Move to Jagran APP

गर्मियों में नजर आने वाले पक्षियों का फरवरी में हो रहा दीदार Pauri News

मौसम में आए बदलावों का नतीजा पक्षियों पर भी पड़ रहा है। कोटद्वार और आसपास के क्षेत्रों में जो पक्षी गर्मियों के दौरान नजर आते थे उनका अब फरवरी में ही दीदार होने लगा है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Mon, 24 Feb 2020 10:08 AM (IST)Updated: Mon, 24 Feb 2020 10:08 AM (IST)
गर्मियों में नजर आने वाले पक्षियों का फरवरी में हो रहा दीदार Pauri News

कोटद्वार, अजय खंतवाल। मौसम के मिजाज में आए बदलावों का ही नतीजा है कि कोटद्वार और आसपास के क्षेत्रों में जो पक्षी गर्मियों के दौरान नजर आते थे, उनका अब फरवरी में ही दीदार होने लगा है। वर्तमान में इन अप्रवासी पक्षियों की मौजूदगी लैंसडौन प्रभाग के जंगलों के साथ ही बस्तियों के आसपास भी दिखाई दे रही है।

loksabha election banner

पक्षी प्रेमियों के लिए गढ़वाल का प्रवेश द्वार कोटद्वार व आसपास का क्षेत्र स्वर्ग से कम नहीं है। यहां पक्षियों की 350 से अधिक प्रजाति वास करती हैं।

इसलिए पक्षी प्रेमी वर्षभर इनके दीदार को यहां आते रहते हैं। इनमें प्रवासी पक्षियों की भी बहुतायत है। पिछले कुछ समय से तो ऐसे कई पक्षी भी दिखाई दे रहे हैं, जिन्होंने बाहर से आकर क्षेत्र के जंगलों में बसेरा बनाया है। इनमें ब्लैक कैप्ड किंगफिशर, लांग टेल्ड ब्रॉडबिल, ब्राउन डिपर, फुर्र टेल्ड सनबर्ड, यलो बिल्ड फिनटेल, ब्लैक नेप्ड मोनार्च, बोनल ईगल जैसी कई पक्षी प्रजाति हैं, जो क्षेत्र में नजर आ रही हैं। पक्षी विशेषज्ञ राजीव बिष्ट बताते हैं कि जलवायु परिवर्तन के कारण पक्षी तेजी से अपना बसेरा बदल रहे हैं। इसका प्रमाण है कोटद्वार क्षेत्र के जंगलों में प्रवासी पक्षियों की बढ़ती आमद।

क्षेत्र में बसेरा करने वाली पक्षी प्रजाति

क्षेत्र में जहां बारटेल्ड ट्री कीपर, गूजेंडर, ब्राउन फिश आउल, बार ङ्क्षवग्ड फ्लाई कैचर स्राइक, रेड बिल्ड लियोथ्रेक्स, ब्लैक स्ट्रोक, ग्रे हेडेड केनरी फ्लाई कैचर, ब्राउन हैडेड बारबेट, स्पॉटेड फ्रॉकटेल, स्नोई ब्राउड फ्लाई कैचर जैसी कई प्रजाति के पक्षी नजर आते हैं, वहीं ग्रेट हार्नबिल्स, ग्रे हार्नबिल्स, मलार्ड, नार्दन शॉवलर, मरगेंजर, पाइड किंगफिशर, क्रिस्टेड किंगफिशर, ड्रांग्स भी पक्षी प्रेमियों का ध्यान अपनी ओर खींचते हैं।

इंतजार करते रह गए पक्षी प्रेमी

दिसंबर 2018 में कोटद्वार में हुए स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल ने ऐसी छाप छोड़ी कि देश के कोने-कोने से आए पक्षी प्रेमी इस वर्ष भी क्षेत्र में बर्ड फेस्टिवल का इंतजार करते नजर आए। लैंसडौन वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी अखिलेश तिवारी बताते हैं कि क्षेत्र में बर्ड ग्रोथ सेंटर खोला जाना प्रस्तावित है। इसी ग्रोथ सेंटर में बर्ड फेस्टिवल भी होने हैं। बताया कि ग्रोथ सेंटर का प्रस्ताव शासन में भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही बर्ड फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा।

यह भी पढ़ें: उत्‍तराखंड में फल-फूल रहा मगरमच्छ, घड़ियाल व ऊदबिलाव का कुनबा

यह भी पढ़ें: जेवर एयरपोर्ट से सारस क्रेन और ब्लैकबक के वासस्थल पर संकट


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.