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    आखिर क्‍यों? ऋषिकेश के रामझूला पुल पर लोग नहीं कर सकेंगे आवाजाही, ये है वजह

    Updated: Thu, 11 Dec 2025 02:56 PM (IST)

    उत्तराखंड के ऋषिकेश में राम झूला पुल पर आवाजाही रोक दी गई है। सुरक्षा कारणों की वजह से यह फैसला लिया गया है। पुल की भार वहन क्षमता को लेकर चिंता जताई ...और पढ़ें

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    रामझूला पुल। जागरण अकाईव

    जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। रामझूला पुल की मरम्मत का काम इस माह शुरू करने की तैयारी है। करीब दस करोड़ का खर्च मरम्मत पर आएगा। एक साल में पुल की पूरी मरम्मत होगी। तब तक पुल पर आवाजाही बंद रखी जाएगी। लोक निर्माण विभाग ने सस्पेंडर्स वायर ठीक करने के लिए टेंडर पहले ही जारी कर दिए थे। कुंभ से पहले पुल का काम पूरा करने की योजना है।

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    रामझूला पुल का निर्माण 1985 में किया गया था। गंगा के ऊपर 220 मीटर लंबे रामझूला पुल का निर्माण केवल पैदल यात्रियों के आवाजाही के लिए किया गया था। बाद में पैदल यात्रियों के साथ दोपहिया वाहनों की आवाजाही भी इस पुल पर शुरू हो गई। यह पुल टिहरी जिले के मुनिकीरेती क्षेत्र को पौड़ी जिले के स्वर्गाश्रम को जोड़ता है। स्थानीय लोगों के साथ ही बड़ी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु भी पुल से आवागमन करते हैं। ऐसे में इस पुल पर दबाव बढ़ गया था। लक्ष्मणझूला पुल बंद होने के बाद इस पुल पर दबाव और बढ़ गया था। रामझूला पुल की तीन सस्पैंडर वायर टूट गई थीा।

    2021 में लोनिवि की एक्सपर्ट टीम ने इस पुल पर आवाजाही बंद करने या सीमित करने का सुझाव दिया गया था। विकल्प नहीं होने के चलते इस पुल पर आवागामन चलता रहा। करीब ढाई साल पहले इस पुल पर दोपहिया वाहनों का संचालन बंद कर दिया गया था। इससे लोगों को दिक्कत उठानी पड़ती है। सस्पेंडरर्स को ठीक करने के लिए लोक निर्माण विभाग नरेंद्रनगर की ओर से टेंडर जारी किए गए थे। इसी माह इस पुल पर काम शुरू करने की तैयारी है। हालांकि, अभी निश्चित तारीख तय नहीं की गई है। करीब एक साल का समय इसमें लगेगा। निर्माण के समय पुल पर आवागमन बंद रहेगा।

    यह काम है सस्पेंडर्स वायर का

    झूला पुल में आवागमन के कारण किसी एक स्थान पर जब कंपन पैदा होता है तो यह कंपन पुल के लिए खतरा पैदा कर देता है। इसलिए झूला पुल में हर दो मीटर के अंतराल में सस्पेंडर्स वायर लगाई जाती है। जो पुल के डेक और आधार वायर के बीच जुड़े होते हैं। यह सस्पेंडर्स वायर पुल में उठने वाले कंपन को समान रूप से पूरे पुल में वितरित करती है। जिससे पुल की खास जगह पर कंपन नहीं होती है। रामझूला पुल में 440 सस्पेंडर्स वायर लगाई गई है।

    दोपहिया वाहन भी चल सकेंगे

    निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इस पुल पर फिर से दोपहिया वाहनों का संचालन भी शुरू किया जाएगा। पुल पर सस्पेंडर्स के साथ डेक आदि के काम भी होने है। इसलिए इसमें करीब एक साल का समय लगेगा। पुल की पूरी मरम्मत की जाएगी। यह पुल क्षेत्र में आवागमन के लिए महत्वपूर्ण है।

    रामझूला सेतु पर कुछ तार, डेक और सस्पेंडर्स का काम होना है। इसी माह इस पर काम शुरू करने की योजना है। करीब एक साल में काम पूरा करने का लक्ष्य है। तब तक आवागमन की अनुमति नहीं होगी। जल्द ही निश्चित तिथि तय कर दी जाएगी। - प्रवीन कर्णवाल, अधिशासी अभियंता, लोनिवि नरेंद्रनगर खंड

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