Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Uttarakhand News: लैंसडौन में स्थानीय लोगों से खुद पार्किंग वसूलेगा कैंट बोर्ड, यहां पढ़ें पूरी रेट लिस्ट

    लैंसडौन में अब स्थानीय लोगों से पार्किंग शुल्क कैंट बोर्ड द्वारा ही वसूला जाएगा। छावनी परिषद ने इसके लिए दरें भी निर्धारित कर दी हैं। पर्यटकों और टैक्सियों से पार्किंग शुल्क ठेकेदार ही वसूलेगा। स्थानीय लोगों के लिए दैनिक मासिक और वार्षिक पास की सुविधा भी होगी। छावनी परिषद की ओर से कैंट क्षेत्र की जनता से अपने वाहनों के पास छावनी परिषद कार्यालय से बनवाने की अपील की है।

    By Anuj khandelwal Edited By: Vivek Shukla Updated: Sat, 15 Mar 2025 03:48 PM (IST)
    Hero Image
    गांधी चौक समेत कैंट क्षेत्र, छावनी क्षेत्र में इस वर्ष वाहनों के पास बनाकर पार्किग की वसूली की जाएगी-जागरण

    संवाद सहयोगी, जागरण लैंसडौन। पर्यटन नगरी में स्थानीय लोगों के वाहनों के पास अब छावनी परिषद की ओर से जारी किए जाएंगे। छावनी परिषद ने लोकल लोगों के लिए पार्किंग शुल्क की दरें भी निर्धारित कर दी है। जबकि पर्यटकों समेत टैक्सी गाड़ियों के वाहनों की पार्किंग बीते वर्षो की भांति ठेकेदार से ही करवाई जाएगी। पार्किंग ठेके पर देने के लिए कैंट की ओर से टेंडर जारी कर दिए गए है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    छावनी क्षेत्र में स्थानीय लोगों से पार्किंग वसूलने की कमान अब कैंट बोर्ड ने अपने हाथों में ले ली है। दरअसल, बीते वर्षो के दौरान छावनी परिषद की ओर से स्थानीय समेत पर्यटकों व टैक्सी गाड़ियों से वाहनों की पार्किंग वसूलने का ठेका टेंडर के जरिए ठेकेदार को ही दिया जाता था।

    स्थानीय लोगों की ओर से कई बार वाहनों की पार्किंग न देने को लेकर ठेकेदार व जनता के बीच विवाद की स्थिति भी पैदा हो जाती थी। बीते वर्ष के दौरान पार्किंग के ठेकेदार की ओर से तो स्थानीय लोगों से इसी कारण पार्किंग की वसूली ही नहीं किए की गई।

    इसे देखते हुए छावनी परिषद अब स्थानीय लोगों के दुपहिया, चौपाहिया, व बड़े माल वाहनों से पार्किंग वसूलने के लिए खुद आगे आ गया है। छावनी परिषद की ओर से कैंट क्षेत्र की जनता से अपने वाहनों के पास छावनी परिषद कार्यालय से बनवाने की अपील की गई है।

    इसे भी पढ़ें- पति की इस आदत ने पत्नी और बच्चों को किया बेसहारा! उत्तराखंड पुलिस का वन स्टॉप सेंटर बना मददगार

    दूसरी ओर, पर्यटन नगरी में सैर-सपाटे के लिए पहुंचने वाले पर्यटकों समेत टैक्सी वाहनों से पार्किंग की वसूली के लिए छावनी परिषद की ओर से टेंडर जारी कर दिए गए है। गत वर्ष छावनी परिषद की ओर से जारी पार्किंग के ठेके का कार्यकाल बीती 28 फरवरी को समाप्त हो चुका है।

    पार्किंग की रेट लिस्ट जारी कर दी गई है। जागरण (सांकेतिक तस्वीर)


