अलर्ट के बीच चौराहे पर सरेआम गोलीकांड से फैली सनसनी, हरिद्वार पुलिस की मुस्तैदी पर उठे सवाल
हरिद्वार में भारत-पाक तनाव के बीच सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई जब व्यस्त चौराहे पर हथियारबंद बदमाशों ने एक युवक पर हमला कर दिया। व्यापारियों के हस्तक्षेप के बाद एक हमलावर पकड़ा गया जबकि अन्य फरार हो गए। घटना के बाद व्यापारियों ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। पुलिस मामले की जांच कर रही है शुरुआती जांच में पता चला है कि झगड़ा स्कूल की दोस्ती से जुड़ा है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। भारत-पाक तनाव के बीच शहर से लेकर गांव और जिले की सीमाओं से लेकर मंदिर, रोडवेज अड्डे व रेलवे स्टेशन तक मुस्तैदी का दावा किया जा रहा है। राउंड द क्लॉक चेकिंग चल रही है। पुलिस व अर्द्धसैनिक बल के जवान फ्लैग मार्च कर रहे हैं। लेकिन हरिद्वार के सबसे व्यस्ततम चौराहे पर महिला सहित तीन लोग न सिर्फ हथियार लेकर पहुंच जाते हैं, बल्कि सरेआम तमंचे की बट से जानलेवा हमला भी कर देते हैं।
बात यहीं पर खत्म नहीं होती, बीच-बचाव कराने वाले व्यापारियों को खौफजदा करने के बाद महिला सहित दो आरोपित शहर से फरार भी हो जाते हैं। ऐसे में युद्ध को लेकर बरती जा रही मुस्तैदी कहां है। गोलीकांड को लेकर आमजन के मन में भी यह सवाल उठते रहे।
आरोपित हथियार लेकर आए और घटना को अंजाम देकर भाग निकले। यदि हमलावर को गोली न लगती तो पीड़ित युवक की जान जा सकती थी। तब व्यापारियों की मदद से पकड़ा गया हमलावर भी फरार हो चुका होता। कुल मिलाकर शुक्रवार रात धर्मनगरी के बीचों-बीच हुए जानलेवा हमले और गोलीकांड ने मुस्तैदी की पोल खोलकर रख दी।
बैठक लेते एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल: जागरण
व्यापारियों ने किया हंगामा
घटना के दौरान व्यापारियों ने युवक को बचाने का प्रयास किया तो हमलावरों ने उनकी तरफ भी तमंचा घुमा दिया। जिससे व्यापारी दहशत में आ गए। हमलावर सुमित के हाथ से चली गोली उसके पैर में लगने के बाद हमलावर घबरा गए। तब व्यापारियों ने हिम्मत दिखाते हुए सुमित को पकड़ लिया। सरेआम घटना के बाद व्यापारियों ने भी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए हंगामा किया। उनका सवाल था कि ऐसे तो दुकानों में घुसकर बदमाश उन्हें भी निशाना बना सकते हैं। कानून का खौफ क्यों नहीं है। व्यापारियों ने दुस्साहस पर नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग उठाई।
घायल सुमित एम्स ऋषिकेश रेफर
अपने ही तमंचे से गोली चलने पर घायल हुए सुमित को एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया गया। इससे पहले रात में एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल, एसपी सिटी पंकज गैरोला, सीओ ज्वालापुर अविनाश वर्मा ने अस्पताल पहुंचकर उससे पूछताछ की। आरोपितों की धरपकड़ के लिए टीम बनाने के निर्देश भी एसएसपी ने दिए।
स्कूल की फ्रेंडशिप से जुड़ा है झगड़ा
पुलिस की शुरूआती छानबीन में सामने आया है कि झगड़े के पीछे स्कूल की फ्रेंडशिप है। दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल चौधरी का बेटा अभिनव जगजीतपुर क्षेत्र के नामी स्कूल में पढ़ता है। कुछ समय पहले तक आरोपित मनीष उर्फ पिंटू राठी की दो बेटियां भी इसी स्कूल में पढ़ती थी। बताया गया है कि अभिनव और मनीष राठी की एक बेटी के बीच सामान्य दोस्ती थी। पिंटू को यह बात नागवार गुजरी।
कांग्रेस नेता राहुल चौधरी का आरोप है कि मनीष राठी व उसके साथी पहले भी कई बार अभिनव पर हमले का प्रयास कर चुके हैं। शुक्रवार की रात भी मनीष, सुमित व बरखा पूरी प्लानिंग से अभिनव के साथ अनहोनी और उसे फंसाने के उद्देश्य से पीछा करते हुए रानीपुर मोड़ पहुंचे थे।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य से पूछताछ
घटनास्थल से फरार होने के बाद आरोपित सीधे जगजीतपुर पहुंचे और घर की चाबियां अपने रिश्तेदार पूर्व जिला पंचायत सदस्य को सौंपकर फरार हो गए। पुलिस की छानबीन में यह बात सामने आने बाद पूर्व जिला पंचायत सदस्य को पूछताछ के लिए बुलाया गया।
आरोपितों के पश्चिमी उत्तर प्रदेश फरार होने की बात सामने आ रही है। दरअसल, मनीष राठी प्रॉपर्टी डीलर है और उसकी अधिकांश रिश्तेदारी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में है। सुमित व बरखा उसके यहां काम करते हैं। सुमित मुजफ्फरनगर का निवासी बताया गया है। जबकि बरखा लाल मंदिर कॉलोनी ज्वालापुर की निवासी बताई गई है।
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