प्रणव सिंह चैंपियन के समर्थन में होने वाली महापंचायत स्थगित, रुड़की पहुंचे हजारों लोग; महल के दरवाजे खोले
Kunwar Pranav Singh Champion गोलीकांड में कोर्ट ने कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था। जबकि उमेश कुमार को जमानत पर रिहा कर दिया गया। पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन ने जेल से पत्नी को चिट्ठी भेजी है। उन्होंने गुर्जर समाज से एक बात का आग्रह किया है। प्रशासन ने पूर्व विधायक और उसके परिवार के सभी हथियारों के लाइसेंस निलंबित कर दिये हैं।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Kunwar Pranav Singh Champion: लक्सर में महापंचायत स्थगित होने के बावजूद हजारों की संख्या में लोग पुलिस की बेरीकेडिंगग तोड़कर रंगमहल तक पहुंच गये। इस दौरान पुलिस से नोकझोंक हुई और जमकर हंगामा हुआ। पुलिस ने रंगमहल का गेट बंद करा दिया।
भीड़ बढ़ने पर पुलिस ने रंगमहल का गेट खुलवाया। इस मौके पर वीर गुर्जर समाज के अध्यक्ष रविंद्र सिंह ने विधायक उमेश कुमार से सावर्जनिक माफी मांगने तथा चैंपियन पर दर्ज मुकदमे से जानलेवा हमले की धारा हटाने की मांग की। कहा कि मांग पूरी नहीं होती है तो पांच फरवरी को फिर से लोग एकत्रित होंगे और इस पर निर्णय लेंगे।
भीड़ करीब दो घंटे तक डटी रही। इस दौरान पुलिस के हाथ पांच फूले रहे। इंटरटनेट मीडिया पर खानपुर विधायक उमेश कुमार और खानपुर के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन के बीच विवाद हो गया था। जिसे लेकर 25 जनवरी को उमेश कुमार ने पिस्टल के साथ पूर्व विधायक चैंपियन के आवास पर पहुंचकर धमकी दी थी। इसके अगले दिन पूर्व विधायक ने समर्थकों के साथ विधायक के आवासीय कार्यालय पर पहुंचकर फायरिंग करते हुए कर्मचारियों पर जानलेवा हमला किया था।
पुलिस ने चैंपियन समेत पांच को जेल भेजा था। जबकि विधायक उमेश कुमार को जमानत दी थी। इसे लेकर गुर्जर समाज ने लक्सर में बुधवार को महापंचायत का आयोजन किया था। लेकिन, जेल से चैंपियन का पत्र आने के बाद गुर्जर महापंचायत स्थगित कर दी गई थी। इसके बावजूद पुलिस ने लंढौरा कस्बे में रंगमहल के चारों तरफ बेरीकेटिंग की थी। महापंचायत स्थगित होने के बावजूद उप्र के सहारनपुर, मुजफ्फरनगर जनपद के हजारों लोगों ने लंढौरा स्थित पूर्व विधायक चैंपियन के रंगमहल का रूख किया।
पुलिस ने इन्हें रोकने का प्रयास किया। लेकिन, भीड़ के आगे पुलिस बेबस हो गई। बेरीकेडिंग तोड़कर भीड़ रंगमहल के बाहर पहुंच गई। पुलिस ने रंगमहल के गेट बंद करा दिये। भीड़ के आगे पुलिस के हाथ पांव फूल गये। आसपास के थानों से पुलिस बल मंगाया गया। कई लोग रंगमहल की छत और गेट पर चढ़ गये। जिसके बाद पुलिस ने रंगमहल के दरवाजे खुलवाये। भीड़ को अंदर जाने दिया गया। इस मौक पर वीर गुर्जर महासभा के अध्यक्ष रविंद्र सिंह ने कहा गुर्जर समाज का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा। रंगमहल गुर्जर समाज की आन है।
गर्जुर समाज के नेताओं ने आरोप लगाया कि चैंपियन पर एक तरफा कार्रवाई की गई। साथ ही विधायक से सार्वजनिक माफी मांगने, चैंपियन को जमानत दिये जाने तथा जानलेवा हमले की धारा हटाने की मांग की। दोपहर दो बजे तक हजारों की भीड़ रंगमहल में डटी रही।
इस मौके पर राष्ट्रीय वीर गुर्जर महासभा के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह, अर्जुन सिंह, मनीष सिंह तीतरो, रविंदर कुमार सिंह आदि ने भीड़ को संबोधित किया। एसपी देहात शेखर सुयाल ने बताया कि लोगों को महापंचायत स्थगित होने की सूचना नहीं मिली थी। लोगों का कहना था कि वह रंगमहल में जाना चाहते हैं। इसलिए उनको रंगमहल तक जाने दिया गया।
