कैलास मानसरोवर यात्रा: हेली सेवा की दो करोड़ रुपये की है उधारी, यात्रा में लग सकता है अड़ंगा
हेली सेवा के करीब दो करोड़ की रकम के पेंडिंग होने से प्रसिद्ध कैलास मानसरोवर तैयारियां प्रभावित हो रही हैं। यात्रा का पहला जत्था 12 जून को कुमाऊं में प्रवेश करेगा।
नैनीताल, जेएनएन : प्रसिद्ध कैलास मानसरोवर यात्रा में पिछले साल की यात्रा में हेली सेवा समेत अन्य व्यवस्थाओं की उधारी अब तक कुमाऊं मंडल विकास निगम के सिर पर है। पिछले साल यात्रा पूरी होने के बाद निगम द्वारा इस खर्च की पूर्ति से संबंधित पत्रावलियां विदेश मंत्रालय को भेजी गई थी। करीब दो करोड़ इस रकम के पेंडिंग होने से यात्रा तैयारियां प्रभावित हो रही हैं। प्रसिद्ध कैलास मानसरोवर यात्रा का पहला जत्था 12 जून को कुमाऊं में प्रवेश करेगा। निगम सूत्रों के अनुसर पिछले साल की यात्रा में सड़क खराब होने की वजह से पिथौरागढ़ से धारचूला गूंजी तक वायु सेना के हेलीकॉप्टर का उपयोग किया गया। वायु सेना के अधिकारी-कर्मचारियों के ठहरने समेत अन्य व्यवस्थाओं के साथ ही हेली सेवा में निगम को करीब दो करोड़ खर्च करना पड़ा। इसमें ट्रांसपोटर का ही 55 लाख रुपये चुकता करना है। इस बार भी 18 बैच जाने हैं।
आदि कैलास में अब तक दो सौ पंजीकरण
कुमाऊं मंडल विकास निगम की ओर से प्रस्तावित आदि कैलास यात्रा इस बार 13 जून से शुरू होगी। कुल 20 दल आदि कैलास यात्रा में जाएंगे। निगम के मंडलीय साहसिक प्रबंधक गिरधर सिंह मनराल के अनुसार अब तक दो सौ भक्त पंजीकरण करा चुके हैं। आदि कैलास यात्रा में हर साल यात्री बढ़ रहे हैं।
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