श्रीनगर गढ़वाल : पिंजरे में कैद हुआ गुलदार, दहशत और भय से लोगों को मिली राहत
श्रीनगर गढ़वाल के कोटी गांव में गुलदार के हमले के बाद वन विभाग द्वारा खंडाह बछेली में लगाए गए पिंजरे में एक गुलदार कैद हो गया। मेडिकल जांच से पता चलेगा कि यह वही हमलावर गुलदार है या नहीं। वन विभाग की टीम क्षेत्र में गश्त कर रही है।

लगानु तोक में पिंजरे में कैद हुआ गुलदार। वन विभाग
संवाद सहयोगी, श्रीनगर गढ़वाल: बीते 20 नवंबर को कोटी गांव में गुलदार की ओर से दिनहाड़े महिला को निवाला बना देने के बाद क्षेत्र में फैली दहशत और भय से लोगों को थोड़ी राहत मिली है। बीते बुधवार देर रात लगभग दो से तीन बजे के मध्य खंडाह बछेली के लगानु तोक में एक गुलदार पिंजरे में कैद हुआ है।
हालांकि, यह कोटी गांव में महिला को निवाला बनाने वाला वही नरभक्षी गुलदार है अथवा नहीं, इसकी पुष्टि मेडिकल जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगी। तीन दिन पूर्व ही इस स्थान पर वन विभाग द्वारा गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया था।
बीते बुधवार देर रात्रि लगभग दो से तीन बजे के मध्य खंडाह बछेली के लगानु तोक में गुलदार पिंजरे में कैद हुआ है। वन विभाग की गश्त टीम सुबह पांच बजे जब पिंजरा जांचने पहुंची तो वहां उन्हें गुलदार कैद मिला।
वन क्षेत्राधिकारी पौड़ी दिनेश चंद्र नौटियाल ने बताया कि कोटी गांव में हुई घटना के बाद हमलावर गुलदार को पकड़ने के लिए चार पिंजरे लगाए गए हैं। जिनमें दो कोटी गांव, एक नयालगढ और तीन दिन पूर्व लगानू तोक पर भी एक पिंजरा लगाया गया था। जिसमें बुधवार देर रात गुलदार कैद हुआ।
गुलदार की उम्र लगभग चार वर्ष है, पकडे गए गुलदार को नागदेव रेंज पौड़ी ले जाया गया है, जहां उसकी मेडिकल जांच के बाद सैंपल परीक्षण के लिए भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून भेजे जाएंगे। यह वही हमलावर गुलदार है अथवा नहीं, मेडिकल जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
वहीं, वन क्षेत्राधिकारी पौड़ी दिनेश चंद्र नौटियाल ने कहा कि कोटी गांव और नयालगढ़ में लगे पिंजरे फिलहाल यथावत रहेंगे। वन विभाग की गश्त टीमें भी क्षेत्र में तैनात रहेंगी।
खंडाह बछेली क्षेत्र के साथ ही लगानू तोक में दो से तीन गुलदार सक्रिय हैं, जिनमें एक वन विभाग द्वारा पकड़ दिया गया है। ग्रामीणों को कुछ हद तक राहत भी मिली है, लेकिन अन्य गुलदारों को पकड़ने के लिए भी वन विभाग यहां पिंजरा लगाकर अन्य गुलदारों को भी पकड़ना चाहिए, जिससे ग्रामीणों को पूरी तरह से राहत भी मिल सके।
कुलदीप गुसाईं, ग्राम प्रधान, खंडाह बछेली
कोटी गांव में महिला को निवाला बना देने वाला वही गुलदार है अथवा नहीं, जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती है वन विभाग की टीम पूर्ववत की भांति गांव में गश्त पर रहे। पिंजरे लगे रहें और ड्रोन से भी क्षेत्र में अन्य सक्रिय गुलदारों की तलाश कर उन्हें पकड़ा जाए। केवल एक गुलदार पकड़ देने मात्र से ही समस्या का समाधान नहीं है।
करिश्मा देवी, ग्राम प्रधान, कोटी
क्षेत्र में गुलदारों की बढ़ती सक्रियता से ग्रामीणों में दहशत है। दिनदहाड़े गुलदार ग्रामीणों को दिख रहे हैं। ऐसे में वन विभाग को क्षेत्र में लगातार गश्त कर इन गुलदारों को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाने चाहिए। जिससे ग्रामीणों को राहत मिल सके।
अंजू देवी, ग्राम प्रधान, नयालगढ़
कुत्ते को बनाया निवाला
श्रीनगर शहर से सटे वार्ड 28 आम्रकुंज डांग में गुरुवार सुबह लगभग साढ़े चार बजे गुलदार ने एक कुत्ते को निवाला बना दिया। पार्षद जयपाल बिष्ट ने कहा कि उनके घर के पास ही गुलदार ने कुत्ते को अपना निवाला बनाया।
उन्होंने कहा कि गलियों में प्रकाश व्यवस्था नहीं होने से अंधेरा पसरा रहता है। अंधेरा होने से गुलदार इन गलियों से क्षेत्र में आ रहा है। गलियों में प्रकाश व्यवस्था के लिए उन्होंने निगम से स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग की थी लेकिन वह अभी तक नहीं लग पायी है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।