बिजली रीडिंग के लिए आनन-फानन में दिया गया टेंडर, मीटर रीडर जुटाने में कंपनियों के छूट रहे पसीने
हरिद्वार के रुड़की में बिजली मीटर रीडिंग का संकट गहरा गया है। मीटर रीडिंग कंपनी का अनुबंध खत्म होने के बाद नई कंपनियों को रीडर नहीं मिल रहे जिससे बिल मिलने में देरी हो रही है। उपभोक्ताओं में आक्रोश है। निगम ने कंपनियों को तेजी से रीडिंग शुरू करने का निर्देश दिया है। दो-तीन दिन में स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है।

जागरण संवाददाता, रुड़की। प्रदेश भर में बिजली के मीटर की रीडिंग लेने वाली कंपनी का अनुबंध समाप्त होने के बाद निगम ने आनन-फानन अब डिवीजनवार टेंडर कर दिए हैं। ऐसे में इन कंपनियों को अब मीटर रीडर नहीं मिल पा रहे हैं। जिससे मीटर रीडिंग की व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है।
एक सितंबर को मीटर रीडिंग लेने वाली कंपनी का अनुबंध समाप्त हो गया था। इसके साथ ही मीटर रीडिंग लेने की प्रक्रिया बंद हो गई। अमूमन 10 तारीख को मिलने वाला बिजली का बिल उपभोक्ताओं को नहीं मिलने पर हल्ला मचना शुरू हो गया।
मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा तो निगम की ओर से रीडिंग लेने के लिए अब डिवीजनवार टेंडर किए गए हैं। इन कंपनियों को टेंडर हो गए हैं। रीडिंग लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि कंपनियों को मीटर रीडर नहीं मिल पा रहे हैं, जिससे रीडिंग लेने में देरी हो रही है।
वहीं, पुरानी कंपनी के कुछ मीटर रीडर अपने मानदेय को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में परेशानी आ रही है। वहीं, ऊर्जा निगम रुड़की मंडल के अधीक्षण अभियंता अमित कुमार शर्मा ने बताया कि संबंधित कंपनियों को निर्देश दिया गया है।
निर्देश में कहा गया है कि वह तेजी से रीडिंग लेने का काम शुरू करें, ताकि उपभोक्ताओं तक बिजली के बिल पहुंच जाएं। उन्होंने बताया कि दो तीन दिन में अधिकांश उपभोक्ताओं की रीडिंग दर्ज कर ली जाएगी।
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