गुर्जर बिरादरी से माफी मांगता हूं, चैंपियन से नहीं: उमेश
मतगणना के दिन से खानपुर विधायक उमेश कुमार एवं पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच चल रही अदावत के बीच बुधवार को खानपुर विधायक उमेश कुमार ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अपना पक्ष रखा। इस दौरान भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि वह 36 बिरादरी का सम्मान करते हैं। गुर्जर बिरादरी ने भी उनको वोट दिया हैं, यदि बिरादरी को किसी बात से ठेस पहुंची है तो वह माफी मांगते हैं। लेकिन, चैंपियन से उनका निजी मामला है। चैंपियन से माफी नहीं मागेंगे।
बुधवार को अपने फेसबुक एकाउंट पर खानपुर विधायक उमेश कुमार बेहद भावुक दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि मिरकपुर के बाबा फकीरादास सर्व समाज के संत हैं और वह सभी संतों को सम्मान करते हैं। आगे भी वह बाबा के दर्शन करने के लिए गांव में जाएंगे। उनकी बात को गलत तरीके से प्रसारित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह 36 बिरादरियों की राजनीति करते हैं। उनको गुर्जर समाज ने भी खानपुर विधानसभा में वोट दिया है।
उनके दरवाजे सर्व समाज के लिए खुले हुए हैं। उन्होंने कहा कि वह अपनी मां के अपमान को लेकर बेहद ही आहत हैं। 95 साल की उनकी मां के लिए बहुत ही गलत शब्द कहे गए हैं। यदि उनके द्वारा किसी समाज की भावना को ठेस पहुंची है तो वह उसके लिए माफी मांगते हैं। लेकिन, चैंपियन से उनका मामला व्यक्तिगत हैं और उससे माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता है।
14 दिन की न्यायिक हिरासत में प्रणव सिंह चैंपियन
दरअसल, गोलीकांड में कोर्ट ने कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था। जबकि उमेश कुमार को जमानत पर रिहा कर दिया गया था। चैंपियन के जेल जाने के बाद गुर्जर समाज ने उनके समर्थन में महापंचायत आयोजित करने की घोषणा की थी। जेल से भेजे गए चैंपियन के पत्र के बाद समाज के लोगों ने भी महापंचायत को स्थगित करने का निर्णय लिया है।
31 पूर्व विधायक समेत पूरे परिवार के नौ हथियारों के लाइसेंस निलंबित
विधायक उमेश कुमार के आवास पर पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन द्वारा ताबड़तोड़ फायरिंग करने के बाद प्रशासन ने पूर्व विधायक और उसके परिवार के सभी नौ हथियारों के लाइसेंस निलंबित कर दिये हैं। साथ ही इन्हें कारण बताओं नोटिस भी जारी किया गया है।
फायरिंग के बाद पुलिस ने इस मामले में जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी थी। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है। रविवार की शाम को खानपुर विधायक के आवास पर की गई फायरिंग की घटना के बाद पुलिस और प्रशासन हरकत में आया है। घटना के दौरान चैंपियन एक हाथ में रायफल तथा दूसरे हाथ में पिस्टल से फायरिंग करते नजर आ रहे थे। उनके साथ समर्थक भी पिस्टल से फायरिंग करते दिख रहे थे।
पुलिस ने इस पूरे मामले में लाइसेंसी हथियारों की के दुरुपयाेग की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी थी। जिलाधिकारी कमेंद्र सिंह ने पुलिस की रिपोर्ट पर पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के पिस्टल, रिवाल्वर तथा रायफल का लाइसेंस निलंबित किया है।
वहीं चैंपियन के बेटे दिव्य प्रताप सिंह के पिस्टल, रिवाल्वर और रायफल तथा रानी देवयानी की रिवाल्वर, पिस्टल और रायफल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। साथ ही साथ ही इन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। नोटिस मिलने के 15 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है।
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