एक महीने से हरिद्वार में घूम रहा विशालकाय जानवर, वन विभाग बेबस; लोगों में दहशत
Haridwar News हरिद्वार में पिछले एक महीने से एक विशालकाय हाथी ने लोगों को दहशत में डाल रखा है। हाथी आए दिन आबादी वाले इलाकों में घुस रहा है और लोगों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। वन विभाग की टीम हाथी को जंगल में वापस भेजने में नाकाम रही है। हाथी के आतंक से ग्रामीण अपने खेतों में काम करने के लिए भी नहीं जा पा रहे हैं।

जागरण संंवाददाता, हरिद्वार। Haridwar News: बहादराबाद क्षेत्र में पिछले एक माह से एक हाथी की दहशत बनी हुई है। आए दिन आबादी क्षेत्र में हाथी की दस्तक लोगों के लिए मुसीबत बन गयी है। बहादराबाद के पास के जंगल से हाथी आए दिन बहादराबाद कलियर मार्ग सहित अन्य आसपास की गांव में दस्तक दे रहा है।
गन्ने की फसल को भारी मात्रा में पहुंचाया नुकसान
साथ ही ग्रामीणों की गन्ने की फसल को भी नुकसान पहुंचा रहा है। गुरुवार की सुबह हाथी बहादराबाद के कलियर मार्ग होते हुए श्री राम कॉलोनी के पास गन्ने के खेतों में पहुंचा। जहां हाथी ने गन्ने की फसल को भारी मात्रा में नुकसान पहुंचा।
.jpg)
हाथी ने गन्ने की फसल को नुकसान पहुंचाया। जागरण
वन विभाग बेबस
वन विभाग की टीम ने हाथी को भगाने का प्रयास किया तो हाथी खेड़ली गांव की ओर बढ़ा। वन विभाग की टीम पिछले एक माह से हाथी को दूर जंगल में नहीं छोड़ पा रही है। हाथी ने बहादराबाद के पास के छोटे जंगल में ही डेरा डाला हुआ है। हाथी के आबादी क्षेत्र में आने की दहशत के कारण ग्रामीण अपने खेतों में काम करने के लिए भी नहीं जा पा रहे हैं।
तिरछे पुल पर आया हाथी, राहगीरों में हड़कंप
श्यामपुर : श्यामपुर रेंज के जंगलों से गंगा की ओर हाथियों का रुख बढ़ता जा रहा है। खासकर कांगड़ी स्थित तिरछे पुल पर रोजाना शाम होते ही हाथी जंगल से निकलकर गंगा की ओर जा रहे हैं। बुधवार शाम को भी एक हाथी अचानक हाईवे पर आ गया, जिससे वहां से गुजर रहे राहगीरों में हड़कंप मच गया।
.jpg)
तिरछे पुल पर आया हाथी। जागरण
वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर ट्रैफिक रुकवाया और हाथी को जंगल की ओर खदेड़ा। हरिद्वार वन प्रभाग की श्यामपुर रेंज कांगड़ी से रसियाबड़ तक फैली हुई है। इस इलाके में पहले भी हाथी भोजन और पानी की तलाश में आबादी की ओर बढ़ते रहे हैं।
यह भी पढ़ें- यातायात नियम तोड़ने वालों की अब बनेगी डिजिटल कुंडली, तीसरी बार में होगी कार्रवाई
हालांकि, हाल के दिनों में हाथियों ने गांवों की ओर रुख नहीं किया, लेकिन पूर्वी गंग नहर के सूखने के कारण अब वे हाईवे पार कर गंगा की ओर जा रहे हैं। पहले वन विभाग ने जंगली जानवरों को आबादी से दूर रखने के लिए सोलर फेंसिंग लगाई थी, जो अब यह क्षतिग्रस्त हो चुकी है। जिससे हाथी आसानी से सड़क पार कर रहे हैं।
वन क्षेत्राधिकारी महेश शर्मा ने बताया कि तिरछे पुल पर वनकर्मियों को तैनात किया गया है, ताकि हाथियों को नियंत्रित किया जा सके। एलिफेंट कॉरिडोर का निर्माण होने के बाद यह समस्या पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।