coronavirus : उत्तराखंड हाईकोर्ट में आज से फ्रेश और अर्जेंट केस पर ही होगी सुनवाई
कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए हाई कोर्ट में 17 मार्च से फ्रेश व जरूरी मामलों पर ही सुनवाई होगी। मुख्य न्यायाधीश ने हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के प्रस्ताव पर सहमति जताई है।
नैनीताल, जेएनएन : कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए हाई कोर्ट में 17 मार्च से फ्रेश व जरूरी मामलों पर ही सुनवाई होगी। मुख्य न्यायाधीश ने हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के प्रस्ताव पर सहमति जताई है। मंगलवार को इसे लेकर एडवायजरी जारी होगी, जबकि मुकदमों की लिस्ट में भी दिशा-निर्देश शामिल रहेंगे। कोरोना महामारी घोषित करने के बाद परिस्थितियों को देखते हुए सोमवार को हाई कोर्ट बार एसोसिएशन की आपात बैठक बुलाई गई।
अध्यक्ष पूरन सिंह बिष्ट की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में संक्रमण के संभावित प्रभावों पर चर्चा हुई। साथ ही जरूरी व फ्रेश केसों पर ही सुनवाई का प्रस्ताव पारित किया गया, जिसके बाद बार पदाधिकारी मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश रंगनाथन से मिले और उन्हें प्रस्ताव के बारे में अवगत कराया। दोपहर में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने उत्तराखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से वीडियो कांफ्रेंसिंग पर इस मामले पर चर्चा की। शाम को मुख्य न्यायाधीश ने महाधिवक्ता व बार के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिवक्ताओं से मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए सहयोग करने की अपील की। साथ ही कहा कि अर्जेट केस ही फाइल करें। साथ ही भरोसा दिलाया कि अगर कोई अधिवक्ता इस दौरान कोर्ट से अनुपस्थित रहता है तो उसके केसों में एडवर्स आदेश पारित नहीं किया जाएगा।
बार एसोसिएशन के सचिव जयवर्धन काडपाल ने बताया कि अभी उत्तराखंड में कोरोना वायरस का एक मामला सामने आया है। इससे डरने की जरूरत नही है, लेकिन नैनीताल पर्यटन स्थल है, इसलिए आशंकाएं बनी हुई हैं। उन्होंने अधिवक्ताओं से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचने की सलाह भी दी है।
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