इस बार होली पर्व पर बन रहा अद्भुत संयोग, राशि के अनुसार जानें विघ्न बाधा दूर करने के उपाय
इस साल होली का पर्व अद्भुत संयोग लेकर आ रहा है। यह है गुरु और शनि का विशेष योग। इन दोनों ग्रहों के स्वराशि धनु व मकर में रहने से पर्व सौहार्द और शांति का संदेश लेकर आएगा।
रामनगर, जेएनएन : इस साल होली का पर्व अद्भुत संयोग लेकर आ रहा है। यह है गुरु और शनि का विशेष योग। इन दोनों ग्रहों के स्वराशि धनु व मकर में रहने से पर्व सौहार्द और शांति का संदेश लेकर आएगा। नौ मार्च को फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा के प्रदोष काल में होलिका दहन होगा और मंगलवार 10 मार्च को होली खेली जाएगी। श्री तारा प्रसाद दिव्य पंचांग के संपादक, ज्योतिषाचार्य डॉ. रमेश चंद्र जोशी के अनुसार सोमवार को होलिका दहन काल का यह शुभ संयोग 499 वर्ष बाद बना है। तब 21 फ रवरी 1521 को गुरु व शनि अपनी स्वराशि क्रमश: धनु एवं मकर में थे। इस वर्ष होली पर सूर्य व बुध कुंभ राशि, शुक्र मीन, राहु मिथुन, चंद्रमा सिंह व मंगल केतु राशि में रहेंगे।
राशि अनुसार दूर करें विघ्न बाधाएं
मेष : इस राशि के जातकों को पारिवारिक, स्वास्थ्य या कारोबारी दिक्कत हो तो तांबे की कटोरी में चमेली का तेल, पांच लौंग व आंवले के पत्ते, थोड़ा सा गुड़ दहन के समय होलिका में अर्पित करें। इसके साथ श्री भौमाय नम : का जाप करें।
वृष : घर में अशांति, व्यापारिक, आर्थिक समस्या पर चांदी या स्टील की कटोरी में गाय का कच्चा दूध, पांच चुटकी चावल, दो चम्मच चीनी, सफेद फू ल समेत श्री शिवाय हरि मंत्र का जाप कर अग्नि को समर्पित करें।
मिथुन : अनावश्यक विवाद, कलह, व्यापार में घाटा, अपनों का विरोध के निदान के लिए होलिका दहन के समय कांसे की कटोरी में 50 ग्राम हरे धनिये का रस, 108 साबुत मूंग के दाने, पीपल के पांच पत्ते, हरे रंग की मिठाई को श्री दुर्गा देव्यै नम: का जाप करते हुए अग्नि को समर्पित करें।
कर्क : मानसिक अस्थिरता, काम में रुचि न होना, परिवार में अशांति का निदान करने के लिए कटोरी में दही रख उसमें एक मु_ी चावल, अशोक के सात पत्ते, दो पीस सफेद पेठे की मिठाई रखें। नम: शिवाय मंत्र का जाप करते हुए इसे अग्नि को समर्पित करें।
सिंह : स्वास्थ में खराबी, कार्यों में बाधा से बचने के लिए तांबे की कटोरी में पांच चम्मच घी, एक मु_ी गेहंू, पांच चम्मच बूरा, अशोक के पांच पत्ते श्री सूर्य नारायण नम: का जाप कर अग्नि को समर्पित करें।
कन्या : कार्य में स्थिरता लाने, उधार में दिया धन वापस न मिलने, कोर्ट कचहरी के मामलों में जीत के लिए कांसे की कटोरी में दो ढक्कन आंवले का तेल रखें, पांच पत्ते नीम, पांच इलायची व नारियल से बनी मिठाई को श्री विष्णुवे नम: के जाप के साथ अग्नि को समर्पित करें।
तुला : व्यापारिक, शारीरिक, पारिवारिक समस्या के निदान के लिए चांदी के अभाव में स्टील की कटोरी में पांच चम्मच गाय के दूध से बनी खीर, पांच पत्ते शीशम, गेंदा के पांच फूल को अग्नि को समर्पित कर दें। श्री महालक्ष्मये नम: का जाप करें।
वृश्चिक : कार्य में सफ लता न मिलने पर तांबे की कटोरी में दो ढक्कन चमेली का तेल, पांच साबुत लाल मिर्च, बूंदी का एक लड्डू, गूलर के पांच पत्ते श्री पवन पुत्राय नम: के जाप के साथ अग्नि को समर्पित करें।
धनु : व्यापारिक, शारीरिक समस्या पर कटोरी में गाय का दो चम्मच घी, थोड़ा सा गुड़, पांच दाने चने की दाल, आम के पांच पत्ते लेकर श्री बृं बृहस्पतये नम: का जाप कर अग्नि को समर्पित करें।
मकर : व्यापारिक, शारीरिक या अन्य समस्या के समाधान को कटोरी में तीन चम्मच सरसों का तेल, पांच चुटकी काला तिल, बरगद के पांच पत्ते, एक काला गुलाब जामुन होलिका की अग्नि को समर्पित करें।
कुंभ : स्वास्थ्य, कारोबार संबंधी बाधाओं के हल को कटोरी में पांच चम्मच तिल का तेल, साबुत उड़द के 108 दाने, कदंब या अशोक के पांच पत्ते, पांच काली मिर्च, काले रंग की एक पीस मिठाई को शनिदेव का ध्यान कर अग्नि को समर्पित करें।
मीन : अप्रत्याशित विघ्न बाधाओं के निदान के लिए कटोरी में बादाम का तेल, चने की दाल के 108 दाने, थोड़ी पीली मिठाई, आम का पत्ते, एक गांठ हल्दी लेकर उसे श्री गुरुवे नम: का जाप कर अग्नि को समर्पित करें।
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