Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस खूबसूरत स्थान पर बसा है परिंदों का मोहक संसार, जानिए

    By BhanuEdited By:
    Updated: Thu, 02 Mar 2017 06:35 AM (IST)

    उत्तराखंड की नंधौर सेंचुरी में परिंदों का मोहक संसार पक्षी प्रेमियों के स्वागत को तैयार है। यहां पक्षियों का मनमोहक संसार बसा है। अब यहां बर्ड फेस्टिवल आयोजित किया जा रहा है।

    इस खूबसूरत स्थान पर बसा है परिंदों का मोहक संसार, जानिए

    देहरादून, [केदार दत्त]: नेपाल सीमा से सटी उत्तराखंड की नंधौर सेंचुरी में परिंदों का मोहक संसार पक्षी प्रेमियों के स्वागत को तैयार है। बर्ड वाचिंग आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से शुरू की गई श्रृंखला के तहत तीन से पांच मार्च तक जैव विविधता के लिए मशहूर इस स्थली में 'उत्तराखंड बर्ड फेस्टिवल' का आयोजन किया जा रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सेंचुरी में अब तक परिंदों की 265 प्रजातियां चिह्नित की जा चुकी हैं और उम्मीद है कि इस मर्तबा इनकी संख्या में इजाफा हो सकता है। नैनीताल और चंपावत जिलों के मध्य में स्थित नंधौर सेंचुरी वर्ष 2012 में अस्तित्व में आई। 

    यह भी पढ़ें: तापमान बढ़ने से अपने वतन लौटने लगे हैं विदेशी मेहमान

    विश्व प्रसिद्ध कार्बेट नेशनल पार्क से लगी यह सेंचुरी वन्यजीवों के मामले में कार्बेट की तरह समृद्ध है। यहां की पक्षी विविधता भी बेजोड़ है। राज्य में पाई जाने वाली परिंदों की 697 प्रजातियों में 265 यहां अब तक चिह्नित की जा चुकी हैं। 

    नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण इस सेंचुरी को इस मर्तबा उत्तराखंड बर्ड फेस्टिवल के लिए चयनित किया गया है और इन दिनों वहां तैयारियां जोरों पर हैं। अपर प्रमुख मुख्य वन संरक्षक डॉ.धनंजय मोहन बताते हैं कि फेस्टिवल में न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि देश के विभिन्न राज्यों से पक्षी प्रेमी शिरकत करेंगे।

    यह भी पढ़ें: आसन वेटलैंड में विदेशी परिंदों की सुरक्षा को सतर्क हुआ वन विभाग

    2014 से हुई फेस्टिवल की पहल

    71 फीसद वन भूभाग वाले उत्तराखंड में बर्ड वाचिंग आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2014 से बर्ड फेस्टिवल की शुरुआत की गई। प्रतिवर्ष होने वाले इस आयोजन की श्रृंखला में नंधौर बर्ड फेस्टिवल चौथा है। 

    फेस्टिवल में बर्ड वाचर, गाइड, टूर ऑपरेटर्स, स्थानीय समुदाय का समागम होता है। इसके साथ ही संबंधित क्षेत्र में बर्ड वाचिंग के लिहाज से नए स्थल भी चिह्नित किए जाते हैं। इस पहल के सुखद नतीजे सामने आए हैं।

    यह भी पढ़ें-आसन झील में अब विदेशी परिंदों के साथ मछलियां भी करेंगी अठखेलियां

    अन्य राज्यों ने भी ली प्रेरणा

    उत्तराखंड में चल रही बर्ड फेस्टिवल से देश के अन्य राज्यों ने भी प्रेरणा ली है। अपर प्रमुख वन संरक्षक डॉ.धनंजय मोहन बताते हैं कि देश में पक्षियों से संबंधित होने वाले हर रेकार्ड में उत्तराखंड हमेशा टॉप फाइव राज्यों में रहता आया है। यही नहीं, बर्ड फेस्टिवल ने भी सूबे का ध्यान खींचा है। 

    इसे देखते हुए कर्नाटक, गोवा, गुजरात, राजस्थान समेत अन्य राज्य भी अब उत्तराखंड की तर्ज पर अपने यहां प्रतिवर्ष बर्ड फेस्टिवल का आयोजन कर रहे हैं।

    राज्य में बर्ड फेस्टिवल

    वर्ष----------- स्थान

    2014-----आसन कंजर्वेशन रिजर्व

    2015-----पवलगढ़ कंजर्वेशन रिजर्व

    2016------दून वैली

    यह भी पढ़ें-अब एक्वेरियम नहीं, तालाबों में भी दिखेंगी रंगीन मछलियां