्प के रूप में मारने का आदेश का आदेश जारी किया था। जिसके बाद वन विभाग ने गजल्ड गांव में दो विभागीय शूटर तैनात किए थे। लेकिन क्षेत्रीय जनता लगातार निजी शूटर तैनात किए जाने की मांग कर रहे थे।

    बीते सोमवार को प्रमुख सचिव वन आरके सुंधाशु, उत्तराखंड के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक रंजन कुमार मिश्र व गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे गजल्ड गांव पहुंचे थे। जहां से लौटते समय सत्याखाल में ग्रामीणों ने सभी अधिकारियों का काफिला रोक उनका घेराव किया था। ग्रामीणों ने क्षेत्र में लगातार बढ़ती गुलदार की सक्रीयता पर वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे।

    ग्रामीणों ने गजल्ड गांव में निजी शिकारी तैनात किए जाने की मांग की। जिसके बाद बीती सोमवार रात उत्तराखंड के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक रंजन कुमार मिश्र ने गजल्ड में मशहूर शिकारी जाय हुकिल व राकेश चंद्र बड़थ्वाल को तैनात किए जाने का आदेश जारी किया।

    जिसके बाद दोनों शिकारी बीती रात ही गजल्ड गांव पहुंच गए थे। जहां उन्होंने डीएफओ गढ़वाल अभिमन्यु सिंह के साथ उन्होंने गजल्ड गांव में गुलदार के आने-जाने वाले रास्तों, घटना स्थल व आसपास के क्षेत्र की पूरी रैकी की।

    मंगलवार को ग्रामीणों से उन्होंने गुलदार की चहलकदमी को लेकर फीडबैक लिया था। बुधवार शाम वन विभाग की टीम, चार शूटर रैली में जुटे थे। जहां रात करीब साढ़े सात बजे गुलदार घटना स्थल के समीप आया। शूटरों व विभाग की टीम ने आदमखोर की की पहचान कर उसे मार दिया।

    डीएफओ गढ़वाल अभिमन्यु सिंह ने बताया कि गजल्ड गांव में घटना स्थल के समीप 200 से 300 मीटर के दायरे में गुलदार दिखाई दिया। जिसकी पहचान कर अंतिम विकल्प के रूप में उसे मार दिया गया है। उन्होंने बताया कि मृत गुलदार मादा है। जिसकी उम्र 5 से 6 साल के बीच है। उन्होंने बताया कि मृत गुलदार को नागदेव रेंज मुख्यालय पौड़ी लाया गया है।

    पशु चिकित्सक उसका परीक्षण कर रहे हैं। डीएफओ सिंह ने बताया कि गुलदार का डीएनए लिया जा रहा है। जिसका मिलान मृतक ग्रामीण से लिए गए गुलदार के डीएनए से मिलाया जाएगा। कहा कि विभाग शत प्रतिशत आश्वस्त है कि मारा गया गुलदार आदमखोर था।

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