Adi Kailash Yatra: आदि कैलास-ओम पर्वत यात्रा का शेड्यूल जारी, जागेश्वर के साथ पाताल भुवनेश्वर के भी होंगे दर्शन
कैलास मानसरोवर यात्रा इस साल से शुरू होने की उम्मीद के बीच कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) ने आदि कैलास-ओम पर्वत यात्रा का शेड्यूल जारी कर दिया है। यात्रा का पहला दल 14 मई को काठगोदाम से रवाना होगा। यह दल यात्रा पूरी कर काठगोदाम में ही रिपोर्ट करेगा जबकि धारचूला से यात्रा का पहला दल 15 मई से रवाना होगा।

किशोर जोशी, जागरण, नैनीताल। कैलास मानसरोवर यात्रा इस साल से शुरू होने की उम्मीद के बीच कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) ने आदि कैलास-ओम पर्वत यात्रा का शेड्यूल जारी कर दिया है।
पहला दल 14 मई को काठगोदाम से रवाना होगा
यात्रा का पहला दल 14 मई को काठगोदाम से रवाना होगा। यह दल यात्रा पूरी कर काठगोदाम में ही रिपोर्ट करेगा, जबकि धारचूला से यात्रा का पहला दल 15 मई से रवाना होगा। काठगोदाम से आठ और धारचूला से पांच दल यात्रा पर जाएंगे।
काठगोदाम से जाने वाले श्रद्धालु गोलज्यू मंदिर चितई, शिव के प्रसिद्ध धाम जागेश्वर व पाताल भुवनेशवर गुफा के भी दर्शन करेंगे।अक्टूबर 2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यात्रा के बाद आदि कैलास-ओम पर्वत यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में बढ़ोतरी हुई है।
श्रद्धालुओं का दल काठगोदाम से भीमताल होते हुए पहुंचेगा पिथौरागढ़
यात्रा शेड्यूल के अनुसार पहले दिन श्रद्धालुओं का दल काठगोदाम से भीमताल, जागेश्वर होते हुए 196 किमी दूरी तय कर पिथौरागढ़, दूसरे दिन पिथौरागढ़ से 96 किमी का सफर कर धारचूला जाएगा।
पहला आधार शिविर धारचूला रहेगा
पहला आधार शिविर धारचूला रहेगा। तीसरे दिन धारचूला से गुंजी, चौथे दिन गुंजी से वाया नाबी-कुटी होते हुए यात्री नाभीढांग जाएंगे। गणेश पर्वत के दर्शन के बाद नाग पर्वत, व्यास गुफा, कालापानी में काली मंदिर दर्शन, नाबी पर्वत और नाभीढांग से ओम पर्वत दर्शन करेंगे। पांचवें दिन गुंजी से ज्योलीकांग जाएंगे।
वहां कुट्टी गांव, निक्छू पर्वत दर्शन, पार्वती सरोवर, आदि कैलास, पांडव पर्वत, पार्वती मुकुट के दर्शन करेंगे। छठे दिन बूंदी से वाया धारचूला होते हुए चौकोड़ी, पाताल भुवनेश्वर गुफा दर्शन व यात्रा समाप्ति के आठवें दिन अल्मोड़ा से काठगोदाम लौट जाएंगे।
दूसरी ओर धारचूला से शुरू होने वाली यात्रा में पहले दिन आधार शिविर धारचूला, दूसरे दिन धारचूला से गुंजी, तीसरे दिन गुंजी से नाभीढांग, चौथे दिन गुंजी से ज्लोलिंबकांग व बूंदी जाएंगे। पांचवें दिन बूंदी से धारचूला श्रद्धालु लौट आएंगे।
कैलास मानसरोवर यात्रा को संपन्न कराने में सहयोग देगी भारतीय सेना
कैलाश मानसरोवर यात्रा- 2025 की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। यात्रा को लेकर बुधवार को सेना और प्रशासन के बीच बैठक हुई। ब्रिगेडियर गौतम पठानिया ने कैलास मानसरोवर यात्रा को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि उच्च हिमालय में यात्रा के संचालन में सेना पूरी मदद देगी। इधर, भारत और चीन के बीच पिछले दिनों कई स्तरों की बैठक के बाद उम्मीद की जा रही है कि 2025 में कैलास मानसरोवर यात्रा फिर शुरू होगी।
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