Coronavirus: चिकित्सा अधीक्षक समेत चार कर्मियों के भेजे सैंपल Dehradun News
चकराता प्रखंड से जुड़े खरोड़ा क्षेत्र के कोरोना संक्रमित युवक के संपर्क में आए चिकित्सा अधीक्षक समेत अस्पताल के चार स्टाफ कर्मियों के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए।
देहरादून, जेएनएन। चकराता प्रखंड से जुड़े खरोड़ा क्षेत्र के कोरोना संक्रमित युवक के संपर्क में आए चिकित्सा अधीक्षक समेत अस्पताल के चार स्टाफ कर्मियों के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए। सीएचसी चकराता के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती त्यूना क्षेत्र के एक अन्य युवक के सैंपल भी जांच को अलग से लैब में भेजा गया। विदेश से घर लौटे भंगार क्षेत्र के एक युवक को एहतियातन चकराता अस्पताल से देहरादून रेफर किया गया।
जौनसार में कोरोना के मामले सामने आने के बाद दौरे पर आए सीएमओ डॉ. बीसी रमोला पहुंचे थे। उनके सामने स्टाफ कर्मियों व स्थानीय लोगों ने समस्याएं रखी। ग्रामीणों ने कहा पहाड़ के दुर्गम इलाकों में स्वास्थ्य संसाधनों की कमी के चलते के चलते ग्रामीण जनता को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
आपातकालीन समय में मरीजों को एंबुलेंस व उपचार नहीं मिलने से लोग मरीज को डंडी-कंडी के सहारे मीलों दूर अन्य अस्पताल ले जाने को मजबूर हैं। लोगों ने सीएमओ से कई गांवों के केंद्र बिंदु सीएचसी चकराता, सीमांत क्षेत्र के राजकीय अस्पताल त्यूणी व लाखामंडल क्षेत्र में दो नई एंबुलेंस देने की मांग की।
साथ ही चकराता व त्यूणी अस्पताल में डिजिटल एक्सरे की सुविधा व जरूरी स्वास्थ्य संसाधन मुहैया कराने की आवश्यकता पर जोर दिया। जिस पर सीएमओ ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया। सीएमओ ने कुछ दिन पहले दिल्ली से घर लौटे कोरोना संक्रमित खरोड़ा क्षेत्र के एक युवक के मेडिकल चेकअप के दौरान संपर्क में आए चिकित्सा अधीक्षक समेत चार स्टाफ कर्मियों के सैंपल जांच के लिए भेजने के निर्देश दिए थे।
कोरोना संक्रमित मरीज का उपचार देहरादून के कोविड-19 अस्पताल में चल रहा है। जिला सर्विलांस नोडल अधिकारी डॉ. आरके दीक्षित के निर्देशन में कोविड-19 टीम ने कोरोना का मामला सामने आने पर लखवाड़ क्षेत्र को सैनिटाइज किया।
टीम ने बस्ती क्षेत्र में लोगों की मेडिकल जांच व थर्मल स्क्रीनिंग की। नोडल अधिकारी डॉ. आरके दीक्षित ने कहा लखवाड़ क्षेत्र में बाहर से लौटे प्रवासियों के लिए कोई संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर नहीं है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन जिम्मेदार है। कहा संस्थागत क्वारंटाइन केंद्र नहीं होने से प्रवासियों को अपने घरों में क्वारंटाइन करना पड़ रहा है। जो सरकार के कोविड-19 नियमों का उल्लंघन है। कहा इससे कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है।
मंदिर व मस्जिदों में लगाई सैनिटाइजर मशीनें
बंकिम मेमोरियल एजुकेशन फाउंडेशन के हेल्थ फॉर आल कार्यक्रम के तहत विकासनगर क्षेत्र के ग्राम जीवनगढ़ स्थित कई मंदिर व मस्जिदों में सैनिटाइजर मशीनें लगाई गई। इस अवसर पर फाउंडेशन के अध्यक्ष व पूर्व काबीना मंत्री नवप्रभात ने कहा कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए सभी लोगों को सावधानियां बरतनी चाहिए। मौके पर पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष नीरज अग्रवाल, जिला पंचायत सदस्य धीरज बॉबी नौटियाल, जमील सलमानी, तनवीर आलम आदि उपस्थित रहे।
सहसपुर की कोरोना पॉजिटिव महिला को भेजा दून अस्पताल
शंकरपुर रोड सहसपुर की एक महिला की दून के निजी अस्पताल में डिलीवरी हुई, जहां से जच्चा- बच्चा अपने घर पर आ गए। महिला के घर आने के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर प्रशासन ने महिला व उसके पति को दून अस्पताल भेजा। वहीं महिला के घर के आसपास रहने वालों को सावधानी बरतने को कहा है।
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सहसपुर में शंकरपुर रोड पर रहने वाली एक गर्भवती महिला ने नौ जून को क्षेत्र के एक मेडिकल कॉलेज में चेकअप कराया था। जहां के चिकित्सकों ने जांच के बाद महिला को डिलीवरी के लिए देहरादून के एक अस्पताल में जाने की सलाह दी थी। महिला 16 जून को गई थी, जहां पर 17 को डिलीवरी होने पर जच्चा-बच्चा अपने घर लौट आए थे।इसके बाद रविवार की देर सायं महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव निकली। जिस पर महिला व उसके पति को दून अस्पताल भेजा गया। उनकी तीन वर्षीय बच्ची को घर पर ही होम क्वारंटाइन किया गया है।
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