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    Haldwani News: जब काठगोदाम में अचानक आया मलबा, चूल्हे पर चढ़ा खाना छोड़ नंगे परिवार भागे लोग; सुनाई आपबीती

    By Jagran NewsEdited By: Swati Singh
    Updated: Wed, 09 Aug 2023 12:02 PM (IST)

    Haldwani News उत्तराखंड में बारिश से पहाड़ दरकने लगे हैं। नदी नाले उफान पर हैं और इनका मलबा घरों में घुस रहा है। काठगोदाम में बैराज के गेट के आगे रपटा ...और पढ़ें

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    जब काठगोदाम में अचानक आया मलबा, चूल्हे पर चढ़ा खाना छोड़ नंगे परिवार भागे लोग; सुनाई आपबीती

    हल्द्वानी, गोविंद बिष्ट। उत्तराखंड में हर साल बरसात के मौसम में तबाही का मंजर देखने को मिलता है। कभी जोशीमठ कभी केदारनाथ, हर साल यहां प्राकृतिक आपदा आता है। उत्तराखंड के हल्द्वानी में इस साल बारिश से लोगों की जान आफत में है। लगातार हो रहे भूस्खलन से यहां लोगों में भी दहशत है। हल्द्वानी के लोगों ने खुद अपनी जिंदगी के उन डरावने पलों को साझा किया, जो शायद उनसे उनके परिवार को छीन लेता।

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    काठगोदाम में बैराज के गेट के आगे रपटा है, जिसमें कलसिया नाले का पानी आता है। मंगलवार यह नाला अपने रौद्र रूप था। ऐसा रूप, जिसे सालों से आसपास रहने वाले किसी शख्स ने नहीं देखा। थोड़ी देर में बोल्डर और मिट्टी का ढेर लग चुका था। जमरानी कॉलोनी इस नाले से सटी हुई है। कॉलोनी इंचार्ज रमेश चंद्र आर्य ने बताया कि दस परिवार यहां सरकारी क्वार्टर में रहते हैं।

    चूल्हे पर खाना छोड़ भागा परिवार

    जमरानी कॉलोनी और स्टोर के इंचार्ज रमेश चंद्र आर्य ने इस हादसे की आपबीती सुनाते हुए बताया कि मुझे 27 साल यहां रहते हुए हो गए हैं। गौला, कलसिया और बाकी नालों में हर साल पानी को उफान मारते हुए देखा है, लेकिन मंगलवार रात बादल फटा या क्या हुआ, कुछ समझ ही नहीं आ रहा। पत्नी और बच्चे सब्जी काटने के बाद चूल्हे में चढ़ाने की तैयारी में लगे थे। बाहर का मंजर देख सभी को नंगे पांव भागना पड़ा। चप्पल पहनने तक का समय नहीं मिला। यह आपबीती है की।

    सभी ने स्थिति को देखते दौड़ लगा दी। हल्द्वानी में किसी रिश्तेदार के वहां जाकर शरण ली। आपदा के दौरान रमेश का परिवार घर पर था। सभी रात का खाना बनाने की तैयारी में थे। लेकिन पत्नी और बच्चों को चूल्हा पर चढ़ा खाना छोड़ दौड़ लगानी पड़ी। वहीं, घरों में पानी और मिट्टी घुसी हुई थी। चौंकाने वाली बात यह है कि कालोनी सड़क और नाले से ऊंचाई पर है। उसके बावजूद यह हाल हो गया।

    कलसिया से सटे घर, स्कूल में भी रात भर सो न सके पीड़ित

    काठगोदाम में चौकी से ठीक पहले पुल से नीचे दोनों तरफ घनी आबादी है और बीच में बहता है कलसिया नाला। वैसे हर साल बरसात के दिनों में यहां डर का माहौल रहता है। लेकिन मंगलवार रात जैसी स्थिति पहले कभी नहीं बनी। भले पुलिस और प्रशासन ने खतरे की जद में आए घरों में रहने वाले लोगों को स्कूल में शिफ्ट कर दिया, लेकिन जिंदगी भर की जमा पूंजी से बने मकानों को नुकसान की आशंका से कोई सो न सका।

    6399002099 पर करें संपर्क, प्रशासन करेगा मदद

    एसडीएम मनीष कुमार ने कहा कि काठगोदाम स्कूल में लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था की गई है। किसी भी तरह की मदद या जानकारी के लिए लोग 6399002099 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।

    रात भर लोगों को सतर्क करते रहे अधिकारी

    कलसिया नाला, बैराज और खतरे की आशंका वाला क्षेत्र काठगोदाम थाना क्षेत्र में आता है। ऐसे में एसओ काठगोदाम प्रमोद पाठक और चौकी इंचार्ज फिरोज आलम पहले लोगों को बाहर निकालने में जुटे रहे। उसके बाद रात भर गाड़ी से मुनादी करते रहे। साथ ही लोगों से अपील की गई किसी भी परेशानी में सीधा पुलिस से मदद मांगे।