ट्राला व ट्रक खराब होने से Doon-Delhi Highway रहा जाम, सैलानियों का वीकेंड हुआ खराब; तीन घंटे तक फंसे
दून-दिल्ली राजमार्ग पर ट्राला व ट्रक खराब होने से भीषण जाम लग गया जिससे सैकड़ों सैलानी तीन घंटे से अधिक समय तक फंसे रहे। मोहंड के संकरे मोड़ पर हुई इस घटना से यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। सप्ताहंत और पर्यटन सीजन होने के कारण वाहनों का दबाव अधिक था। पुलिस ने क्रेन की मदद से वाहनों को हटवाकर यातायात सुचारू कराया।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Doon-Delhi Highway Jam: दून-दिल्ली राजमार्ग पर मोहंड में शनिवार को सैकड़ों सैलानी व राहगीर तीन घंटे से अधिक जाम में फंसे रहे। यहां संकरे मोड़ पर दोपहर करीब 12 बजे एक ट्राला खराब हो गया। कुछ देर बाद वहीं एक ट्रक और खराब हो गया। जिसके कारण दोनों तरफ का यातायात फंस गया।
सप्ताहंत होने और ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन होने के कारण इन दिनों शनिवार को दून व मसूरी आने वाले सैलानियों का दबाव भी अधिक रहता है। ऐसे में सैलानियों समेत अन्य वाहन, परिवहन निगम की बसें आदि की कई किमी लंबी कतारें लग गई। दोपहर करीब तीन बजे तक वाहन रेंग-रेंगकर चलते रहे। पुलिस ने क्रेन से ट्राला व ट्रक को हटवाया, उसके बाद जाम खुला।
दून-दिल्ली राजमार्ग पर करीब 25 किमी का रास्ता पर्वतीय क्षेत्र मोहंड व आशारोड़ी का पड़ता है। इस मार्ग पर अगर एक वाहन भी बीच में फंस जाए तो राजमार्ग घंटों जाम रहता है। मार्ग पर ज्यादातर संकरे पुल और पुलिया का चौड़ीकरण हो चुका है, लेकिन दून-दिल्ली एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे का निर्माण होने के कारण पुराना मार्ग कई जगह बेहद संकरा हो गया है।
फंस गया पूरा यातायात
अभी एक्सप्रेस-वे शुरू नहीं हुआ है, ऐसे में वाहनों को पुराने मार्ग से ही जाना पड़ रहा है। जिस कारण यहां रोजाना यातायात जाम की स्थिति बनी रहती है। सप्ताहंत व छुट्टियों में तो यहां वाहनों का दबाव बढ़ने से अकसर जाम लगा रहता है।
शनिवार को ऐसा ही हुआ, जब संकरे मोड पर एक ट्राला खराब होने से पूरा यातायात फंस गया। दून की ओर आने वाली और यहां से जाने वाली दर्जनों रोडवेज की बसें जाम में फंस गईं। निजी वाहनों की संख्या हजारों में रही। इस दौरान दूसरा ट्रक खराब होने से स्थिति विकट हो गई।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने पुलिया पर एक-एक तरफ कर वाहनों को निकाला, लेकिन इससे भी राहत नहीं मिली। दोपहर करीब तीन बजे तक यही क्रम जारी रहा। करीब सवा तीन बजे जाम खुल सका और यातायात सुचारु हुआ। हालांकि, वाहनों की संख्या अधिक होने के कारण यातायात कतार के रूप में ही चलता रहा।
रोते-बिलखते रहे बच्चे, वृद्ध परेशान
जाम में फंसे मासूम बच्चे और वृद्ध काफी परेशान नजर आए। बच्चे रोते-बिलखते रहे और स्वजन किसी तरह उन्हें चुप कराने का प्रयास करते रहे। वहीं, एक तो घंटों जाम, उस पर मोबाइल नेटवर्क न आना यात्रियों के लिए दोहरी मुसीबत बना रहा।
शहर की सीमा से निकलते ही दिल्ली राजमार्ग पर आशारोड़ी के वन क्षेत्र में किसी मोबाइल कंपनी का नेटवर्क काम नहीं करता। मोहंड को पार करने के उपरांत बिहारीगढ़ में मोबाइल रेंज आती है। ऐसे में जाम में फंसे यात्री स्वजन को सूचना तक नहीं दे सके। जो यात्री बसों से दून आ रहे थे, उनके स्वजन आइएसबीटी पर चिंतित खड़े रहे।
शहर में भी रही जाम की स्थिति
शनिवार को जाम का नजारा शहर में भी विभिन्न सड़कों पर देखने को मिला। सहारनपुर रोड, चकराता रोड, जीएमएस रोड, हरिद्वार रोड समेत राजपुर रोड पर भी वाहन जाम में फंसे नजर आए।
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हरिद्वार बाईपास, कारगी चौक से लेकर रिस्पना पुल, मोहकमपुर में जाम के कारण वाहनों की कतारें लगी रहीं, जबकि बल्लूपुर चौक से हरबर्टपुर व पांवटा साहिब की तरफ जाने वाले चकराता रोड पर भी यातायात दबाव के कारण जाम लगा रहा। नंदा की चौकी, प्रेमनगर व पंडितवाड़ी में तो दिनभर जाम की स्थिति बनी रही, लेकिन शाम को यहां भी स्थिति विकट नजर आई।
मसूरी में नियंत्रित रहा यातायात
शनिवार को भले ही शहर और राजमार्गों पर जाम की स्थिति रही, लेकिन मसूरी में यातायात नियंत्रित रहा। इस बार शनिवार को मसूरी में सैलानियों की संख्या अपेक्षा से कम करीब 50 प्रतिशत ही रही। जिस कारण मसूरी में जाम जैसी स्थिति नहीं बनी और यातायात सुचारु रहा।
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