Move to Jagran APP

पूर्व कुलपति से ठगे सवा सात लाख रुपये, पॉलिसी लैप्स होने का दिया था झांसा

पूर्व कुलपति को पॉलिसी लैप्स होने का झांसा देकर ठगों ने सवा सात लाख की ठगी कर ली। आरोपितों ने खुद को एक लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का कर्मचारी बताकर ठगी की।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 19 May 2020 02:10 PM (IST)Updated: Tue, 19 May 2020 02:10 PM (IST)
पूर्व कुलपति से ठगे सवा सात लाख रुपये, पॉलिसी लैप्स होने का दिया था झांसा
पूर्व कुलपति से ठगे सवा सात लाख रुपये, पॉलिसी लैप्स होने का दिया था झांसा

रुड़की, जेएनएन। रुड़की विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति को पॉलिसी लैप्स होने का झांसा देकर ठगों ने सवा सात लाख की ठगी कर ली। आरोपितों ने खुद को एक लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का कर्मचारी बताकर ठगी की। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।

loksabha election banner

सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र के सिविल लाइंस निवासी डॉ. गोपाल रंजन रुड़की विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति है। डॉ. गोपाल रंजन ने एक लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में पॉलिसी जमा कराई थी। वर्ष 2018 में उनके पास एक महिला का फोन आया। महिला ने अपना नाम श्वेता शर्मा निवासी गौतम बुधनगर, उप्र बताया। उसने खुद को लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का कर्मचारी बताया। उसने डॉ. रंजन को बताया कि उनकी पॉलिसी लैप्स हो चुकी है। पॉलिसी की प्रीमियम राशि प्राप्त करने के लिए उन्हें अब कुछ रकम कंपनी के खाते में जमा करानी होगी। 

इसके बाद इनके पास माधुरी कश्यप निवासी मयूर विहार नई दिल्ली ने भी फोन करके खाते में रकम जमा करने को कहा। इसके अलावा दो अन्य महिलाओं ने भी खुद को कंपनी का कर्मचारी बताकर खाते में रकम जमा कराने को कहा। उनकी बातों में आकर डॉ. गोपाल रंजन ने खाते में सात लाख 25 हजार की रकम जमा करा दी। इसके बाद हाल ही में महिलाओं के फोन नंबर बंद आने लगे, जिस पर डॉ. गोपाल रंजन को अपने साथ ठगी का एहसास हुआ। इस मामले की तहरीर सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस को दी गई।

सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने तहरीर के आधार पर माधुरी कश्यप मयूर विहार नई दिल्ली, उपासना सेठ नई दिल्ली, श्वेता शर्मा निवासी गौतमबुधनगर, उप्र, अदिति मिश्र निवासी नई दिल्ली पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।

जंगल में पेड़ काटे जाने के मामले में जांच शुरू

लॉकडाउन के दौरान खानपुर वन रेंज से पेड़ काटे जाने के मामले में जांच शुरू हो गई है। लॉकडाउन के दौरान वन माफिया ने खानपुर वन रेंज की हलजौरा और सिकरौढ़ा वन बीट समेत कई स्थानों से सागौन, ढाक, खैर के पेड़ा काट दिए थे। बड़े पैमाने पेड़ कटान हुआ है। एक माह पहले भगवानपुर सिकरौढ़ा मार्ग एवं सिकरौढ़ा में लकड़ी से लदे दो लोडर वन विभाग ने पकड़े थे।

यह भी पढ़ें: पुलिसकर्मी से जमीन के नाम पर हड़पे साढ़े 13 लाख रुपये Dehradun News

वन विभाग ने मुकदमा भी दर्ज किया था। आशंका जताई गई थी कि बड़े पैमाने पर लकड़ियों का कटान किया गया है। इस दौरान शिकायत वन विभाग के उच्च अधिकारियों से भी शिकायत की गई। लोगों की माने तो करीब दो सौ पेड़ काटे जाने की आशंका है। हालांकि वन विभाग के अधिकारी इतने बड़े पैमाने पर पेड़ काटे जाने से इंकार कर रहे हैं। इस संबंध में खानपुर के वन रेंज के रेंजर राम सिंह ने बताया कि जांच की जा रही है। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

यह भी पढ़ें: कोरोना काल में बढ़ा साइबर ठगी का संक्रमण, बचने को रखें इन बातों का ध्यान


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.