अंतरराष्ट्रीय झूलापुल बंद होने से भारतीय बैंक से पेंशन नहीं निकाल पा रहे नेपाली पेंशनर्स
भारतीय सेना सहित अन्य सरकारी महकमों में कार्य करने वाले नेपाली पेंशनर्स भारत से पेंशन नहीं निकाल पा रहे। दोनों देशों के बीच झूलापुल से आवाजाही बंद होने से परेशानी बढ़ गई है।
झूलाघाट (पिथौरागढ़), जेएनएन : भारतीय सेना सहित अन्य सरकारी महकमों में कार्य करने वाले नेपाल निवासी भारत से पेंशन लेने वाले पेंशनर्स की माली हालत खराब है। तीन माह से पेंशन नहीं मिलने वाले पेंशनर्स की नेपाल सरकार ने भी सुध नहीं ली। भारत के पेंशनर्स होने से लॉकडाउन के दौरान किसी तरह की राहत सामग्री भी नहीं दी है। इधर पेंशनर्स के पेंशन के लिए नेपाल के बैतड़ी जिले के जिलाधिकारी ने पुल खोलने के लिए पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी को पत्र भेजा है।
पिथौरागढ़ की सीमा से लगे नेपाल के बैतड़ी जिले के सात सौ लोग भारत के पेंशनर्स हैं। यह भारत की सेना और अन्य विभागों के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। बैतड़ी जिले के सात सौ पेंशनर्स को स्टेट बैंक झूलाघाट से पेंशन मिलती है। मार्च माह के बाद लॉकडाउन के चलते तीन माह से पेंशन नहीं मिली है। लॉकडाउन के दौरान नेपाल में लोगों को राहत बांटी गई परंतु भारत से पेंशन लेने वाले पेंशनर्स को यह राहत भारत के पेंशनर्स बताते हुए नहीं दी गई। पेंशनर्स केवल पेंशन पर ही निर्भर हैं। सभी के परिवार बड़े हैं तीन माह से पेंशन नहीं मिलने से उनके सामने परिवार चलाना मुश्किल हो चुका है।
नेपाल प्रशासन ने पिथौरागढ़ डीएम को भेजा पत्र
भारत से पेंशन लेने वाले पेंशनर्स को पेंशन के लिए झूलाघाट के अंतरराष्ट्रीय पुल को खोलने के लिए सहमति मांगी है। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ. वीके जोगदंडे ने पत्र भारत सरकार के गृह मंत्रालय को भेज दिया है।
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