सरकार के विजन और समाज की सक्रिय भागीदारी से प्रगति संभव: योगी आदित्यनाथ
Yogi Adityanath उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड के पौड़ी जिले में कई निर्माण और सौंदर्यीकरण कार्यों का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने अपने पैतृक गांव पंचूर का भी दौरा किया और वहां स्कूलों का निरीक्षण किया। योगी आदित्यनाथ ने अपनी स्कूली दिनों की यादें भी साझा कीं। उनके साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद थे।

संवाद सूत्र, जागरण यमकेश्वर। Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लाक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय ठांगर में निर्माण और सौंदर्यीकरण कार्य का लोकार्पण किया। सीएम योगी की 5 वीं तक की पढ़ाई इसी स्कूल में हुई है।
उन्होंने ग्राम पंचूर बारात घर का प्रथम व द्वितीय चरण के निर्माण कार्य का भी लोकार्पण किया। इसके बाद उन्होंने राजकीय जूनियर हाई स्कूल कांडी व राजकीय प्राथमिक विद्यालय बिथ्याणी में भी निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया।
पैतृक गांव पंचूर आए हैं योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन दिनों अपने पैतृक गांव पंचूर आए हैं। अपनी भतीजी के वैवाहिक कार्यक्रम के साथ वह अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल हो रहे हैं। शनिवार को दौरे के तीसरे दिन उन्होंने क्षेत्र के स्कूलों का निरीक्षण किया।
ठांगर स्कूल में हुए कार्यक्रम में सीएम योगी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय ठांगर में उनकी 5वीं कक्षा तक की पढ़ाई हुई है। उन्होंने स्कूली दिनों की यादों को साझा किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपने विद्यालय में आकर उन्हें बेहद खुशी है। विद्यालय अब एक नए स्वरूप और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित दिख रहा है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के लिए उत्तराखंड सरकार और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई और धन्यवाद दिया। उन्होंने इंडिया ग्लाइकोल्स लिमिटेड (आइजीएल) की वार्षिक पुस्तिका का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आइजीएल की ओर से स्मार्ट क्लासरूम, अत्याधुनिक लैब, वॉशरूम और वर्चुअल कक्षा जैसी सुविधाएं प्रदान की गई हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार के पास स्पष्ट विजन हो और समाज उसमें सक्रिय भागीदारी करे, तो किसी भी क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति संभव है। इस दौरान कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डा. धन सिंह रावत, हरिद्वार सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट आदि मौजूद रहे।
उत्तराखंड की जनता का योगी के प्रति स्नेह और सम्मान: धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ का देवभूमि उत्तराखंड से होना हम सबके लिए सौभाग्य की बात है। उत्तराखंड की जनता उनके प्रति अपार स्नेह और सम्मान रखती है। उन्होंने कहा कि सीएम योगी के प्रयासों से प्रदेश के स्कूलों में आधुनिक सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं।
सीएम धामी ने कहा कि कोई भी जन्म से महान नहीं होता, बल्कि पुरुषार्थ और दृढ़ निश्चय से महानता प्राप्त करता है। सीएम योगी का जीवन इसका सशक्त प्रमाण है कि संकल्प और परिश्रम से आगे बढ़ा जा सकता है। सीएम योगी साधारण परिवार में जन्म लेने के बावजूद आज देश के सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य के मुख्यमंत्री हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में अराजकता का माहौल था, लेकिन आज उत्तर प्रदेश एक उत्कृष्ट राज्य बन चुका है। प्रयागराज से मेरठ तक गंगा एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। उन्होंने सीएम योगी से अनुरोध किया है कि इसे हरिद्वार तक विस्तारित किया जाए। मुख्यमंत्री योगी को उत्तराखंड में नशाखोरी और पलायन की भी विशेष चिंता है।
बच्चों से अभिभावक की तरह मिले योगी, सिर पर रखा हाथ, चाकलेट थमाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्कूलों में निरीक्षण को पहुंचे तो बच्चों से एक अभिभावक की तरह मिले। सरकारी अमले के तामझाम से बेफिक्र होकर बच्चे भी उनसे पूरी आत्मयिता से मिले। सीएम योगी कभी किसी बच्चे के सिर पर हाथ रखते तो कभी उनका हौसला बढ़ाते।
दोनों मुख्यमंत्री ने बच्चों को चाकलेट भी वितरित किए।उन्होंने कहा कि पहले सीमित संसाधनों के बावजूद गुरुजनों ने अनुशासन और समर्पण से उत्कृष्ट कार्य किए। विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, बाल सभाएं, खेल-कूद प्रतियोगिताएं आयोजित होती थीं, जिनका सकारात्मक प्रभाव विद्यार्थियों के व्यक्तित्व निर्माण पर पड़ता था। उस समय के विद्यार्थी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद आगे बढ़े और सफल हुए।
आज सरकार के साथ-साथ निजी संस्थाएं भी शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग कर रही हैं। अब शिक्षकों की भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि वे इन संसाधनों का सदुपयोग कर बच्चों को श्रेष्ठ शिक्षा प्रदान करें। उन्होंने कहा कि पहले शिक्षक के हाथ में छड़ी होती थी, लेकिन अभिभावक कभी नाराज नहीं होते थे। वे जानते थे कि शिक्षक बच्चों के भविष्य निर्माण के लिए कार्य कर रहे हैं।
शिक्षक न केवल विद्यार्थियों के घर तक पहुंचते थे, बल्कि उन्हें देश और दुनिया की नवीनतम घटनाओं से भी अवगत कराते थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्र निर्माण की जिम्मेदारी केवल सरकार की नहीं होती, बल्कि इसमें समाज की भी सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। जब समाज शिक्षा को प्राथमिकता देगा और उसमें योगदान देगा तभी बेहतर और उज्ज्वल भविष्य की नींव रखी जा सकेगी।
योगी के व्यक्तित्व को बताया प्रेरणास्रोत
सीएम योगी के शिक्षक राजेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ बचपन से ही पढ़ाई और हर क्षेत्र में बहुत ही होनहार थे। उन्होंने अपने गुरुओं के मार्गदर्शन में शिक्षा ग्रहण की और हमेशा उत्कृष्टता की ओर अग्रसर रहे। शिक्षक राजेंद्र सिंह रावत ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता और परिश्रम ही उनकी सफलता की कुंजी है। उनके व्यक्तित्व और कार्यशैली ने हमेशा प्रेरणा दी है।
रविवार को रवाना होंगे सीएम योगी
सीएम योगी के कार्यक्रम में फिर बदलाव हुआ है। पहले उनका दौरा पांच फरवरी से शुरू होना था। बाद में दौरा छह फरवरी से शुरू हुआ। पहले उन्हें शनिवार को वापस लौटना था। अब वह रविवार सुबह दस बजे अपने पैतृक गांव पंचूर से रवाना होंगे। रात्रि विश्राम वह गांव में बने घर में ही करेंगे।
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