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मेहरा को साथ लेने के बाद भी भाजपा को अल्‍मोड़ा जिपं अध्‍यक्ष के चुनाव में नहीं मिला फायदा

दशकों से कांग्रेस पार्टी से जुड़े वरिष्ठ नेता मोहन सिंह मेहरा गुरुवार को अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की मौजूदगी में उन्होंने भाजपा का दा

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 08 Nov 2019 09:47 AM (IST)Updated: Fri, 08 Nov 2019 09:47 AM (IST)
मेहरा को साथ लेने के बाद भी भाजपा को अल्‍मोड़ा जिपं अध्‍यक्ष के चुनाव में नहीं मिला फायदा
मेहरा को साथ लेने के बाद भी भाजपा को अल्‍मोड़ा जिपं अध्‍यक्ष के चुनाव में नहीं मिला फायदा

अल्मोड़ा, जेएनएन : दशकों से कांग्रेस पार्टी से जुड़े वरिष्ठ नेता मोहन सिंह मेहरा गुरुवार को अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की मौजूदगी में उन्होंने भाजपा का दामन थामा। मेहरा अपने पुत्र सुरेंद्र मेहरा को जिला पंचायत का टिकट न देने से कांग्रेस से नाराज थे। बावजूद इसके चुनाव परिणाम आने के बाद स्पष्ट हो गया कि भाजपा को मेहरा को साथ लेने का फायदा नहीं मिल पाया।

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कांग्रेस के मोहन ङ्क्षसह मेहरा पूर्व में अल्मोड़ा के जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं। बाद में उनकी पत्नी पार्वती मेहरा भी कांग्रेस से जिला पंचायत की अध्यक्ष रही। इस बार वह अपने पुत्र सुरेंद्र मेहरा के लिए पार्टी से टिकट मांग रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने द्वाराहाट से विधायक रहे मदन बिष्ट की पत्नी उमा बिष्ट पर दांव खेला। जिसके बाद से मेहरा और उनके समर्थक नाराज चल रहे थे। इस दौरान मेहरा ने यूकेडी के साथ मिलकर तीसरा मोर्चा बना लिया था और सुरेंद्र मेहरा का जिपं अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भी करा लिया था। जिसके बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों की मुश्किलें बढ़ गई थी। भाजपा ने कांग्रेस पार्टी की इस फूट का फायदा उठाया और लगातार मेहरा से संपर्क बनाए रखा। बुधवार को जिले के प्रभारी व उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन ङ्क्षसह और बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्या अचानक अल्मोड़ा पहुंचे और मेहरा से सर्किट हाउस के बंद कमरे में बातचीत की। मेहरा ने बुधवार को अपने पत्ते नहीं खोले। गुरुवार सुबह मेहरा सर्किट हाउस पहुंचे और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ङ्क्षसह रावत, सांसद अजय टम्टा व अन्य भाजपा नेताओं की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने वहीं भाजपा को समर्थन का एलान भी कर दिया। चुनाव परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आए। ऐसे में मेहरा को भाजपा में शामिल करने का पार्टी का कोई लाभ होता नहीं दिखा। 

कांग्रेस ने लगाया गोपनीयता भंग करने का आरोप

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक मतदाता पर मतदान की गोपनीयता भंग करने का आरोप लगाया। जिला निर्वाचन अधिकारी को दिए पत्र में कांग्रेस की उम्मीदवार उमा बिष्ट, उपाध्यक्ष प्रत्याशी देवेंद्र बिष्ट और पंकज कुमार ने कहा है कि मतदान के दौरान एक सदस्य ने अवैध रूप से मत देते हुए खुले में मतदान किया। जिससे मतदान की गोपनीयता तो भंग हुई ही है। मतदान केंद्र में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, इसलिए पूरे मामले की जांच कर इस निरस्त किया जाए।

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