Coronavirus: घर बैठे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मिलेगी डॉक्टर की सलाह
कोरोना संक्रमण की मुसीबत के बीच प्रदेश को ‘संजीवनी’ मिल गई है। जिसने भविष्य के लिए नए द्वार खोल दिए हैं। अब लोगों को लोगों को घर बैठे ही चिकित्सीय परामर्श दिया जाएगा।

देहरादून, जेएनएन। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन है। जिसका असर स्वास्थ्य सेवाओं पर भी पड़ा है। पर इस मुसीबत के बीच प्रदेश को ‘संजीवनी’ मिल गई है। जिसने भविष्य के लिए नए द्वार खोल दिए हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ई-संजीवनी ओपीडी सेवा की शुरुआत की। जिसके जरिये लोगों को घर बैठे ही चिकित्सीय परामर्श दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिला अस्पताल अल्मोड़ा, कोरोनेशन अस्पताल, बेस अस्पताल हल्द्वानी, हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज व दून मेडिकल कॉलेज इस सेवा से जुड़े हैं।
भविष्य में सभी जिला चिकित्सालय व मेडिकल कॉलेज में यह सेवा शुरू की जाएगी। ई-संजीवनी ओपीडी में डॉक्टर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये परामर्श और दवा देंगे। प्रदेश में यह सेवा सुबह नौ से दोपहर दो बजे तक उपलब्ध होगी। इस दौरान काबीना मंत्री सतपाल महाराज, मदन कौशिक, डॉ. हरक सिंह रावत, यशपाल आर्य, अरविंद पांडे, राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, स्वास्थ्य सचिव नितीश झा, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती, उप महानिदेशक एनआइसी के नारायणन आदि उपस्थित रहे।
ऐसे काम करेगी ई-संजीवनी ओपीडी
इस सेवा के लिए व्यक्ति को सबसे पहले (esanjeevaniopd.in) पर लॉग इन करना होगा। उसके बाद अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा, ठीक उसी तरह जिस तरह अस्पताल में पर्ची काटते वक्त किया जाता है। इसमें व्यक्ति का नाम, उम्र, बीमारी, फोन नंबर सब कुछ एक फार्मेट पर भरा जाएगा।
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इसके बाद व्यक्ति को एक टोकन मिलेगा ठीक उसी तरह जिस तरह अस्पताल में दिया जाता है। आप का नंबर आने पर डॉक्टर आप से लाइव जुड़ जाएंगे और आप से बीमारी के बारे में पूछेंगे। इसके बाद डॉक्टर मरीज के फोन पर एक एसएमएस भेजेंगे। इस पर एक लिंक दिया होगा। इस लिंक को क्लिक करने के बाद मरीज को पर्ची मिलेगी। इस पर्ची में बीमारी की डिटेल होगी और दवाई का नाम लिखा होगा। मरीज इस पर्ची को ले जाकर बाजार से दवाई ले सकते हैं।
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