Coronavirus: ग्रामीणों के विरोध के चलते मालदेवता में नहीं बनेगी अस्थायी सब्जी मंडी
ग्रामीणों के विरोध के चलते मालदेवता क्षेत्र में अस्थायी मंडी बनाने की योजना को टाल दिया गया है। इसलिए अभी ननूरखेड़ा स्थित मिनी मंडी से ही शहर में सब्जियों की आपूर्ति होगी।
देहरादून, जेएनएन। ग्रामीणों के विरोध के चलते मालदेवता क्षेत्र में अस्थायी मंडी बनाने की योजना को टाल दिया गया है। इसलिए अभी ननूरखेड़ा स्थित मिनी मंडी से ही शहर में सब्जियों की आपूर्ति होगी।
निरंजनपुर मंडी सील किए जाने के बाद मंडी समिति ने ननूरखेड़ा और मालदेवता से मंडी संचालन की योजना बनाई। ननूरखेड़ा स्थिति मिनी मंडी से काम शुरू हो गया, लेकिन मालदेवता में मंडी स्थापित करने में अड़चन आ गई। यहां ग्रामीणों ने संक्रमण के खतरे का हवाला देते हुए अस्थायी मंडी बनाने का विरोध किया।
हालांकि, मंडी समिति ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। मंडी समिति के अध्यक्ष राजेश शर्मा और सचिव विजय थपलियाल मालदेवता के अस्थल ग्रामसभा पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता की।
ग्रामीणों का कहना था कि यहां मंडी के संचालन से क्षेत्र में कोरोना संक्रमण का खतरा है। पहले तो मंडी अध्यक्ष ने ग्रामीणों को बताया कि बाहरी राज्यों से सब्जी नहीं मंगवाई जा रही है और मंडी के सभी आढ़ती व कर्मचारी होम क्वारंटाइन हैं। ऐसे में मालदेवता में स्थानीय किसानों से मंडी की टीम ही सब्जी लाएगी और वाहनों के माध्यम से शहर में बेचेगी। इसके साथ ही यहां सेनिटाइजेशन और अन्य नियमों का भी पूर्ण रूप से पालन किया जाएगा। लेकिन, जब ग्रामीण नहीं माने तो अंत में मंडी अध्यक्ष ने यहां अस्थायी मंडी न स्थापित करने का निर्णय लिया। उन्होंने ग्रामीणों की चिंता को जायज मानते हुए आश्वासन दिया कि यहां अस्थायी मंडी नहीं लगेगी।
वाहनों से शहर में 610 क्विंटल सब्जी बेची
मंडी सचिव विजय थपलियाल ने बताया कि सोमवार को मंडी समिति की ओर से चलाए जा रहे लोडर वाहनों की मदद से शहर में 610 क्विंटल फल एवं सब्जी बेची गई। फिलहाल ननूरखेड़ा से ही फल- सब्जी का वितरण किया जाएगा। उधर, मंडी की व्यवस्थाएं बिखरने के बाद आसपास के इलाकों से भी देहरादून में फल-सब्जियों की सप्लाई बढ़ गई है। कई फुटकर विक्रेता छुटमलपुर, ज्वालापुर आदि से सब्जी बेचने आ रहे लोगों से सीधे खरीद कर रहे हैं।
निरंजरपुर मंडी के सभी आढ़ती कराएंगे कोरोना टेस्ट
निरंजनपुर फल-सब्जी मंडी में कोरोना संक्रमण का फैलाव होने के बाद इसे कंटेनमेंट जोन घोषित कर 11 जून तक के लिए बंद किया गया है। हालात की समीक्षा के बाद इसे दोबारा खोलने का निर्णय लिया जाना है। लिहाजा, जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने मंडी प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वह सभी आढ़तियों की कोरोना जांच कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने बताया कि मंडी के जितने भी आढ़ती हैं, वह कोरोना की जांच कराएंगे और रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें काम शुरू करने की अनुमति दी जाएगी। इसके साथ ही वह क्वारंटाइन अवधि का भी पालन करेंगे। अब तक की क्वारंटाइन अवधि को भी इसमें जोड़ा जाएगा। इसके अलावा श्रमिकों को भी जांच में हरी झंडी मिलने के बाद मंडी परिसर में प्रवेश दिया जाएगा।
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श्रमिकों की अधिक संख्या व उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए इनके रैपिड टेस्ट भी कराए जाएंगे। जरूरत पडऩे पर स्वाब टेस्ट भी किया जाएगा। मंडी खोलने पर निर्णय तभी लिया जाएगा, जब पूरी तरह हालात अनुकूल नजर आएंगे।
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