इलेक्शन ड्यूटी : अगले पांच दिन कुमाऊं के नौ विभागों में नहीं मिलेंगे डायरेक्टर और एमडी
प्रदेश के 29 आइएएस व पीसीएस अधिकारियों की लोकसभा चुनाव की मतगणना में बतौर सामान्य प्रेक्षक आंध्र प्रदेश कर्नाटक तमिलनाडू व ओडिसा में ड्यूटी लगी है।
हल्द्वानी, जेएनएन : कुमाऊं मंडल में अगले पांच दिनों तक महत्वपूर्ण विभागों के निदेशक स्तर के अधिकारी नहीं मिल पाएंगे। प्रदेश के 29 आइएएस व पीसीएस अधिकारियों की लोकसभा चुनाव की मतगणना में बतौर सामान्य प्रेक्षक आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडू व ओडिसा में ड्यूटी लगी है। इनमें सात अधिकारी कुमाऊं मंडल में तैनात हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने 23 मई को होने वाली मतों की गणना के लिए उत्तराखंड से आइएएस अधिकारियों को प्रेक्षक के रूप में नियुक्त करने के निर्देश जारी किए थे, जिसके बाद राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अधिकारियों को 21 मई तक बतौर प्रेक्षक संबंधित प्रदेशों में उपस्थित होने का निर्देश जारी कर दिया है।
इन आइएएस अफसरों की यहां लगी ड्यूटी
अरविंद सिंह हयांकी-आंध्र प्रदेश
रंजीत कुमार सिन्हा-असम
सविन बंसल-कर्नाटक
भूपेंद्र कौर औलख-केरल
डी. सेंथिल पांडियन-मध्य प्रदेश
सी रवि शंकर- मध्य प्रदेश
आनंद स्वरूप -तमिलनाडू
अशीष जोशी -ओडिसा
विनोद प्रसाद- ओडिसा
कुमाऊं के नौ अफसर आंध्र व कर्नाटक में देंगे ड्यूटी
मतगणना प्रेक्षक के लिए आरएफसी कुमाऊं ललित मोहन रयाल, निदेशक समाज कल्याण विनोद गोस्वामी, प्रकाश चंद्र निदेशक डेयरी विकास विभाग की ड्यूटी आंध्रप्रदेश व कर्नाटक में लगाई गई है। निदेशक यूआइआरडी हरीश चंद्र कांडपाल, निदेशक सेवायोजन जीवन सिंह नगन्याल, निदेशक कार्मिक जीबी पंत विवि करमेंद्र सिंह, निदेशक आइटीआइ अहमद इकबाल, निदेशक पटवारी प्रशिक्षण संस्थान श्रीश कुमार और मंडी विपणन बोर्ड के निदेशक बीएस चलाल की भी प्रदेश से बाहर ड्यूटी लगाई गई है। सभी अधिकारियों को 21 मई को संबंधित प्रदेश व जिलों में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी है।
इन पीसीएस अधिकारियों की भी लगी ड्यूटी
बंशीधर तिवारी- आंध्र प्रदेश
अभिषेक त्रिपाठी- आंध्र प्रदेश
सुंदरलाल सेमवाल आंध्र प्रदेश
अशोक कुमार पांडे- आंध्र प्रदेश
देव कृष्ण तिवारी-आंध्र प्रदेश
प्रकाश चंद्र दुम्का- आंध्र प्रदेश
राजेंद्र कुमार-आंध्र प्रदेश
उदय राज सिंह आंध्र प्रदेश
उमेश नारायण पांडे-कर्नाटक
रवनीत चीमा-कर्नाटक
चंद्र सिंह कर्नाटक
अब 26 के बाद ही होगी इन अधिकारियों से मुलाकात
निदेशक व प्रबंध निदेशक स्तर के अधिकारियों के मतगणना ड्यूटी में बतौर प्रेक्षक जाने पर उनके स्थान पर विभाग के अन्य अधिकारी उनका कार्यभार देखेंगे। इसलिए विभागों में बहुत ज्यादा काम काज प्रभावित नहीं होगा। सूत्रों की माने तो आचार संहिता के चलते वैसे भी विभागों में बजट आवंटन सहित तमाम कार्यों पर फिलहाल रोक लगी है। वित्तीय स्वीकृति जैसे ज्यादातर कार्य निर्वाचन आयोग की अनुमति के बाद ही किए जा रहे हैं। 21 मई को अधिकारियों को ड्यूटी पर पहुंचना है और 23 को मतगणना के बाद आंध्र व कर्नाटक से वापस कुमाऊं पहुंचने में समय लगेगा। इसके बाद 26 को रविवार है, इसलिए यह माना जा रहा है कि 27 मई सोमवार को ही अधिकारियों से मुलाकात हो सकेगी।
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