नगर निगम के इस क्षेत्र में टूटी नालियां और गंदगी बढ़ा रही परेशानी
कैंट क्षेत्र क्लेमेनटाउन से सटे सुभाषनगर में सफाई न होना बड़ी समस्या है। यहां नालियां गंदगी से भरी हुई हैं। कई जगह नालियां टूटी हुई हैं, जिनसे गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है।
देहरादून, जेएनएन। कैंट क्षेत्र क्लेमेनटाउन से सटे सुभाषनगर क्षेत्र में सफाई न होना बड़ी समस्या है। यहां नालियां गंदगी से भरी हुई हैं, वहीं नियमित कूड़ा उठान की व्यवस्था न होने से लोग खुले प्लॉटों में कूड़ा डालने को मजबूर हैं। कई जगह नालियां टूटी हुई हैं, जिनसे गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है।
सुभाषनगर क्षेत्र निगम का पुराना वार्ड है, लेकिन निगम क्षेत्र में मिलने वाली सुविधाएं यहां अभी भी नदारद हैं। क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या साफ-सफाई और टूटी नालियों की है। क्षेत्र के अधिकांश कॉलोनियों की नालियों के साथ ही सुभाषनगर के बीचों-बीच बहने वाला बड़ा नाला गंदगी से भरा हुआ है।
कई महीनों से सफाई न होने के कारण इससे उठने वाली बदबू से क्षेत्र के लोग परेशान हैं। इसके अतिरिक्त क्षेत्र में न तो नियमित रूप से कूड़े के वाहन आते हैं और न ही कूड़ा उठान होता है। इसलिए क्षेत्र में यहां-वहां खाली पड़े प्लाट कूड़े और गंदगी से भर गए हैं।
क्षेत्रवासियों की मानें तो हफ्ते में एक दिन भी यहां सफाई नहीं होती है। कॉलोनीवासी खुद ही नालियों की सफाई करते हैं। इसके अलावा क्षेत्रवासी कई बार टूटी नालियों की सफाई और मरम्मत की मांग क्षेत्रीय पार्षद सहित अन्य जनप्रतिनिधियों से कर चुके हैं, लेकिन आज तक किसी ने भी समस्या को हल करने की कोशिश नहीं की।
क्षेत्र में बरसात के समय अधिकांश हिस्से में जलभराव की स्थिति रहती है। उचित ड्रेनेज की व्यवस्था न होने के कारण पानी लोगों के घरों में घुस जाता है।
लोगों का तर्क
सुभाषनगर निवासी कृष्णा के अनुसार क्षेत्र में साफ सफाई की बड़ी दिक्कत है। पूरी नालियां गंदगी से भरी पड़ी हैं। कई बार इस संबंध में क्षेत्रीय पार्षद सहित अन्य जनप्रतिनिधियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई सुध नही लेता। इंदु के मुताबिक कॉलोनी में सफाई की काफी समस्या है। हफ्ते में एक दिन भी यहां निगम की ओर से सफाई नहीं की जाती है। जिससे खुद ही कॉलोनीवासियों को सफाई करनी पड़ती है। स्ट्रीट लाइटों की समस्या भी बनी हुई है।
डॉ. डीएन त्यागी कहते हैं कि क्षेत्र में गंदगी का आलम है। जगह-जगह नालियां टूटी हुई हैं और नालियों की सफाई नहीं होती है। जिससे नालियों से बदबू उठने लगती है और लोगों को काफी परेशानी होती है।
घनश्याम चौरसिया का कहना है कि सुभाषनगर के बीच में बड़ा नाला बहता है। नाला कईमहीनों से जगह-जगह टूटा हुआ है। इसके साथ ही जब से नाला बना इसकी सफाई नहीं हुई है। कई बार इस संबंध में निगम को लिखा जा चुका है। मोनिका कहती हैं कि नियमित कूड़ा उठान नहीं होता न ही कूड़े के वाहन आते हैं, जिससे लोग खाली पड़े स्थानों पर कूड़ा डाल देते हैं। कूड़े का उठान न होने के कारण कुछ दिनों में कूड़े से बदबू उठने लगती है।
प्राथमिकता से हल होंगी समस्याएं
टर्नर रोड वार्ड के पार्षद रमेश कुमार मंगू के अनुसार सुभाषनगर का आधा क्षेत्र दूसरे वार्ड में आता है। जो भी समस्याएं आती हैं, उनका निराकरण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है। लोगों की अन्य समस्याएं भी प्राथमिकता के आधार पर हल होंगी।
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