झोपड़ियों में आग लगने से दो मासूमों भाई बहनों की मौत
ग्राम पूछडी क्षेत्र में एक ही परिवार की तीन झोपड़ियों में भीषण आग लगने से झोपड़ी में सो रहे दो मासूम भाई बहनों की जलकर दर्दनाक मौत हो गई।
रामनगर, नैनीताल [जेएनएन]: ग्राम पूछडी क्षेत्र में एक ही परिवार की तीन झोपड़ियों में भीषण आग लगने से झोपड़ी में सो रहे दो मासूम भाई बहनों की जलकर दर्दनाक मौत हो गई। झोपड़ी में जल रही मोमबत्ती से आग लगने की बात सामने आ रही है।
घटना में तीनों झोपड़ियों में रखा सारा सामान भी जलकर आग की भेंट चढ़ गया। मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की टीम ने आग पर काबू पाया। वहीं घटना के बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। घटना की सूचना पर पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा। दोनों मासूम मृतकों का परिवार कोसी नदी में मजदूरी करते है।
जानकारी के अनुसार गुरुवार की देर शाम ग्राम पुछडी स्थित बिहारी टप्पर में अज्ञात कारणों से आग लगने से तीन झोपडी आग की भेंट चढ़ गई। बताया जाता है कि तीनों ही झोपड़ी एक ही परिवार की थी। ग्राम टैली थाना जिला बदायूं निवासी राजेश पुत्र स्वर्गीय खूब सिंह अपने भाई मनोज, अनिल मां सुनीता देवी के साथ कोसी नदी में मजदूरी का कार्य करते थे।
उक्त तीनों भाइयों की झोपड़ी एक साथ बनी हुई थी। गुरुवार की शाम परिवार के सभी लोग गांव में किसी विवाह समारोह में शामिल होने गए थे। घर में राजेश की छोटी बहन अंजली (9 वर्ष) उसका भाई सूरज 11 वर्ष सो रहे थे। इसी बीच अचानक एक झोपड़ी में लगी आग से उठी लपटों ने राजेश के घर में सो रहे उसके छोटे भाई सूरज व बहन अंजलि को अपनी चपेट में ले लिया।
आग की लपटों से मनोज व अनिल की झोपडिया भी जलकर राख हो गईं। सूरज व अंजलि की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद कुछ ग्रामीणों ने राजेश के साथ ही पुलिस व दमकल विभाग को घटना की जानकारी दी।
इसके बाद राजेश अपने परिजनों के साथ मौके पर पहुंचा जहां उसने अपने भाई सूरज व बहन अंजलि को झोपड़ी के अंदर मृत पाया। मौके पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पाया। पुलिस आग लगाने का कारणों की जांच कर रही है। प्राथमिक दृष्टया झोपड़ी में जल रही मोमबत्ती से आग लगने की बात सामने आ रही है।
यह भी पढ़ें: एचटी लाइन की चपेट में आई बस में लगी आग, 20 झुलसे; तीन गंभीर
यह भी पढ़ें: रुद्रपुर में कंफैक्शनरी की दुकान में आग लगने से लाखों का सामान जला
यह भी पढ़ें: दून और हरिद्वार में आग से लाखों का सामान जलकर राख