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कालांकार रियासत की महारानी नीलिमा सिंह की हरिद्वार में अंत्येष्टि

कालांकार रियासत के राजा दिनेश प्रताप सिंह की धर्मपत्नी महारानी नीलिमा सिंह का बुधवार को हरिद्वार में खड़खड़ी श्मशान घाट पर राजसी सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Wed, 05 Feb 2020 06:19 PM (IST)Updated: Wed, 05 Feb 2020 08:44 PM (IST)
कालांकार रियासत की महारानी नीलिमा सिंह की हरिद्वार में अंत्येष्टि
कालांकार रियासत की महारानी नीलिमा सिंह की हरिद्वार में अंत्येष्टि

हरिद्वार, जेएनएन। पूर्व विदेश मंत्री और उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले की कालांकार रियासत के राजा दिनेश प्रताप सिंह की धर्मपत्नी महारानी नीलिमा सिंह का बुधवार को हरिद्वार में खड़खड़ी श्मशान घाट पर राजसी सम्मान के साथ  अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनकी बेटी पूर्व कांग्रेस सांसद राजकुमारी रत्ना सिंह के पुत्र भुवन्यु सिंह ने दी। 

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उत्तराखंड की टिहरी रियासत के महाराजा नरेंद्र शाह की पुत्री और महाराजा मानवेंद्र सिंह की बहन महारानी नीलिमा सिंह का मंगलवार को 95 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया था। कालाकांकर, टिहरी, रामगढ़, दिलवाड़ा, बड़बानी और रूड़ी (ओरछा) समेत विभिन्न राजघरानों के प्रतिनिधियों ने खड़खड़ी श्मशान घाट पर उन्हें अंतिम विदाई दी। कालाकांकर और टिहरी राजघराने के प्रमुख लोगों के साथ गणमान्य नागरिक, राजनेता और अधिकारी दिवंगत आत्मा को श्रद्धासुमन अॢपत करने पहुंचे थे। टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह भी हरिद्वार पहुंचकर राजकुमारी रत्ना सिंह को ढांढस बंधाया।

महारानी नीलिमा कुमारी सिंह का बचपन टिहरी रियासत की राजधानी नरेंद्रनगर में बीता था। उनकी यहां से कई यादें जुड़ी थीं। टिहरी राजघराने के सदस्य ठाकुर भवानी प्रताप सिंह ने बताया कि महारानी नीलिमा अक्सर टिहरी और नरेंद्रनगर आया करती थीं। बाद में उम्र अधिक हो जाने पर उनका आना-जाना कम हो गया था। वह अंतिम बार यहां राजा मानवेंद्र सिंह के निधन पर आईं थी। बताया कि अंतिम विदाई पर उन्हें टिहरी राजघराने की तरफ से भी राजसी सम्मान दिया गया।

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टिहरी राजघराने की ओर से महाराजा मनुजेंद्र शाह, राव कृर्ति प्रताप सिंह, ठाकुर भवानी प्रताप सिंह, राजपाल सिंह जड़धारी प्रमुख रूप से मौजूद रहे। इसके अलावा कालाकांकर स्टेट, लालगंज प्रतापगढ़ से मनीष कुमार सिंह, अस्कोट रियासत से ठाकुर अनिल पाल सिंह, रूड़ी ओरछा से महाराज टिक्का भाई राजा बहादुर, बड़बानी स्टेट से महाराज मजवदेर सिंह, राजकुमार वैभव नारायण सिंह, युवराज सिद्धराज सिंह, दिलवाड़ा स्टेट राजस्थान से कुंवर विज्ञात सिंह, राजकुमार प्रज्ञात सिंह, रामगढ़ स्टेट झारखंड से राजा बहादुर सौरभ कुमार सिंह, विवेक भार्गव, सुरेंद्र मनवाल विशेष रूप से मौजूद रहे।

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