कैलास यात्रा का विदेश मंत्रालय पर 2.11 करोड़ बकाया, जानें क्या है कारण
कैलास मानसरोवर यात्रा 2019 शुरू हो गई है लेकिन बीते वर्ष की यात्रा का दो 2.11 करोड़ बकाया केएमवीएन को अभी तक भुगतान नहीं हुआ है।
हल्द्वानी,गणेश पांडे : कैलास मानसरोवर यात्रा 2019 शुरू हो गई है, लेकिन बीते वर्ष की यात्रा का दो 2.11 करोड़ बकाया केएमवीएन को अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। पिछली बार मौसम खराब होने से यात्रा लंबी चलने के कारण कुमाऊं मंडल विकास निगम को अधिक व्यय करना पड़ा था।
पिछली बार तीन यात्री दलों के लौटने के बाद उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौसम अत्यधिक खराब हो गया था। हेली सेवा भी नियमित उड़ान नहीं भर पाई थी। ऐसे में केएमवीएन को गुंजी व पिथौरागढ़ में यात्रियों को अतिरिक्त दिनों तक ठहराने से 69.24 लाख व आवास, भोजन, परिवहन आदि पर 1.42 करोड़ अधिक व्यय करना पड़ा। निगम ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है। इससे केएमवीएम की चिंता बढ़ी हुई है।
इस बार छोलिया नृत्य नहीं देख पाए यात्री
पिछले कई सालों से कैलास मानसरोवर यात्रियों के स्वागत में कुमाऊं की पारंपरिक छोलिया नृत्य के दर्शन होते रहे हैं। कुमाऊं की खास छोलिया नृत्य परंपरा को देखकर यात्री काफी उत्साहित होते थे। वे देवभूमि से लौटने पर यहां की संस्कृति, वाद्ययंत्रों की यादें सजोकर अपने साथ ले जाते हैं। सूत्र बताते हैं कि कैलास यात्रा में लागत बढऩे व पिछले बकाए को देखते हुए केएमवीएन ने छोलिया दलों को नहीं बुलाया। केएमवीएन की मानें तो भारत में यात्रियों के परिवहन, रहना, खानपान आदि की व्यवस्था के लिए उसे प्रति यात्री महज 35 हजार रुपये मिलते हैं।
विदेश मंत्रालय को फिर से भेजा गया पत्र
अशोक जोशी, महाप्रबंधक केएमवीएन ने बताया कि पिछले साल के बकाए 2.11 करोड़ रुपये के भुगतान के लिए विदेश मंत्रालय को फिर से पत्र भेजा गया है। बजट के अभाव में यात्रा में व्यवधान नहीं आने दिया जाएगा।
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