उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में नहीं हैं डॉक्टर, बीमार होने पर देवी-देवताओं को पूज रहे लोग
मुख्यमंत्री ने दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों में जाने से बचने वाले डॉक्टरों पर कटाक्ष किया तो अच्छा काम करने वालों की पीठ थपथपाई।
देहरादून, जेएनएन। प्रांतीय चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा संघ (पीएमएचएस) के शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री अलग अंदाज में नजर आए। उन्होंने दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों में जाने से बचने वाले डॉक्टरों पर कटाक्ष किया, तो अच्छा काम करने वालों की पीठ भी थपथपाई। काम को लेकर सचेत और संवेदनशील होने की सलाह दी और दायित्व का बोध भी कराया।
सोमवार को सुभाष रोड स्थित एक होटल में पीएमएचएस की नई कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्र राज्य सरकार की सबसे बड़ी चिंता हैं। अब भी अनेक ऐसे क्षेत्र हैं, जहां डॉक्टर नहीं हैं और लोग बीमार होने पर देवी-देवता पूज रहे हैं। पूजा से आध्यात्मिक शांति तो मिल सकती है पर मर्ज डॉक्टर ही दूर करेगा। उन्होंने कहा, हमें ऐसा मैकेनिज्म तैयार करना होगा कि किसी भी दूरस्थ क्षेत्र में कोई व्यक्ति स्वास्थ्य सेवाओं से अछूता न रहे। टेलीमेडिसिन व टेली रेडियोलॉजी पर उन्होंने चिकित्सकों से फीडबैक भी मांगा। नई कार्यकारिणी को शुभकामनाएं देते कहा कि समन्वित सहयोग से स्वास्थ्य सेवाओं में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने चिकित्सकों को सलाह दी कि सरकारी अस्पताल हमेशा रडार पर रहते हैं। ऐसे में काम को लेकर अत्याधिक सावधानी व सतर्कता बरतें।
राजपुर रोड विधायक खजान दास ने डॉक्टर, मरीज और तीमारदार के बीच के रिश्ते पर बात करते हुए कहा कि प्रत्येक पक्ष को एक-दूसरे की स्थिति समझते हुए व्यवहार संयमित रखना चाहिए। महापौर सुनील उनियाल गामा ने भी नई कार्यकारिणी को बधाई दी। इस दौरान स्वास्थ्य सचिव नितेश झा, प्रभारी सचिव डॉ. पंकज पांडेय, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती, संगठन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ. नरेश नपलच्याल, महासचिव डॉ. मनोज वर्मा, कोषाध्यक्ष डॉ. पीएस रावत, उपाध्यक्ष मुख्यालय डॉ. एसएन सिंह, महिला उपाध्यक्ष डॉ. मेघना असवाल, उपाध्यक्ष सामान्य प्रदीप राणा, उपाध्यक्ष दंत सेवा डॉ. आशुतोष भारद्वाज, अतिरिक्त महासचिव डॉ. रमेश कुंवर आदि मौजूद रहे।
राज्य को टॉप फाइव में लाना है
स्वास्थ्य सचिव नितेश झा ने स्वास्थ्य सूचकांक में सुधार के लिए चिकित्सकों से पूरे मनोयोग से जुडऩे का आह्वान किया। उन्हें प्रदेश को टॉप फाइव में लाने का लक्ष्य दिया। कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सक सीमित संसाधनों में भी अच्छा काम कर रहे हैं। नए डॉक्टरों में सरकारी सेवा का आकर्षण पैदा करने के लिए संगठन की ओर से जो भी सुझाव आएंगे, उन्हें अमल में लाया जाएगा।
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आठ चिकित्सक सम्मानित
पीएमएचएस ने एक नई परंपरा की नींव डाली है। इस दफा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले आठ चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। इनमें डॉ. बीबी जोशी, डॉ. शम्मी, डॉ. एचएस बुदियाल, डॉ. प्रेम सिंह पोखरियाल, डॉ. सोनाली मंडल, डॉ. एलएम रखोलिया, डॉ. हरीश थपलियाल व डॉ. सिद्धार्थ रतूड़ी शामिल हैं। सीएम ने कहा कि इस पहल से चिकित्सकों का उत्साह बढ़ेगा।
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दूरस्थ क्षेत्रों में लगेंगे स्वास्थ्य शिविर
प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए पीएमएचएस अब दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों में नियमित शिविर लगाएगा। जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सक सेवाएं देंगे। इस काम में आइएमए का भी सहयोग लिया जाएगा। पहला शिविर 31 जनवरी को उत्तरकाशी के पुरोला में लगाया जाएगा।
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