Move to Jagran APP

सेना और ग्रीमीणों के बीच हुए विवाद में चार मुकदमे दर्ज, इस दौरान लॉकडाउन की भी उड़ी थी धज्जियां

सेना और ग्रामीणों के बीच रास्ते को लेकर हुए विवाद में पुलिस ने चार मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इनमें एक मुकदमा सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस ने लॉकडाउन के उल्लंघन पर दर्ज किया है

By Raksha PanthariEdited By: Published: Fri, 08 May 2020 11:05 AM (IST)Updated: Fri, 08 May 2020 11:05 AM (IST)
सेना और ग्रीमीणों के बीच हुए विवाद में चार मुकदमे दर्ज, इस दौरान लॉकडाउन की भी उड़ी थी धज्जियां
सेना और ग्रीमीणों के बीच हुए विवाद में चार मुकदमे दर्ज, इस दौरान लॉकडाउन की भी उड़ी थी धज्जियां

रुड़की, जेएनएन। सेना और ग्रामीणों के बीच रास्ते को लेकर हुए विवाद में पुलिस ने चार मुकदमे दर्ज किए गए हैं।  इनमें एक मुकदमा सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस ने लॉकडाउन के उल्लंघन पर दर्ज किया है, जिसमें सेना और ग्रामीणों को नामजद किया गया है। वहीं, मामले को लेकर सेना की ओर से भी दो मुकदमें दर्ज कराए गए हैं। 

loksabha election banner

दरअसल, हरिद्वार में रास्ते को लेकर सेना और ग्रामीणों के बीच चल रहे विवाद ने गुरुवार को तूल पकड़ लिया। मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए। इस दौरान जमकर पथराव हुआ, जिसमें कई लोग घायल हो गए। इसके बाद शुक्रवार को मामले में पुलिस ने चार मुकदमे दर्ज किए हैं। एक मुकदमा सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस की तरफ से दर्ज  कराया गया है, जिसमें लॉकडाउन का उल्लंघन और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मुकदमे में सेना और ग्रामीणों को नामजद किया गया है। 

वहीं, सेना की ओर से ग्रामीणों के खिलाफ दो मुकदमे  खिलाफ दर्ज कराए गए हैं। एक मुकदमा पंजाब रेजीमेंट और दूसरा 6 गरेनियर रेजीमेंट की तरफ से कराया गया है। इस मुकदमे में सात नामजद समेत सैकड़ों ग्रामीण आरोपी बनाए गए हैं। वहीं, चौथा मुकदमा टोडा कल्याणपुर के ग्राम प्रधान शमशाद की तरफ से दर्ज कराया गया है। इसमें सेना के चार नामजद अधिकारियों के अलावा अन्य सेना के जवानों को आरोपित बनाया गया है। एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि बवाल की वीडियो के आधार पर छानबीन की गई है।

यह भी पढ़ें: हरिद्वार में सेना और ग्रामीणों के बीच टकराव, जमकर हुई पत्थरबाजी; लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां

ये है पूरा मामला 

दरअसल, चार दिन पहले सेना और ग्राणीणों के बीच रास्ते को लेकर विवाद हुआ था। गुरुवार को मामले ने तूल पकड़ लिया। इस दौरान ग्रामीणों ने सेना पर आरोप लगाते हुए कहा कि सेना ने उनपर पथराव किया। विवाद बढ़ता देख एएसडीएम गोपाल सिंह चौहान और सीओ चंदन सिंह बिष्ट मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझा बुझाया ने ग्रामीणों को शांत कराया। इस मामले को लेकर सेना के अधिकारी और प्रशासन के अधिकरियों के साथ मिलकर ग्रामीणों के साथ वार्ता कर इस विवाद को सुलझाएंगे। इस आश्वासन के बाद ग्रामीण मौके से हट गए हैं। आपको बता दें कि ये रास्ता बंद होने से छह गांव के लोग परेशान हैं। 

यह भी पढ़ें: मामूली बात को लेकर रामपुर गांव में दो पक्षों में खूनी संघर्ष, पथराव में चार घायल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.