Uttarakhand School Reopen: सात फरवरी से खुलेंगी एक से नौवीं तक की कक्षाएं, अभी तक हो रही थी आनलाइन पढ़ाई
Uttarakhand School News hindi उत्तराखंड में अब एक बार फिर सभी स्कूलों में आफलाइन कक्षाएं चलेंगी। सात फरवरी से स्कूलों में एक से नौंवी तक की आफलाइन कक्षाएं शुरू करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। दसवीं और 12वीं के लिए 31 जुलाई से कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand School Reopen प्रदेश के सभी सरकारी, सहायताप्राप्त अशासकीय और निजी विद्यालयों में कक्षा एक से नौवीं तक पढ़ाई सात फरवरी से प्रारंभ होगी। विद्यालयों में पढ़ाई हाइब्रिड मोड में, यानी आफलाइन के साथ आनलाइन भी कराई जाएगी। बोर्डिंग विद्यालयों में आवासीय परिसर में रहने वाले शिक्षकों व अन्य कार्मिकों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाने का प्रमाणपत्र अथवा अधिकतम 48 घंटे पहले की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। इसके बाद ही उन्हें विद्यालय में प्रवेश की अनुमति मिलेगी। विद्यालयों में प्रार्थना सभा, खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम व अन्य सामूहिक गतिविधियों को स्थगित रखा गया है। फिलहाल सभी आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे।
कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के संक्रमण के प्रभावों में कमी को देखते हुए सरकार ने अब प्राथमिक से माध्यमिक तक सभी स्कूलों में पढ़ाई सुचारू करने का निर्णय लिया है। विद्यालय बंद होने के कारण कक्षा एक से नौवीं तक छात्र-छात्राओं की आनलाइन कक्षाएं ली जा रही हैं। अब आफलाइन पढ़ाई का विकल्प भी दिया गया है। किसी भी छात्र-छात्रा को विद्यालय आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। इससे पहले 31 जनवरी से सभी सरकारी, सहायताप्राप्त अशासकीय और निजी विद्यालयों में 10वीं से लेकर 12वीं तक कक्षाओं में पढ़ाई शुरू की जा चुकी है।
मुख्य सचिव एवं उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कार्यकारी अधिकारी डा सुखबीर सिंह संधु ने शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी किए। इसके बाद विद्यालयी शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने भी कक्षा एक से नौवीं तक विद्यालयों के संचालन को मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की। इसमें विद्यालयों में उपस्थित नहीं होने वाले छात्र-छात्राओं के लिए आनलाइन शिक्षा या कक्षा से पढ़ाई का सीधा प्रसारण मोबाइल फोन या अन्य उपकरण के माध्यम से करने के निर्देश दिए गए हैं।
हर विद्यालय में होगा नोडल अधिकारी
सभी डे व बोर्डिंग विद्यालयों में छात्र-छात्राएं मास्क पहनेंगे। कक्षाओं में सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन कराया जाएगा। प्रत्येक विद्यालय में एसओपी का पालन कराने के लिए नोडल अधिकारी नामित किया जाएगा। छात्र, शिक्षक या स्टाफ में कोरोना संक्रमण का मामला सामने आने पर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया जाएगा। खांसी, जुकाम या बुखार के लक्षण दिखाई देने पर प्राथमिक उपचार देते हुए आवासीय परिसर में आइसोलेशन कक्ष की व्यवस्था की जाएगी। इसकी सूचना जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के साथ छात्र-छात्रा के अभिभावक को भी दी जाएगी।
मिड डे मील पर रोक
आनलाइन पढ़ाई की सुविधा से वंचित छात्र-छात्रा को आफलाइन पढ़ाई सामग्री घर पर उपलब्ध कराई जाएगी। पका-पकाया भोजन कक्षा एक से आठवीं तक बच्चों को नहीं दिया जाएगा। इसके स्थान पर खाद्यान्न सामग्री वितरित की जाएगी। परिसर में लंच बाक्स या भोज्य पदार्थ लाने की अनुमति के बारे में प्रधानाचार्य कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए निर्णय लेंगे। शिक्षण संस्थाओं की प्रतिदिन मानीटरिंग के निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए गए हैं। कोविड की पहले जारी एसओपी का ही पालन कराया जाएगा।
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