Move to Jagran APP

दून रेलवे स्टेशन से ट्रेनों का संचालन शुरू, नंदा देवी एक्सप्रेस रही दून आने वाली पहली ट्रेन Dehradun News

दून रेलवे स्टेशन से ट्रेनों का संचालन दोबारा शुरू हो गया। सुबह करीब पौने छह बजे स्टेशन पहुंची नंदा देवी एक्सप्रेस दून आने वाली पहली ट्रेन रही।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 08 Feb 2020 09:06 PM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 09:24 PM (IST)
दून रेलवे स्टेशन से ट्रेनों का संचालन शुरू, नंदा देवी एक्सप्रेस रही दून आने वाली पहली ट्रेन Dehradun News
दून रेलवे स्टेशन से ट्रेनों का संचालन शुरू, नंदा देवी एक्सप्रेस रही दून आने वाली पहली ट्रेन Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। तीन माह के इंतजार के बाद शनिवार को दून रेलवे स्टेशन से ट्रेनों का संचालन दोबारा शुरू हो गया। सुबह करीब पौने छह बजे स्टेशन पहुंची नंदा देवी एक्सप्रेस दून आने वाली पहली ट्रेन रही। इसके अलावा पहले दिन सात ट्रेनों का संचालन हुआ। हालांकि, इनमें से अधिकांश ट्रेनें अपने तय समय से आधे से पौन घंटा देरी से दून पहुंचीं। 

loksabha election banner

देहरादून रेलवे स्टेशन में 10 नवंबर 2019 से यार्ड री-मॉडलिंग का कार्य चल रहा था। इस कार्य की डेडलाइन सात फरवरी थी। इस दौरान स्टेशन में नए प्लेटफार्म बनाने के साथ प्लेटफार्मों का विस्तारीकरण, रंगाई-पुताई, नया वाटर सिस्टम आदि कार्य किए गए। तय कार्यक्रम के अनुसार आठ फरवरी को स्टेशन से ट्रेनों का संचालन दोबारा शुरू हो गया। इसके साथ ही तीन माह से सूने पड़े रेलवे स्टेशन की रौनक भी लौट आई। दोपहर के वक्त पहुंची नैनी-दून और शताब्दी एक्सप्रेस में यात्रियों की भीड़ नजर आई। हालांकि, अन्य ट्रेनों में स्थिति सामान्य थी। इसके चलते पहले दिन रेलवे ने किसी भी ट्रेन में कोच की संख्या नहीं बढ़ाई। आरक्षण काउंटर पर भी टिकट बुक कराने वालों की अच्छी-खासी भीड़ थी।

अभी भी चल रहा निर्माण कार्य

उधर, प्लेटफार्म पर निर्माण कार्य अभी भी चल रहे हैं। इसके चलते प्लेटफार्म पर पड़ा मलबा और धूल-मिट्टी से यात्रियों को काफी परेशानी हुई। प्लेटफार्म नंबर चार व पांच पर कुछ कुर्सियां भी टूटी पड़ी थीं। 

स्वचालित सीढ़ि‍यां अभी भी ठप

प्लेटफार्म नंबर तीन, चार व पांच पर लगाई गई स्वचालित सीढिय़ां अभी भी बंद पड़ी हैं। लंबे समय से बंद होने के कारण इन सीढिय़ों में तकनीकी खराबी आ गई है। जिसकी मरम्मत की जा रही है।

नहीं आई 18 कोच की ट्रेन

ट्रेनों का संचालन शुरू होने के साथ उम्मीद की जा रही थी कि किसी ट्रेन में 18 कोच देखने को मिलेंगे। लेकिन, मंडल स्तर पर अभी कोच बढ़ाने के संबंध में कोई फैसला नहीं हुआ है। फिलहाल कुछ समय 13 कोच वाली ट्रेनें ही दून आएंगी।

इन ट्रेनों का हुआ संचालन

डीएलएस पैसेंजर, राप्ती गंगा एक्सप्रेस, दून-नैनी जनशताब्दी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, लाहौरी एक्सप्रेस, हावड़ा एक्सप्रेस, नंदादेवी एक्सप्रेस, दून-काठगोदाम एक्सप्रेस

 गणेश चंद ठाकुर (निदेशक, देहरादून रेलवे स्टेशन) का कहना है कि अभी थोड़ा निर्माण कार्य बचा हुआ है। इस वजह से यात्रियों को परेशानी हुई। 10-15 दिन में सभी कार्य पूरे करने के साथ जनसुविधाओं में सुधार कर लिया जाएगा।

