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    जनरल-ओबीसी वर्ग के कार्मिकों की हड़ताल से कामकाज प्रभावित, आवश्यक सेवाओं पर अभी आंशिक असर

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    Updated: Thu, 12 Mar 2020 09:17 PM (IST)

    आवश्यक सेवाओं से जुड़े कार्मिक भी जनरल-ओबीसी के कार्मिकों आंदोलन में शामिल होना शुरू हो गए हैं। जिससे आवश्यक सेवाओं पर हड़ताल का आंशिक असर दिखने लगा है।

    जनरल-ओबीसी वर्ग के कार्मिकों की हड़ताल से कामकाज प्रभावित, आवश्यक सेवाओं पर अभी आंशिक असर

    देहरादून, जेएनएन। जनरल-ओबीसी वर्ग के कार्मिकों का आंदोलन और वृहद रूप ले रहा है। लगातार हड़ताल में शामिल कार्मिकों की संख्या बढ़ रही है। आवश्यक सेवाओं से जुड़े कार्मिक भी आंदोलन में शामिल होना शुरू हो गए हैं। जिससे आवश्यक सेवाओं पर हड़ताल का आंशिक असर दिखने लगा है। जबकि, कार्मिकों ने कुछ दिन के भीतर आवश्यक सेवाओं को पूर्ण रूप से हड़ताल में शामिल करने का अल्टीमेटम दिया है।

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    उत्तराखंड जनरल-ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन के बैनर तले जारी हड़ताल के कारण कार्यालयों में इन दिनों सन्नाटा पसरा है। गुरुवार को भी दून के अधिकांश सरकारी दफ्तरों में कामकाज ठप रहा। इसके साथ ही आवश्यक सेवाओं से जुड़े विभागों के भी कुछ कार्मिक हड़ताल में शामिल हो गए हैं। जिनमें पेयजल निगम, जल संस्थान, ऊर्जा के तीनों निगम, वन निगम, स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े संगठन शामिल हैं। गुरुवार को अस्पतालों में भी हड़ताल का आंशिक असर दिखा। जबकि, विद्युत और पेयजल सेवाओं पर विशेष असर नहीं रहा, लेकिन कार्मिकों ने जल्द ही उक्त सेवाओं को पूर्ण रूप से बंद करने की चेतावनी दी है।

    कलक्‍ट्रेट, विकास भवन, तहसील, खाद्य आपूर्ति, समाज कल्याण, शिक्षा निदेशालय आदि विभागों में कामकाज ठप रहा। कुछ विभागों में लोग पहुंचे, लेकिन वहां कार्मिक नदारद रहे और मायूस होकर लोग बैरंग लौटे। अधिकांश विभागों में महज एससी-एसटी वर्ग के कार्मिक या संविदा कर्मी ही नजर आए। हालांकि, कुछ कार्य हुए भी पर जन सामान्य के अधिकांश कार्यों पर हड़ताल हावी दिखी।

    फार्मेसिस्टों ने किया दो घंटे का कार्य बहिष्कार, परेशानी 

    पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने एवं पदोन्नति पर लगी रोक हटाने की मांग को लेकर अस्पतालों में फार्मेसिस्ट भी आंदोलन में शामिल हो गए हैं। गुरुवार को दो घंटे का कार्यबहिष्कार कर फार्मेसिस्टों ने विरोध दर्ज कराया। वहीं, नर्सिंग स्टाफ, टेक्नीशियन एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी काली पट्टी बांधकर काम पर रहे। दून अस्पताल, गांधी शताब्दी अस्पताल और कोरोनेशन अस्पताल समेत अन्य सीएचसी पर मरीजों को सुबह दवाई मिलने में दिक्कतें पेश आईं। शनिवार तक दो घंटे का कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष प्रताप पंवार, बीएस कलूडा, आरपीएस रमोला, केसी कुकरेती, हरीश सेमवाल आदि मौजूद रहे। 

    आज से नर्स भी दो घंटे के कार्य बहिष्कार पर

    नर्सिंग एसोसिएशन की प्रांतीय अध्यक्ष मीनाक्षी जखमोला ने बताया कि वे शुक्रवार से दो घंटे के कार्य बहिष्कार पर रहेंगे।  सुबह आठ से दस बजे तक कार्य बहिष्कार किया जाएगा। कोरोना वायरस के किसी केस के आने एवं इमरजेंसी में सेवाएं दी जाएंगी। 

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    सीएमओ कार्यालय में काम प्रभावित

    कर्मचारियों की हड़ताल के चलते सीएमओ कार्यालय में कार्य प्रभावित रहा। गुरुवार को कर्मचारियों के हड़ताल में चले जाने से दिव्यांग प्रमाण पत्र, क्लीनिकल एश्टैब्लिशमेंट एक्ट, मेडिकल सर्टिफिकेट, खाद्य सुरक्षा विभाग में पंजीकरण, लाइसेंस समेत तमाम काम प्रभावित रहे।

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