जांच रिपोर्ट में पुलिस ने खुद को दी क्लीनचिट, जानिए क्या है पूरा मामला
सहसपुर क्षेत्र में पांच साल के मासूम के अपहरण व हत्या के मामले में डीआइजी गढ़वाल की ओर से मांगी गई पुलिस कार्रवाई की रिपोर्ट में जिला पुलिस ने खुद को क्लीन चिट दे दी है। रिपोर्ट डीआइजी गढ़वाल रेंज नीरू गर्ग को भेज दी गई है।

जागरण संवाददाता, देहरादून: सहसपुर क्षेत्र में पांच साल के मासूम के अपहरण व हत्या के मामले में डीआइजी गढ़वाल की ओर से मांगी गई पुलिस कार्रवाई की रिपोर्ट में जिला पुलिस ने खुद को क्लीन चिट दे दी है। रिपोर्ट डीआइजी गढ़वाल रेंज नीरू गर्ग को भेज दी गई है। पुलिस के अनुसार, नौ मार्च को मासूम अभय के अपहरण की सूचना शाम सात बजकर 55 मिनट पर मिली। इससे पहले आरोपितों ने सात सात बजकर 32 मिनट व सात बजकर 33 मिनट पर फिरौती के लिए फोन किया था। इसकी जानकारी एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत को दी गई, जिन्होंने अपहृत बच्चे को सकुशल बरामद करने के लिए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के नेतृत्व में पांच टीमों का गठन किया।
एक टीम थानाध्यक्ष कालसी के नेतृत्व में धमकी देने वाले अज्ञात कॉलर की जानकारी प्राप्त कर जुड्डो लखवाड क्षेत्र में गई। जिस नंबर से धमकी मिली, वह नंबर जयपाल सिंह निवासी लखवाड़ क्षेत्र के नाम से आ रहा था, जोकि थाना कालसी से 18 किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ी क्षेत्र में स्थित था। टीम ने जयपाल सिंह के घर जाकर पूछताछ की तो उसने बताया कि 28 जनवरी, 2021 को दो अज्ञात व्यक्तियों ने उसका फोन कॉल करने के बहाने मांगा और लेकर भाग गए। सीसीटीवी फुटेज की छानबीन से रात करीब पौने 11 बजे घटना में शामिल आरोपित अनीस सलमानी के बारे में जानकारी मिली, लेकिन उसका फोन बंद आ रहा था। आरोपित की अंतिम लोकेशन घटनास्थल के आसपास ही आने के कारण अंतिम फोन करने वाले मोहम्मद अनीस निवासी पूरुवाला, पावंटा साहिब पर भी पुलिस टीम को घटना में शामिल होने का शक हुआ। एक टीम अनीस सलमानी की धरपकड़ के लिए पावंटा साहिब गई, जहां से पता लगा कि अनीस वाहन लेकर आया था। वह अपनी पत्नी से एक हजार रुपये लेकर कार सहित चला गया। घटना में यह पुख्ता हो गया कि दोनों आरोपित कार के साथ गायब हैं तो जायलो कार की तलाश सीसीटीवी फुटेज से की गई। कार रात करीब पौने एक बजे यमुनानगर रोड पर जाती हुई दिखाई दी।
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10 मार्च की सुबह चार बजे मोहम्मद अनीस की मोबाइल लोकेशन बेहट, सहारनपुर में मिली। चार बजकर 50 मिनट पर दोनों आरोपितों को कार सहित पकड़ लिया गया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह बच्चे को मेला दिखाने का लालच देकर पांवटा साहिब की तरफ ले गए और चोरी किए मोबाइल फोन से बच्चे के पिता को 10 लाख रुपये देने की धमकी दी गई। जब दोनों बच्चे को लेकर देवबंद की तरफ जा रहे थे तो बच्चे ने रोना शुरू कर किया, जिसके कारण आरोपितों ने बच्चे को मारकर एक प्लास्टिक के थैले में बंद कर देवबंद के पास नहर में फेंक दिया। इस मामले में डीआइजी नीरू गर्ग ने बताया कि सोमवार को रिपोर्ट देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।

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