यात्री बोले

  • जेपी शर्मा (कारोबारी) का कहना है कि काम के सिलसिले में हरिद्वार से देहरादून नियमित आना-जाना होता है। ट्रेनों के न चलने से समय बहुत खर्च हो रहा था। दोबारा ट्रेनों का संचालन शुरू होने से काफी राहत मिली। 
  • सचिन कश्यप (यात्री) का कहना है कि  दोस्त की शादी में शामिल होने दून आया हूं। दिल्ली से सुबह पौने सात बजे शताब्दी एक्सप्रेस से निकला था। ट्रेन को 12:50 बजे पहुंचना था, लेकिन करीब 45 मिनट देरी से पहुंची।
  • गीता कश्यप (यात्री) का कहना है कि दिल्ली से दून का सफर काफी अच्छा रहा। जब टिकट बुक कराया तो वेटिंग थी, लेकिन बाद में सीट कन्फर्म हो गई। दून में ट्रेनों का संचालन दोबारा शुरू होने से काफी राहत मिली है।
  • अंश कोचर (पर्यटक) का कहना है कि दिल्ली से दोस्तों के साथ घूमने आया हूं। सफर काफी अच्छा रहा। कुछ समय पहले भी दून आना हुआ था। लेकिन, इस बार रेलवे स्टेशन काफी बदला नजर आ रहा है। यह देखकर अच्छा लगा।
  • डॉ. विमला देवी (यात्री) का कहना है कि बरेली से देहरादून साक्षात्कार के लिए आई थी। आते समय बस से आना हुआ। इसमें काफी समय लगा। अब ट्रेनें चलने लगी हैं तो जाने के लिए शाम की ट्रेन में टिकट बुक करा लिया है। 
  • नरेंद्र शर्मा (यात्री) का कहना है कि प्लेटफार्म नंबर तीन पर भी लिफ्ट की व्यवस्था होनी चाहिए। इस प्लेटफार्म से स्टेशन के मुख्य गेट की दूरी काफी है। लिफ्ट होती तो दिव्यांगों और बुजुर्गों यात्रियों को काफी सहूलियत मिलती। 

कुलियों ने की नियमित वेतन की मांग

दून रेलवे स्टेशन में तीन माह तक ट्रेनों का संचालन ठप रहने से सबसे ज्यादा परेशानी कुलियों को हुई। काम न होने से उनके लिए गुजर-बसर मुश्किल हो गया था। शनिवार को ट्रेनों के दोबारा चलने पर कुली भी लौट आए। इसके साथ ही कुलियों ने रेलवे प्रशासन से नियमित वेतन देने की मांग की। कुलियों ने बताया कि इस बारे में जल्द स्टेशन प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 

यह भी पढ़ें: लंबे इंतजार के बाद देहरादून रेलवे स्टेशन पर शुरू हुई छुक-छुक Dehradun News

कुली वीर सिंह यादव ने बताया कि साल 2008 से दून रेलवे स्टेशन पर काम कर रहे हैं। वह रेसकोर्स स्थित बस्ती में परिवार के साथ रहते हैं। वीर सिंह ने बताया कि आम दिनों में भी बड़ी मुश्किल से गुजारा करने भर को आमदनी हो पाती थी। लेकिन, पिछले तीन महीने से तो कोई काम ही नहीं था। कभी-कभार मजदूरी मिल जाती थी। लेकिन, अधिकांश समय खाली बैठे ही गुजरा। बड़ी मुश्किल से परिवार का गुजारा किया। उन्होंने कहा कि इस काम से परिवार चलाना मुश्किल होता जा रहा है। रेलवे और सरकार को हमारी स्थिति पर ध्यान देते हुए हमें नियमित वेतन देना चाहिए। वहीं, कुली जगदीश ने कहा कि सुबह से छह ट्रेनें आने के बाद एक सवारी मिली। यही हाल दूसरे दिनों का होता है। पिछले तीन महीने तो कोई काम ही नहीं था। सरकार को कुलियों को नियमित वेतन देना चाहिए।

यह भी पढ़ें: देहरादून रेलवे स्टेशन पर रात से शुरू होगी जनरल टिकटों की बिक्री Dehradun News


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.