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    उत्‍तराखंड में कोतवाली के मालखाने का हाल : चूहे पी गए शराब, बारिश में टपकती छत से कुर्की के सामान खराब

    Uttarakhand News उत्तराखंड के रामनगर कोतवाली के मालखाने का हाल बेहाल है। चूहे शराब पी रहे हैं और बारिश में टपकती छत से कुर्की के सामान खराब हो रहे हैं। कंप्यूटर उपकरणों में जंग लग गया है और दीवारों में सीलन से दस्तावेज फट गए हैं। कुर्की के सामान व उपकरणों पर जंग लग चुका है और गांजे के कट्टों व बोरों को दीमक ने फाड़ दिया है।

    By Deep belwal Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sat, 07 Dec 2024 04:22 PM (IST)
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    Uttarakhand News: जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। प्रतीकात्‍मक

    दीप बेलवाल, जागरण  हल्द्वानी । Uttarakhand News: रामनगर कोतवाली के मालखाने का बुरा हाल है। पुलिस कर्मी चूहों व दीमक से परेशान हो चुके हैं। बरसात में मालखानों की छतें टपक रही हैं, जिससे कंप्यूटर उपकरण खराब हो गए हैं। दीवारों में सीलन से दस्तावेज फट गए हैं। कुर्की के सामान व उपकरणों पर जंग लग चुका है और गांजे के कट्टों व बोरों को दीमक ने फाड़ दिया है।

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    आबकारी एक्ट के तहत बरामद की गई शराब के पाउचों को चूहे क्षति पहुंचा रहे हैं। कई लीटर शराब चूहों के कारण मालखाने से गायब हो चुकी है। रामनगर ही कुमाऊं के अधिकांश मालखानों का यही हाल है। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों का ध्यान इस ओर नहीं जाता। दैनिक जागरण संवाददाता ने सूचना का अधिकार (आरटीआइ) के तहत लोक सूचना अधिकारी एसएसपी कार्यालय से पांच बिंदुओं पर सूचना मांगी थी।

    लोक सूचना अधिकारी ने यह सूचना प्रत्येक थानों को रेफर की और बिंदुवार सूचना देने को कहा। आरटीआइ के तहत बिंदु संख्या दो में जानकारी मांगी गई थी कि वर्ष 2010 से जिलों के मालखानों में पड़े मादक पदार्थों को चूहे, दीमक व अन्य कीटों से कितना नुकसान हुआ है?

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    रामनगर कोतवाली के लोक सूचना अधिकारी ने इसका जवाब देते हुए बताया है कि मालखाने की सफाई कराई गई तो सामने आया कि दीमक व सीलन से स्वापक औषधि और मन प्रभावी पदार्थ अधिनियम (एनडीपीएस एक्ट) के तहत बरामद माल जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पड़े हैं।

    दीमक से माल को बचाने के लिए कीटनाशक दवा डाली गई है। बरसात में नए व पुराने मालखानों की छतें टपकने लगी थीं। छतों से पानी टपकने का असर मालखाने में रखे कंप्यूटर उपकरणों, फोटो सेशन प्रपत्रों व नमूना मोहर पर पड़ रहा है। उपकरण खराब हो गए हैं। प्रपत्र भी सीलन से खराब हो चुके हैं।

    गांजों के कट्टे व बोरे फट रहे हैं, जिन्हें नए कट्टों व बोरों में रखकर सुरक्षित मालघर में रख दिया है। 60 आबकारी अधिनियम, कुर्की, माल मुकदमाती लोहे के सामान पर जंग लग गया है। आबकारी अधिनियम व कुर्की के सामान को चूहों ने नुकसान पहुंचा दिया है। छतों के बरसात में टपकने से बरामद सामानों में सीलन के कारण फफूंदी लग गई है, लेकिन यह नहीं बताया कि सीलन, चूहे व दीमक से कितने सामान को नुकसान हुआ है।

    कुर्की के फर्नीचर को खा गए दीमक, बिस्तर सड़ा

    कुर्की के मालों की देखरेख करने पर पुलिस को पता चला है कि मालखाने में बारिश का पानी आने से कुर्की के दौरान जब्त किए गए बिस्तर व कपड़े सड़-गल गए हैं। लकड़ी के सामान पर दीमक लग गया है, जिन्हें साफ कर दिया गया है। कीटनाशक डालकर बचाव का प्रयास किया जा रहा है।

    चूहों को मारने के लिए रखीं दवाएं रामनगर कोतवाली के मालखाने के मालों को नुकसान पहुंचा रहे चूहों से पुलिसकर्मी परेशान हैं। सामान को काटकर क्षति पहुंचा रहे चूहों को मारने के लिए अब चूहे मारने की दवाएं रखी गई हैं। वहीं, बारिश से खराब हुए दस्तावेजों को सुखाकर सुरक्षित जगहों पर रखा जा जा रहा है।

    गांजा का कट्टा उठाते ही फटा

    मो. दिलशान को पुलिस ने गांजे के संग पकड़ा था। इस मामले में गांजे के तीन कट्टों को मालखाने में रख दिया था। पहले कट्टे में 12.40 किलो, दूसरे कट्टे में 5.840 किलो और तीसरे कट्टे में 8.40 किलो गांजा रखा गया था, जबकि चौथे सफेद कपड़े में इलेक्ट्रानिक तराजू रखा था। पुलिस ने इस मामले में मालखाने से 8.40 किलो के कट्टे को रेक से नीचे उतारा तो वह फट गया। जिसे अब दूसरे कट्टे में रखा गया है। यह बात भी आरटीआइ में सामने आई है।

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