Uttarakhand scholarship scam: दून के कॉलेजों पर कसा शिकंजा, तीन के खिलाफ मुकदमा
एसआइटी अनुसूचित जाति-जनजाति को मिलने वाली छात्रवृत्ति के करीब नौ करोड़ रुपये के बंदरबांट के मामले में देहरादून के तीन कॉलेजों पर मुकदमा दर्ज कराया है।
देहरादून, जेएनएन। छात्रवृत्ति घोटाले में हरिद्वार के बाद देहरादून के कॉलेजों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। एसआइटी अनुसूचित जाति-जनजाति को मिलने वाली छात्रवृत्ति के करीब नौ करोड़ रुपये के बंदरबांट के मामले में देहरादून के तीन कॉलेजों पर मुकदमा दर्ज कराया है। एसआइटी हरिद्वार में अब तक 28 और देहरादून में चार मुकदमे दर्ज करा चुकी है।
नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर एसपी मंजूनाथ टीसी की अगुवाई में गठित एसआइटी करोड़ों रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही है। एसआइटी उत्तराखंड के उन तमाम कॉलेजों की पूरी कुंडली खंगाल रही है, जहां वर्ष 2011-12 से 2016-17 के बीच छात्रवृत्ति वितरण में अनियमितता बरती गई है। गरीब एससी-एसटी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति के रूप में मिलने वाली सरकारी धनराशि का बंदरबांट करने के जैसे-जैसे साक्ष्य मिलते जा रहे हैं। उसी के साथ मुकदमों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
इसी क्रम में सोमवार को सनराइज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंसेज मेहूंवाला के खिलाफ पटेलनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस संस्थान पर छात्रवृत्ति के 2.15 करोड़ रुपये गबन का आरोप है। हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी एंड रिसर्च रांझावाला पर करीब चार करोड़ रुपये के गबन का आरोप है। इसके खिलाफ सहसपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं, एसबी कॉलेज ऑफ एजूकेशन बाईपास रोड पर विकासनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस संस्थान पर 2.68 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति के गबन का आरोप है।
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