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    Coronavirus: चार दिन में सात हजार लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग Dehradun News

    By Bhanu Prakash SharmaEdited By:
    Updated: Thu, 30 Apr 2020 01:39 PM (IST)

    कोरोना से बचाव के लिए ग्रेंड सर्वे अभियान के तहत चकराता के ग्रामीण इलाकों के दौरे पर निकली स्वास्थ्य विभाग टीम ने पिछले चार दिन में सात हजार से अधिक लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की है

    Coronavirus: चार दिन में सात हजार लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग Dehradun News

    देहरादून, जेएनएन। कोरोना से बचाव के लिए ग्रेंड सर्वे अभियान के तहत चकराता के ग्रामीण इलाकों के दौरे पर निकली स्वास्थ्य विभाग टीम ने पिछले चार दिन में सात हजार से अधिक लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की है। इस दौरान टीम ने कई मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें दवाइयां बांटी। जौनसार के चकराता क्षेत्र के अलावा सीमांत त्यूणी तहसील क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में अभी ग्रेंड सर्वे के तहत लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग नहीं हो पाई।

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    चिकित्सा अधीक्षक व प्रभारी चिकित्साधिकारी सीएचसी चकराता डॉ. केशर सिंह चौहान ने बताया कि लॉकडाउन के चलते घरों में रह रहे लोगों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्रेंड सर्वे के तहत क्षेत्र के सभी गांवों में जाकर थर्मल स्क्रीनिंग के साथ सामान्य रोग से पीड़ित मरीजों को दवा बांट रहे है। 

    कहा क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से थर्मल स्क्रीनिंग का कार्य चल रहा है। जो दो मई तक निपटने की संभावना है। ग्रेंड सर्वे के तहत स्वास्थ्य परीक्षण में जुटी टीम में डॉक्टर, फार्मेसिस्ट, एएनएम व आशा कार्यकर्ता शामिल हैं। इसके अलावा सीमांत त्यूणी क्षेत्र में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र राणा को ग्रेंड सर्वे थर्मल स्क्रीनिंग का जिम्मा सौंपा गया है। 

    चकराता के अलावा अभी त्यूणी क्षेत्र में लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग नहीं हो पाई। बताया जा रहा अस्पताल को उपलब्ध कराई गई थर्मल स्क्रीनिंग गन खराब होने से त्यूणी क्षेत्र के किसी गांव में ग्रेंड सर्वे थर्मल स्क्रीनिंग नहीं हो पाई। चिकित्सा अधीक्षक ने कहा जल्द ही त्यूणी क्षेत्र में लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग कराई जाएगी।

    इन गांवों में हुई थर्मल स्क्रीनिंग

    सीएचसी चकराता के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केशर सिंह चौहान ने बताया कि चार चिकित्सकों की अगुवाई में गठित बारह लोगों की टीम ने ग्रेंड सर्वे अभियान के तहत चकराता ब्लॉक अंतर्गत मोहना, सिजला, जाड़ी, कंदाड़, लोहरी, लोखंडी, लेबरा, भंगार, ग्वासापुल, मेहरावना, बुरास्वा, बंगोती, मंगाड़, शिर्वा, टुंगरोली, पाटी, रावना, डाकरा, बुरास्वा समेत आसपास के गांवों में जाकर कोरोना से बचाव के लिए थर्मल स्क्रीनिंग की है।

    बाहर से आए 48 लोग होम क्वारंटाइन

    लॉकडाउन के चलते महाराष्ट्र व उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में फंसे जौनसार-बावर के 48 लोगों की घर वापसी हो गई। बाहर से अपने गांव पहुंचे इन लोगों की स्थानीय पुलिस-प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग टीम ने मेडिकल जांच के बाद सभी को घर भेज दिया। एसडीएम डॉ. अपूर्वा सिंह ने बाहर से घर लौटे त्यूणी, चकराता व कालसी क्षेत्र के सभी लोगों को होम क्वांरटाइन किया है। जिनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।

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    स्थानीय जनप्रतिनिधियों के बढ़ते दबाव के चलते सरकार ने प्रयागराज व महाराष्ट्र में लॉक डाउन से फंसे छात्रों व अन्य लोगों को किसी तरह वहां से घर लाने में मदद की। एसडीएम चकराता ने कहा बीते मंगलवार को जौनसार-बावर के कालसी व चकराता क्षेत्र के चालीस छात्र प्रयागराज से घर लौटे। जिनकी कालसी में स्वास्थ्य विभाग टीम ने मेडिकल जांच की। इसके बाद सभी को उनके घरों में होम क्वारंटाइन के लिए भेज दिया। वहीं, थानाध्यक्ष त्यूणी संदीप पंवार ने कहा सीमांत देवघार क्षेत्र के आठ लोग महाराष्ट्र से अपने घर लौटे हैं। जिन्हें जांच के बाद होम क्वांरटाइन किया है।

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