    मौजूदा समय में छावनी परिषद की ओर से अपने कर्मचारियों से ही पार्किंग की वसूली करवाई जा रही है। पार्किंग का टेंडर खुलने के बाद अप्रैल माह के मध्य तक लैंसडौन में स्थानीय लोगों को छोड़कर अन्य वाहनों के पार्किंग की वसूली ठेकेदार की ओर से करने की उम्मीद है। छावनी परिषद की ओर से स्थानीय लोगों के लिए प्रतिदिन के अलावा मासिक व वार्षिक पास बनाने की भी व्यवस्था लागू की गई है।

    छावनी परिषद की ओर से पार्किंग की निर्धारित दरे

    वाहन
    निर्धारित दर प्रतिदिन
    मासिक दरे
    वार्षिक दरे
    पर्यटक वाहन 45 रुपये

    पर्यटकों के बड़े वाहन

    वाहन निर्धारित दर प्रतिदिन मासिक दरे वार्षिक दरे
    टैंपो ट्रैवल, बसे आदि 80 रुपये
    टैक्सी, कार 40 रुपये
    माल वाहक 50 रुपये 800 1400
    स्थानीय लोगों के निजी वाहन 05 रुपये 100 400
    डेरियाखाल व जयहीखाल के निजी वाहन 10 रुपये 200 600

    नोट- कैंट की ओर से स्थानीय निजी वाहनों के लिए 250 प्रति वाहन छमाही व निकटवर्ती क्षेत्रों के लिए 400 रुपये वाहन शुल्क की भी दरे निर्धारित की गई है।

    टिप-इन-टॉप में चार घंटे की मिलेगी पार्किंग

    छावनी परिषद की ओर से टिप-इन-टाॅप की पार्किंग की दरे निर्धारित कर दी गई है। बीस रुपये प्रतिवाहन पार्किंग चार घंटों के लिए देय होगी। जबकि इसके बाद प्रति घंटे के लिए दस रुपये वसूले जाएंगे। जबकि बड़े वाहनों के साठ व दुपहिया वाहनों से पांच रुपये की वसूली होगी।

    इसे भी पढ़ें- उत्तराखंड में दर्दनाक हादसा: 700 मीटर गहरी खाई में गिरी ऑल्टो कार, दो की मौत और दो घायल

    पर्यटन नगरी में स्थानीय लोगों के वाहनों की पार्किंग वसूली छावनी परिषद की ओर से किए जाने का निर्णय लिया गया है। इस व्यवस्था को लागू करने से ठेकेदार व कैंट क्षेत्र की जनता के बीच किसी भी प्रकार का विवाद नहीं होगा। स्थानीय जनता के लिए हमने पार्किंग की दरे न्यूनतम रखी है। जबकि लोगों को मासिक के अलावा छमाही व प्रतिवर्ष शुल्क जमा करने की भी सुविधा दी गई है। स्थानीय लोगों को छोड़कर पूर्व की भांति सभी वाहनों से पार्किंग वसूली ठेकेदार की ओर से ही होगी। -साकिब आलम, मुख्य अधिशासी अधिकारी, छावनी परिषद लैंसडौन

    टैक्सी गाड़ियों को लेकर दरे निर्धारित नहीं

    छावनी परिषद की ओर से लैंसडौन-कोटद्वार, गुमखाल समेत विभिन्न मार्गो में चलने वाली टाटा-सूमो व मैक्स गाड़ियों की पार्किंग दरे निर्धारित नहीं की गई है। कैंट की ओर से टैक्सी गाड़ियों को गांधी चौक से अन्यत्र पार्किंग में शिफ्ट करने को लेकर टैक्सी यूनियनों से वार्ता चल रही है।

    छावनी परिषद की योजना है की गांधी चौक से टैक्सी-मैक्स वाहनों को शिफ्ट करने के बाद प्रति यूनियन के दो वाहनों को सवारी भरने के लिए गांधी चौक में जगह मुहैम्या करवाई जाए। जिससे खास तौर पर पर्यटन सीजन के दौरान गांधी चौक में जाम की स्थिति से छुटकारा मिलने के साथ ही वाहनों के दबाव को भी कम करेगा।