UKSSSC Paper Leak: गिरफ्तारी से बचने के लिए देहरादून की अदालत में आत्मसमर्पण करना चाहता था मूसा और योगेश्वर
Uttarakhand Crime News पेपर लीक प्रकरण के मुख्य सरगना बताए जा रहे सैय्यद सादिक मूसा व उसका साथी योगेश्वर राव गिरफ्तारी से बचने के लिए आत्मसमर्पण करना चाहता था। दोनों आरोपितों ने देहरादून की अदालत में आत्मसमर्पण के लिए प्रार्थना दाखिल करवाया था।
जागरण संवाददाता, देहरादून: UKSSSC Paper Leak यूकेएसएसएससी के स्नातक स्तरीय पेपर लीक प्रकरण के मुख्य सरगना बताए जा रहे सैय्यद सादिक मूसा व उसका साथी योगेश्वर राव उत्तर प्रदेश से नेपाल फरार हुए थे, जहां वह काठमांडू में रह रहे थे।
एसटीएफ ने दोनों को लखनऊ से किया गिरफ्तार
जब उन पर इनाम घोषित हुआ तो वह वहां से भी फरार होना चाहते थे, लेकिन एसटीएफ ने नेपाल एंबेसी को आरोपितों के बारे में सूचित कर दिया था, जिसके कारण वह नेपाल से कहीं और नहीं भाग सके। इसके बाद वह आत्मसमर्पण करना चाहते थे, लेकिन वह इसमें भी कामयाब नहीं हो पाए। आखिरकार उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने दोनों आरोपितों को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया।
- पूछताछ के दौरान आरोपित मूसा ने एसटीएफ को बताया कि जब हल्द्वानी से शशिकांत को गिरफ्तार किया गया तो इसके बाद उसे लगा कि एसटीएफ जल्द उस तक भी पहुंच सकती है, ऐसे में वह अपने साथी फिरोज हैदर के साथ गोवा चला गया।
अदालत में आत्मसमर्पण के लिए दिया था प्रार्थना पत्र
एसटीएफ उनका पीछा करते हुए गोवा पहुंची और फिरोज हैदर को पणजी से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद सादिक मूसा अपने साथी योगेश्वर राव के साथ नेपाल भाग गया। इसी बीच एसटीएफ ने मूसा पर दो लाख व योगेश्वर पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया। एसटीएफ से डरकर दोनों ने देहरादून की अदालत में आत्मसमर्पण के लिए प्रार्थना दाखिल करवाया।
- कोर्ट ने एसटीएफ से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी तो एसटीएफ ने विवेचक के देहरादून में न होने की बात कोर्ट को बताई। इसी बीच दोनों आरोपित लखनऊ आ गए जहां से एसटीएफ ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
दोनों आरोपितों को जेल भेजा
शुक्रवार को दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। एसटीएफ ने दोनों से और पूछताछ करनी चाही, लेकिन इतना समय नहीं मिला। ऐसे में कुछ दिनों में एसटीएफ दोनों के पुलिस रिमांड के लिए कोर्ट में आवेदन कर सकती है।