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मॉनीटर लिजार्ड के अंगों के साथ वन्य जीव तस्कर धरा Dehradun News

अंधविश्वास फैलाकर मॉनीटर लिजार्ड के अंग बेचने वाले एक व्यक्ति को वन विभाग की टीम ने रंगे हाथों दबोच लिया। वह तंत्र-मंत्र के लिए हत्था जोड़ी के नाम से लिजार्ड के अंग बेेेेचता था।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Published: Sat, 14 Mar 2020 09:54 AM (IST)Updated: Sat, 14 Mar 2020 09:54 AM (IST)
मॉनीटर लिजार्ड के अंगों के साथ वन्य जीव तस्कर धरा Dehradun News
मॉनीटर लिजार्ड के अंगों के साथ वन्य जीव तस्कर धरा Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। लोगों में अंधविश्वास फैलाकर मॉनीटर लिजार्ड के अंग बेचने वाले एक व्यक्ति को वन विभाग की टीम ने रंगे हाथों दबोच लिया। आरोपित को तिमली रेंज से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित तंत्र-मंत्र के लिए हत्था जोड़ी के नाम से लिजार्ड के अंग बेचता था।

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वन विभाग की तिमली रेंज में पिछले कुछ दिनों से वन्य जीवों के अंगों की तस्करी की शिकायत मिल रही थी। जिस पर वन विभाग मुख्यालय से टीम को क्षेत्र में संदिग्ध व्यक्तियों के पीछे लगाया गया। दो दिन निगरानी के बाद शुक्रवार को टीम को सूचना मिली कि एक व्यक्ति मॉनीटर लिजार्ड के अंग बेचने की फिराक में हरबर्टपुर क्षेत्र में घूम रहा है। 

ऐसे में वन मुख्यालय की टीम और तिमली से वन कार्मिक योजना के तहत हरबर्टपुर-पांवटा मार्ग पर पहुंचे। यहां वन मुख्यालय की रेस्क्यू टीम के इंचार्ज रवि जोशी ग्राहक बनकर आरोपित के पास गए। आरोपित ने उन्हें मॉनीटर लिजार्ड के अंग दिखाए और 15 सौ रुपये की दर से पांच जोड़ी अंग बेचने की बात कही। 

इस पर टीम ने आरोपित को रंगे हाथ दबोच लिया। जिसके बाद आरोपित पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया। आरोपित ने अपना नाम मखन सिंह निवासी देवी नगर, पांवटा साहिब, जिला सिरमौर बताया। वन विभाग की टीम में रवि जोशी के साथ वन दारोगा राजेश पुंडीर, वन बीट अधिकारी अनुज यादव, नितिन कुमार, जितेंद्र बिष्ट, सुदर्शन पंवार, परवेश कुमार आदि शामिल रहे।

यह है हत्था जोड़ी

हत्था जोड़ी का पौधा विशेष रूप से मध्य प्रदेश के वन क्षेत्रों में ही पाया जाता है। आमतौर पर वनवासी इसकी जड़ को निकालकर बेचते हैं। यह विशेष प्रकार का पौधा होता है, जिसकी जड़ खोदने पर उसमें मानव भुजा जैसी दो शाखाएं निकलती हैं, इसके सिरे पर पंजा जैसा बना होता है। 

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यह मानव हाथ के समान होने के कारण इसे हत्था जोड़ी कहा जाता है। दरअसल, हत्था जोड़ी बहुत ही शक्तिशाली व प्रभावकारी माना जाता है। अंधविश्वास है कि मुकदमा, शत्रु संघर्ष, दरिद्रता आदि के निवारण में इसके जैसा चमत्कारी पौधा कोई दूसरा नहीं। तांत्रिक विधि में यह वशीकरण के उपयोग में लाया जाता है। हत्था जोड़ी को महाकाली और कामख्या देवी का रूप माना जाता है। लोगों को इसी प्रकार गुमराह कर कुछ तांत्रिक चूना लगा देते हैं। मॉनीटर लिजार्ड का एक अंग हत्था जोड़ी के समान होने के कारण तस्कर लोगों को बेच देते हैं।

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