Uttarakhand Nikay Chunav: छत से प्रत्याशी का होर्डिंग निकाल रहा था युवक, लगा करंट; मौके पर दर्दनाक मौत
Uttarakhand Nikay Chunav उत्तराखंड निकाय चुनाव के प्रचार के दौरान डोईवाला में एक दुखद घटना घटी। 26 वर्षीय मनोज पंवार एक होर्डिंग उतारते समय करंट की चपेट में आ गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे से उनके परिवार में कोहराम मच गया है। बिजली विभाग के एसडीओ एम एम बहुगुणा ने कहा कि मृतक युवक के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाएगी।

जागरण संवाददाता, डोईवाला। Uttarakhand Nikay Chunav: देहरादून में डोईवाला के भानिया वाला में दुर्गा चोक के पास इंटर कॉलेज मार्ग पर हादसा हो गया। 26 साल के युवक मनोज पंवार मकान की छत से एक होर्डिंग उतारते समय करंट की चपेट में आ गए और मौके पर उनकी दर्दनाक मौत हो गई।
निकाय चुनाव के प्रत्याशी का बोर्ड उतार रहे थे कि अचानक हवा के झोंके से बोर्ड 33 हजार केवी की लाइन पर गिर गया और मनोज करंट की चपेट में आ गया। बताया गया कि विस्थापित क्षेत्र अठूर वाला के निवासी मृतक युवक की कुछ दिन बाद शादी होनी थी। युवक की मौत से घर में कोहराम मच गया है।
बिजली विभाग के एसडीओ एम एम बहुगुणा ने कहा कि मृतक युवक के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने घटना की जांच की भी कही बात।
चुनाव ड्यूटी में खाना बनाते कुक गंभीर रूप से झुलसा
देहरादून: चुनाव ड्यूटी में जा रही पोलिंग पार्टियों के लिए भोजन बनाते हुए एक कुक गंभीर रूप से झुलस गया। वह 40-45 फीसदी जल गया है। उसे दून मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बुधवार को रेंजर्स मैदान से पोलिंग पार्टियों को रवान किया गया। इस दौरान सहारनपुर निवासी 45 वर्षीय रविंदर अचानक गश खाकर भट्टी पर जा गिरा। इस दौरान भट्टी पर दाल पक रही थी।
गर्म दाल शरीर पर पड़ने से वह बुरी तरह झुलस गया। किसी तरह उसे दून अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया। यहां पर तुरंत उसका उपचार शुरू किया गया। लेकिन बर्न यूनिट में आइसीयू बेड फुल होने के कारण अस्पताल प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। यह जानकारी डिप्टी एमएस डा. एनएस बिष्ट को मिली। कई लोगों ने मरीज को एम्स ऋषिकेश रेफर करने का सुझाव दिया, पर डा. बिष्ट का कहना था कि अगर वहां पर भी बेड नहीं मिला तो मरीज की जान पर बन आएगी। उन्होंने अपने स्तर से दौड़भाग शुरू की।
बर्न यूनिट के प्रभारी डा. शिवम डंग से भी बात की। जिन्होंने बताया कि मरीज को आइसीयू की आवश्यकता है, पर बर्न यूनिट में सभी पांच बेड भरे हैं। इनमें कोई भी मरीज शिफ्ट होने की स्थिति में नहीं है। यदि आइसीयू इंचार्ज डा. अतुल कुमार से बात की जाए, तो एक अतिरिक्त आइसीयू बेड की व्यवस्था हो सकती है। जिस पर डा. बिष्ट ने उनसे बात की।
चिकित्सकों के आपसी समन्वय व टीम वर्क का ही नतीजा था कि मरीज को आइसीयू बेड मिल गया। बर्न यूनिट में सिर्फ पांच आइसीयू बेड दून मेडिकल कालेज अस्पताल की बर्न यूनिट में सिर्फ पांच आइसीयू बेड हैं। ऐसे में गंभीर मरीजों को भर्ती करने में दिक्कत आती है। कई गंभीर मरीजों को रेफर करना पड़ता है। जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन अस्पताल) में बर्न यूनिट है, पर बर्न आइसीयू की सुविधा नहीं है। जिस कारण मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
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