प्रतिष्ठान को सरकारी बता पर्यटक दंपती को महंगे दाम पर बेची रजाई, नेट पर चेक करने पर खुला राज
शहर के एक प्रतिष्ठान कर्मियों ने खुद को सरकारी कर्मी बता पर्यटकों को महंगे दाम पर रजाई बेच चूना लगा दिया। प्रतिष्ठान का नाम देख पर्यटक दंपती भी गच्चा खा गई।
नैनीताल, जेएनएन : नैनीताल के एक प्रतिष्ठान कर्मियों ने खुद को सरकारी कर्मचारी बताकर पर्यटकों को महंगे दाम पर रजाई बेच चूना लगा दिया। प्रतिष्ठान का नाम देख पर्यटक दंपती भी गच्चा खा गए। शाम को पर्यटक ने इंटरनेट पर सर्च किया तो उसे प्रतिष्ठान को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली। इस पर ठगी का अहसास होने पर कोतवाली में तहरीर दे दी गई। दंपती कार्रवाई के लिए जब तैयार नहीं हुआ तो पुलिस ने रजाई की कीमत वापस दिला दी और प्रतिष्ठान के दोनों कर्मियों का चालान काट दिया।
सेक्टर छह बीएचईएल हरिद्वार निवासी प्रकाश झा अपनी पत्नी के साथ नैनीताल आए थे। सोमवार दोपहर वह स्नोव्यू क्षेत्र में घूमते हुए एक प्रतिष्ठान में खरीदारी की मंशा से पहुंचे। सामान काफी महंगा होने पर उन्होंने कारण पूछा तो कर्मियों ने प्रतिष्ठान को सरकारी बताया। साथ ही खुद समेत सभी कर्मियों के भी सरकारी होने का दावा किया। कर्मियों ने सामान्य रजाई दिखाई और उसको पश्मीना की बनी हुई बता 6850 रुपये ठग लिए। झांसे में आ रजाई खरीद वह शाम को होटल पहुंचे। वहां प्रतिष्ठान की जानकारी लेने के लिए इंटरनेट पर सर्च किया तो कोई जानकारी नहीं मिली। बिल के साथ लगे वारंटी कार्ड में लिखा फोन नंबर भी बंद था।
मंगलवार को प्रकाश कोतवाली पहुंचे और ठगी होने का शिकायती पत्र दिया। एसएसआइ यूनुस खान ने बताया कि शिकायतकर्ता द्वारा कार्रवाई नहीं चाहने पर रजाई की खरीद राशि उन्हें लौटा दी गई है। प्रतिष्ठान के दो कर्मियों चंदन सिंह और गुड्डू कुमार का 81 पुलिस एक्ट के तहत एक-एक हजार का चालान किया गया है।
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